देश में प्याज का उत्पादन 20 फीसदी घटा, वित्त वर्ष 2023-24 में उत्पादन 242 लाख टन रहा
वित्त वर्ष 2023-24 में भारत में प्याज उत्पादन 19.84 फीसदी घटकर 242.12 लाख टन रह गया, जो वित्त वर्ष 2022-23 में 302.08 लाख टन था। महाराष्ट्र, कर्नाटक और मध्य प्रदेश जैसे प्रमुख राज्यों में उत्पादन में भारी गिरावट आई है
देश में प्याज के उत्पादन में गिरावट आई है। वित्त वर्ष 2023-24 में प्याज का उत्पादन 19.84 फीसदी (करीब 20 फीसदी) घट गया। देश में वित्त वर्ष 2022-23 में 302.08 लाख टन प्याज का उत्पादन हुआ था, जो वित्त वर्ष 2023-24 में घटकर 242.12 लाख टन रहा। वहीं, वित्त वर्ष 2021-22 में उत्पादन 316.87 लाख टन था। इस हिसाब से देश में पिछले दो सालों में प्याज का उत्पादन 23.59 फीसदी कम हुआ है। केंद्रीय कृषि मंत्रालय की ओर से जारी किए गए आंकड़ों से यह जानकारी सामने आई है। आंकड़ों के मुताबिक वित्त वर्ष 2023-24 में देश के मुख्य प्याज उत्पादक राज्यों में उत्पादन घटा है। जिस वजह से देश के प्याज उत्पादन में गिरावट आई है।
आंकड़ों के अनुसार, देश के सबसे बड़े प्याज उत्पादक राज्य महाराष्ट्र में प्याज का उत्पादन 28 फीसदी कम हुआ है। महाराष्ट्र में वित्त वर्ष 2023-24 में 86.02 लाख प्याज का उत्पादन हुआ, जो 2022-23 में 120.33 लाख टन था। इसी तरह मध्य मध्य प्रदेश और कर्नाटक में भी प्याज का उत्पादन कम हुआ है। कर्नाटक में पिछले साल के मुकाबले उत्पादन 38 फीसदी घटा है। कर्नाटक में वित्त वर्ष 2023-24 में 16.38 लाख तन प्याज का उत्पादन हुआ, जो 2022-23 में 26.65 लाख टन था। वहीं मध्य प्रदेश में प्याज का उत्पादन 20 फीसदी कम हुआ है। मध्य प्रदेश में वित्त वर्ष 2023-24 में प्याज का उत्पादन 41.66 लाख टन रहा, जो वित्त वर्ष 2022-23 में 52.62 लाख टन था। आंध्र प्रदेश में भी प्याज का उत्पादन 46 फीसदी कम हुआ है। वित्त वर्ष 2023-24 में आंध्र प्रदेश में प्याज का उत्पादन 5.13 लाख टन रहा, जो वित्त वर्ष 2022-23 में 9.56 लाख टन था।
इसके अलावा, बिहार में वित्त वर्ष 2023-24 में प्याज का उत्पादन 13.88 टन रहा, जो पिछले साल 13.44 लाख टना था। गुजरात में वित्त वर्ष 2023-24 में प्याज का उत्पादन 20.57 लाख टन रहा, जो पिछले साल 20.47 लाख टन था। राजस्थान में वित्त वर्ष 2023-24 में 16.31 लाख टन प्याज का उत्पादन हुआ, जो पिछले साल 16.15 लाख टन था। पश्चिम बंगाल में वित्त वर्ष 2023-24 में प्याज का उत्पादन 8.85 लाख टन रहा, जो पिछले साल 8.92 लाख टन था। उत्तर प्रदेश में वित्त वर्ष 2023-24 में 5.77 लाख टन प्याज का उत्पादन हुआ, जो पिछले साल 5.11 साथ टन था।
प्याज का निर्यात 36 फीसदी घटा
देश में प्याज का निर्यात भी घटा है। आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2022-23 में 25.27 लाख टन प्याज का निर्यात हुआ था, जो वित्त वर्ष 2023-24 में 36.4 फीसदी घटकर 16.07 लाख टन रहा। वित्त वर्ष 2023-24 में बांग्लादेश को सबसे ज्यादा 7.24 लाख टन प्याज का निर्यात हुआ। इसके अलावा, श्रीलंका को 1.7 लाख टन, मलेशिया को 1.67 लाख टन और यूएई को 1.55 लाख टन प्याज का निर्यात किया गया।
31 जुलाई तक 2.60 लाख टन प्याज का निर्यात
केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने बयान जारी कर बताया है कि 4 मई, 2024 से प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध हटाए जाने के बाद से चालू वित्त वर्ष 2024-25 में 31 जुलाई, 2024 तक कुल 2.60 लाख टन प्याज का निर्यात किया जा चुका है। बयान में कहा गया है कि सरकार ने मूल्य स्थिरीकरण बफर के लिए एनसीसीएफ और नेफेड के माध्यम से मुख्य रूप से महाराष्ट्र से 4.68 लाख टन प्याज की खरीद की है। पिछले साल (2023) की तुलना में चालू वर्ष में प्याज किसानों को काफी अधिक कीमत मिली है। अप्रैल और जुलाई, 2024 के बीच महाराष्ट्र में प्याज की औसत मासिक मंडी मॉडल कीमतें 1,230 रुपये से 2,578 रुपये प्रति क्विंटल के बीच थीं, जबकि पिछले साल (2023) इसी अवधि के लिए यह 693 रुपये से 1,205 रुपये प्रति क्विंटल थी। चालू वर्ष में बफर स्टॉक के लिए प्याज का औसत खरीद मूल्य 2,833 रुपये प्रति क्विंटल था, जो पिछले वर्ष के 1,724 रुपये प्रति क्विंटल के खरीद मूल्य से 64 फीसदी अधिक है।