2025 में वैश्विक गेहूं और चावल उत्पादन में मामूली वृद्धि का अनुमान

चावल उत्पादन 2024/25 में 54.3 करोड़ टन के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने का अनुमान है, जो भारत में बेहतर फसल की संभावनाओं और कंबोडिया व म्यांमार में अनुकूल मौसम परिस्थितियों के कारण है। फरवरी की तुलना में FAO ने 2024/25 में वैश्विक चावल उत्पादन के पूर्वानुमान को 36 लाख टन बढ़ा दिया है।

2025 में वैश्विक गेहूं और चावल उत्पादन में मामूली वृद्धि का अनुमान

2025 में वैश्विक गेहूं उत्पादन 79.6 करोड़ टन रहने का अनुमान है, जो पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 1 प्रतिशत अधिक होगा। संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन (FAO) का यह पूर्वानुमान मुख्य रूप से यूरोपीय संघ, विशेष रूप से फ्रांस और जर्मनी में उत्पादन बढ़ने की उम्मीद पर आधारित हालांकि पूर्वी यूरोप में शुष्क परिस्थितियों और पश्चिमी क्षेत्रों में अत्यधिक वर्षा जैसी चुनौतियां पैदावार को प्रभावित कर सकती हैं। अमेरिका में गेहूं का रकबा बढ़ने की संभावना है, हालांकि सर्दियों की फसल पर सूखे के प्रभाव के कारण पैदावार में मामूली गिरावट आ सकती है।

चावल उत्पादन 2024/25 में 54.3 करोड़ टन के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने का अनुमान है, जो भारत में बेहतर फसल की संभावनाओं और कंबोडिया व म्यांमार में अनुकूल मौसम परिस्थितियों के कारण है। फरवरी की तुलना में FAO ने 2024/25 में वैश्विक चावल उत्पादन के पूर्वानुमान को 36 लाख टन बढ़ा दिया है।

मार्च में 2024 के लिए वैश्विक अनाज उत्पादन का अनुमान मामूली रूप से बढ़ाकर 284.2 करोड़ टन किया गया है, जिससे 2023 और 2024 के उत्पादन के बीच का अंतर 144 लाख टन रह गया है। 2024 के उत्पादन में किए गए संशोधन मुख्य रूप से गेहूं के कारण हैं। ईरान में गेहूं की फसल काफी अच्छी रही। चावल उत्पादन के आंकड़ों को भी संशोधित किया गया है।

विपणन वर्ष 2024/25 में वैश्विक अनाज खपत 286.7 करोड़ टन रहने का अनुमान है, जो पिछले वर्ष की तुलना में एक प्रतिशत अधिक है। इसका मुख्य कारण रिकॉर्ड चावल खपत की उम्मीद है। गेहूं की खपत स्थिर रहने की संभावना है। खाद्य के रूप में इसकी खपत में मामूली गिरावट आएगी, लेकिन चीन में इसके औद्योगिक उपयोग में वृद्धि होगी।

एफएओ ने वैश्विक अनाज भंडार में 1.9 प्रतिशत की गिरावट का अनुमान लगाया है, जिससे 2025 के लिए क्लोजिंग स्टॉक 86.93 करोड़ टन रहने की संभावना है। रूस और यूक्रेन में अधिक भंडार होंगे लेकिन अन्य क्षेत्रों में कमी आएगी। एफएओ ने 2024/25 में वैश्विक अनाज व्यापार के पूर्वानुमान को 48.42 करोड़ टन तक घटा दिया है, जो पिछले सीजन से 5.6 प्रतिशत कम है। इसका कारण निर्यात के डायनेमिक्स में बदलाव बताया गया है।

2025 में विभिन्न क्षेत्रों में फसलों का आउटलुक
एफएओ ने अपनी नई क्रॉप प्रॉस्पेक्ट्स एंड फूड सिचुएशन रिपोर्ट में बताया है कि उत्तर अफ्रीका में लंबे समय तक शुष्क मौसम ने अनाज उत्पादन की संभावनाओं को प्रभावित किया है। दक्षिणी अफ्रीका में अनुकूल वर्षा से 2024 की भारी गिरावट के बाद फसल पैदावार में सुधार होने की उम्मीद है।

सुदूर पूर्व एशिया में 2025 में गेहूं उत्पादन में वृद्धि जारी रहने की संभावना है। रकबा बढ़ने और अनुकूल मौसम परिस्थितियों के कारण ऐसा होगा। एशिया के अन्य क्षेत्रों में 2024 के अंत से कम वर्षा के कारण उपज की संभावनाएं प्रभावित हुई हैं, जिससे गेहूं की पैदावार पांच साल के औसत से नीचे गिर सकती हैं।

दक्षिण अमेरिका में मिश्रित मौसम परिस्थिति मक्का उत्पादन को प्रभावित कर रही है, जबकि अर्जेंटीना में स्टंट रोग के प्रकोप का खतरा बना हुआ है। हालांकि, ब्राजील में बेहतर उत्पादन संभावनाओं के कारण कुल उत्पादन औसत से ऊपर रहने की संभावना है। मेक्सिको में लगातार शुष्क मौसम के कारण बुवाई में कमी आई है, जबकि अन्य क्षेत्रों में अनुकूल मौसम से पैदावार में वृद्धि की उम्मीद है।

Subscribe here to get interesting stuff and updates!