दिल्ली हाट में नैफेड ने खोला मिलेट्स आउटलेट, मोटा अनाज से बने व्यंजनों एवं उत्पादों का उठा सकेंगे लुत्फ
इसे मिलेट्स एक्सपीरियंस सेंटर (एमईसी) का नाम दिया गया है। यहां मिलेट्स डोसा, मिलेट्स पास्ता सहित मोटा अनाज से बनने वाले विभिन्न व्यंजनों का आनंद लोग ले सकेंगे। साथ ही मिलेट्स से बने रेडी टू ईट एवं रेडी टू कुक प्रॉडक्टस भी खरीद सकेंगे। नैफेड (नेशनल एग्रीकल्चरल कोऑपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड) ने केंद्रीय कृषि एवं किसान मंत्रालय के सहयोग से इसकी स्थापना की है।
मोटा अनाज (मिलेट्स) को लेकर जागरूकता बढ़ाने और आम जनता के बीच इसे प्रोत्साहित करने के लिए नई दिल्ली के आईएनए स्थित दिल्ली हाट में अपनी तरह का पहला मिलेट्स आउटलेट खोला गया है। इसे मिलेट्स एक्सपीरियंस सेंटर (एमईसी) का नाम दिया गया है। यहां मिलेट्स डोसा, मिलेट्स पास्ता सहित मोटा अनाज से बनने वाले विभिन्न व्यंजनों का आनंद लोग ले सकेंगे। साथ ही मिलेट्स से बने रेडी टू ईट एवं रेडी टू कुक प्रॉडक्टस भी खरीद सकेंगे। नैफेड (नेशनल एग्रीकल्चरल कोऑपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड) ने केंद्रीय कृषि एवं किसान मंत्रालय के सहयोग से इसकी स्थापना की है। कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने शुक्रवार को इसका उद्घाटन किया।
इस मौके पर नरेंद्र तोमर ने कहा कि भारत सरकार का जोर राज्य सरकारों सहित सभी संबंधित संस्थानों के सहयोग से देश में श्री अन्न (मिलेट्स) का उत्पादन, उत्पादकता, प्रसंस्करण और खपत बढ़ाने पर है। इसके लिए तेजी से काम किया जा रहा है। इसी पहल के तहत यह केंद्र खोला गया है ताकि श्री अन्न के मामले में भारत की स्थिति और बेहतर होगी और हमारा देश वैश्विक हब के रूप में उभरते हुए सबका नेतृत्व करेगा। मोटा अनाज (श्री अन्न) के महत्व और स्वास्थ्य लाभों को बताते हुए तोमर ने कहा कि देश के छोटे किसानों के लिए इसकी खेती बहुत फायदेमंद है जो वर्षा आधारित है। कम जमीन, कम उपजाऊ मिट्टी एवं कम पानी में इसकी खेती की जा सकती है। विविध जलवायु वाले हमारे देश में यह काफी महत्वपूर्ण है। वर्ष 2023 को अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है और भारत इसकी अगुवाई कर रहा है।
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तोमर ने कहा कि दिल्ली हाट दुनिया भर के आगंतुकों के लिए एक राष्ट्रीय और सांस्कृतिक केंद्र है। यहां स्थित एमईसी स्थानीय बाजार की वैश्विक पहुंच में मदद करेगा और आगंतुकों को भारत के ‘मिलेट्स आंदोलन’ को देखने का अवसर प्रदान करेगा। उन्होंने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि साल भर चलने वाले मिलेट्स समारोह में मोटा अनाज की खेती के पर्यावरणीय फायदे और आर्थिक लाभों के बारे में भी जागरूकता पैदा करने की कई गतिविधियां की जाएंगी।
नैफेड के प्रबंध निदेशक राजबीर सिंह ने बताया कि इस केंद्र पर व्यंजनों के अलावा घरेलू स्टार्टअप द्वारा तैयार विभिन्न प्रकार के रेडी टू ईट और रेडी टू कुक मिलेट्स के उत्पाद भी मिलेंगे। उन्होंने कहा कि एमईसी एक अनूठी अवधारणा है जो बहुमुखी और स्वास्थ्यवर्धक अनाज के रूप में मिलेट्स की अपार क्षमता को पहचानने में मदद करेगा।
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कृषि सचिव मनोज आहूजा ने इस मौके पर कहा कि एमईसी जैसे उद्यम उन उपभोक्ताओं के लिए एक विकल्प पैदा करने में मदद करेंगे जो सक्रिय रूप से स्वस्थ खाद्य विकल्पों की तलाश कर रहे हैं। वे भारत के मजबूत मिलेट्स आधारित स्टार्टअप समुदाय के लिए भी नए आयाम खोलेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि रिटेल चेन, होटल और फूंड एंड बेवरेजेज उद्योग के साथ साझेदारी के माध्यम से बहुत जल्द दिल्ली और अन्य राज्यों में ऐसे और मिलेट एक्सपीरियंस सेंटर खुलने की संभावना है।
कार्यक्रम के दौरान श्री अन्न के क्षेत्र में काम कर रही संस्थाओं को नरेंद्र तोमर ने सम्मानित किया एवं मिलेट एक्सपीरियंस बुकलेट का विमोचन किया।