प्रो. रमेश चंद एफएआई के 'अवस्थी इफको अवॉर्ड' से सम्मानित
जाने-माने कृषि अर्थशास्त्री और नीति आयोग के सदस्य प्रो. रमेश चंद विगत कई दशकों से कृषि नीति और अनुसंधान के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दे रहे हैं।
नीति आयोग के सदस्य और जाने-माने कृषि अर्थशास्त्री प्रो. रमेश चंद को इस साल फर्टिलाइजर एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एफएआई) ने यूएस अवस्थी इफको अवॉर्ड से सम्मानित किया है। बुधवार को नई दिल्ली में आयोजित एफएआई के वार्षिक अधिवेशन में केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने प्रो. रमेश चंद को यह पुरस्कार प्रदान किया गया। उन्हें उर्वरक उद्योग के विकास में अहम योगदान के लिए यह सम्मान दिया गया है। पुरस्कार के तहत प्रशस्ति पत्र, 25 लाख रुपये की नकद राशि और 100 ग्राम सोने का स्वर्ण पदक प्रदान किया जाता है।
भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आईएआरआई), नई दिल्ली से कृषि अर्थशास्त्र में पीएचडी प्रो. रमेश चंद विगत कई दशकों से कृषि नीति और अनुसंधान के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान कर रहे हैं। नीति आयोग का सदस्य बनने से पहले वह राष्ट्रीय कृषि आर्थिकी एवं नीति अनुसंधान संस्थान (एनआईएपी), नई दिल्ली के निदेशक, इंस्टीट्यूट ऑफ इकनॉमिक ग्रोथ, दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रमुख और पंजाब कृषि विश्वविद्यालय, लुधियाना में प्रोफेसर रह चुके हैं। प्रो. रमेश चंद 15वें वित्त आयोग के सदस्य भी रहे हैं।
प्रो. रमेश चंद CIMMYT समेत कई अंतरराष्ट्रीय संस्थान के साथ जुड़े हैं। कृषि नीति और विकास के क्षेत्र में वे राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय स्तर पर अहम योगदान कर रहे हैं। भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालयों में उन्होंने खाद्य और कृषि से संबंधित कई महत्वपूर्ण समितियों की अध्यक्षता की है। साथ ही जी20 और सार्क जैसे मंचों पर कृषि से जुड़े विषयों में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। कृषि नीति पर उनकी कई पुस्तकें और 150 से अधिक शोध-पत्र विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय जर्नलों में प्रकाशित हो चुके हैं।