शंभू बॉर्डर खोलने की डेडलाइन आज हो रही खत्म, किसानों के दिल्ली कूच का ऐलान, 15 अगस्त को निकालेंगे ट्रैक्टर मार्च
शंभू बॉर्डर पर अपनी मांगों को लेकर डटे किसानों ने दिल्ली कूच का ऐलान कर दिया है। किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा है कि जैसे ही सरकार शंभू बॉर्डर खोलेगी, हम दिल्ली की ओर कूच करेंगे।
पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने बीते दिनों हरियाणा सरकार को शंभू बॉर्डर पर लगे बैरिकेड हटाने को कहा था। इसके लिए हाईकोर्ट ने सरकार को एक हफ्ते का समय दिया था। जिसकी डेडलाइन आज खत्म हो रही है। इसी बीच किसानों ने दिल्ली कूच का ऐलान कर दिया है। संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) के सदस्य और किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि जैसे ही सरकार शंभू बॉर्डर खोलेगी, हम दिल्ली की ओर कूच करेंगे। उन्होंने कहा कि बॉर्डर हमने बंद नहीं किए हैं। बॉर्डर बंद करने का फैसला सरकार का था। हम बस अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने साफ किया कि किसान पीछे हटने वाले नहीं और उनकी सभी मांगें पूरी होने तक यह प्रदर्शन जारी रहेगा। किसानों का मकसद किसी को परेशान करना नहीं, वह बस अपने हक की लड़ाई लड़ रहे हैं।
डल्लेवाल ने कहा कि किसान सब कुछ शांतिपूर्ण तरीके से करना चाहते हैं। लेकिन, सरकार उन्हें ऐसा करने नहीं दे रही। हाईकोर्ट के फैसले का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि अब तो कोर्ट ने भी मान लिया है कि हाईवे किसानों की नहीं, बल्कि सरकार की वजह से बाधित हुआ है। ऐसे में सरकार जल्द बॉर्डर खोले और उन्हें आगे जाने दिया जाए। उन्होंने कहा कि 22 जुलाई को दिल्ली में किसान सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। यह एक संयुक्त सम्मेलन होगा, जिसमें संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के नेता मौजूद होंगे।
उन्होंने आगे कहा कि सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए राहुल गांधी और विपक्ष के तमाम नेताओं को पत्र भी लिखा गया है। किसान विपक्ष के समक्ष अपनी सभी मांगों को रखेंगे, ताकि विपक्ष उन्हें संसद के आगामी सत्र में उठा सके। उन्होंने कहा कि किसानों ने 15 अगस्त को ट्रैक्टर मार्च निकालने का भी फैसला लिया गया है। यह मार्च देश भर में निकाला जाएगा।
बता दें कि किसान पिछले पांच महीनों से न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी के लिए कानून बनाने सहित अन्य मांगों को लेकर शंभू बॉर्डर पर डटे हुए हैं। 10 जुलाई को पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने शंभू बॉर्डर को खोलने का आदेश जारी किया था। लेकिन, हरियाणा सरकार हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में चली गई। जिस पर अब 22 जुलाई को सुनवाई होगी। उधर दिल्ली कूच करने के लिए शंभू और खनौरी बार्डर पर किसान जुटना शुरू हो गए हैं। वह अपने साथ छह माह का राशन लेकर भी आ रहे हैं।