केंद्रीय मंत्रियों से वार्ता के बाद डल्लेवाल, पंधेर सहित कई किसान नेताओं को हिरासत में लिया, शंभू व खनौरी बॉर्डर खाली कराया
पहले किसान नेताओं को केंद्रीय मंत्रियों के साथ वार्ता के लिए बुलाया गया और जैसे ही किसान नेता बैठक खत्म कर अपने-अपने मोर्चों की ओर लौटने लगे, पंजाब पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेना शुरू कर दिया। पुलिस ने शंभू और खनौरी बॉर्डर से किसानों का धरना हटा दिया है।

केंद्रीय मंत्रियों के साथ बुधवार को चंडीगढ़ में बैठक के बाद किसान नेताओं को पंजाब पुलिस ने हिरासत में ले लिया। सरवन सिंह पंधेर, जगजीत सिंह डल्लेवाल और कई किसान नेताओं को हिरासत में लिए जाने की खबर है। एक तरफ जहां केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान सौहार्दपूर्ण माहौल में चर्चा की बात कहकर अगली मीटिंग 4 मई को तय कर गये, वहीं दूसरी तरफ किसान नेताओं पर पंजाब पुलिस का एक्शन शुरू हो गया। खनौरी और शंभू बॉर्डर पर लगे धरने खाली करवाने के लिए यह कार्रवाई की गई। इस दौरान आसपास के इलाकों में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई।
इधर बैठक खत्म, उधर हिरासत में लिया
मिली जानकारी के अनुसार, सरवन सिंह पंधेर और जगजीत सिंह डल्लेवाल को पंजाब पुलिस ने मोहाली में हिरासत में लिया। किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़, काका सिंह कोटड़ा, मंजीत सिंह राय और अन्य किसानों को भी हिरासत में ले लिया है। केंद्रीय मंत्रियों के साथ बैठक खत्म कर जैसे ही किसान नेता अपने मोर्चों की ओर लौटने लगे, तभी पंजाब में प्रवेश करते ही पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेना शुरू कर दिया।
शंभू बॉर्डर पर मौजूद एक किसान नेता ने बताया कि वहां दिन से ही भारी पुलिस बल तैनात था। किसानों को डर था कि आज शंभू और खनौरी बॉर्डर खाली करवाने की कोशिश की जाएगी। खनौरी बॉर्डर पर किसानों ने पुलिस कार्रवाई का विरोध किया और रास्तों में ट्रैक्टर खड़े कर दिए।
खनौरी और शंभू बॉर्डर खाली कराया
रात 9 बजे तक, दोनों किसान मोर्चों के प्रमुख नेताओं को हिरासत में लेकर पंजाब पुलिस ने खनौरी और शंभू बॉर्डर को लगभग खाली करवा दिया। जेसीबी लगाकर किसानों के शेड हटा दिए और बॉर्डर खोलना शुरू कर दिया। दोनों मोर्चों से बड़ी संख्या में किसानों को हिरासत में लिया है।
सातवें दौर की वार्ता बेनतीजा
इससे पहले बुधवार को चंडीगढ़ में किसान नेताओं और केंद्रीय मंत्रियों के बीच सातवें दौर की वार्ता भी बेनतीजा रही। करीब चार घंटे चली बैठक के बाद केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बैठक सौहार्दपूर्ण माहौल में हुई और अगली मीटिंग 4 मई को होगी। लेकिन बैठक के बाद जैसे ही किसान नेताओं ने मोहाली में प्रवेश किया, पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेना शुरू कर दिया। किसानों को रोकने के लिए मोहाली में भारी बैरिकेडिंग की गई थी।
विपक्ष ने सीएम मान की निंदा की
विपक्षी दलों ने किसान नेताओं पर पंजाब पुलिस की कार्रवाई को लेकर मुख्यमंत्री भगवंत मान की कड़ी निंदा की है। शिरोमणि अकाली दल की सांसद हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि चुनाव के समय में यही भगवंत मान किसानों के पास जाकर कह रहे थे कि मेरी सरकार बनाइए, MSP की गारंटी मैं दूंगा। सरकार बनाने के बाद वे 3 साल से झूठ बोल रहे हैं... अब हाल यह है कि जब किसान अपना अधिकार मांग रहे हैं तो पुलिस के जोर पर किसान नेताओं को जेल में कैद किया जा रहा है। कांग्रेस सांसद चरणजीत सिंह चन्नी ने किसान नेताओं की हिरासत को समूचे कृषि क्षेत्र पर "हमला" करार दिया और पुलिस की कार्रवाई को दुर्भाग्यपूर्ण बताया।