महिला एमपीओ ‘मराठवरहाड’ का 5 साल में 11 लाख किलो दूध प्रतिदिन खरीद का लक्ष्य
महिला-स्वामित्व और महिलाओं के नेतृत्व वाले मराठवरहाड एमपीओ ने संगठित दुग्ध खरीदी नेटवर्क के अंतर्गत विदर्भ और मराठवाड़ा के 6000 गांवों तक विस्तार और 1.85 लाख महिला सदस्यों को पंजीकृत करने का लक्ष्य रखा है

महिला नेतृत्व वाले दुग्ध उत्पादक संगठन (एमपीओ) 'मराठवरहाड' ने अगले 5 साल में दूध की खरीद के लिए 11 लाख किलो प्रतिदिन और सालाना टर्नओवर 1800 करोड़ रुपये करने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
उत्पादकों के स्वामित्व वाले संगठनों को बढ़ावा देने के एनडीडीबी के उद्देश्य के अनुसार विदर्भ और मराठवाड़ा डेयरी डेवलपमेंट प्रोजेक्ट (वीएमडीडीपी) के वर्तमान ऑपरेशन को मराठवरहाड दुग्ध उत्पादक संगठन के अंतर्गत लाया जाएगा।
वर्ष 2013 में महाराष्ट्र के विदर्भ और मराठवाड़ा क्षेत्रों के किसानों के लिए दीर्घकालीन आजीविका साधन तैयार करने के लिए डेयरी विकास के लिए राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) और महाराष्ट्र सरकार के बीच समझौता हुआ था। इस समझौते पर किसानों के जोखिमों में विविधता लाने के उद्देश्य से हस्ताक्षर किए गए थे क्योंकि अधिक समावेशी आजीविका विकल्प होने के कारण डेयरी इन सूखाग्रस्त और संकटग्रस्त क्षेत्रों में कृषि फसलों की तुलना में बेहतर विकल्प साबित हुआ है।
विदर्भ और मराठवाड़ा डेयरी डेवलपमेंट प्रोजेक्ट के अंतर्गत 10 जिलों के दुग्ध उत्पादकों को बाजार उपलब्ध कराने के लिए एनडीडीबी की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी मदर डेयरी को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
यह प्रोजेक्ट वर्ष 2016 से विदर्भ क्षेत्र के अकोला, अमरावती, वर्धा, नागपुर, चंद्रपुर और बुलढाणा, और मराठवाड़ा क्षेत्र के नांदेड़, उस्मानाबाद, लातूर और जालना के 10 जिलों में चल रहा था।
प्रोजेक्ट में किसानों का विश्वास और भरोसा इसी बात से सिद्ध होता है कि सभी 10 जिलों में फैले 2,500 मिल्क पूलिंग प्वाइंट्स से इन क्षेत्रों के लगभग 35,000 डेयरी किसानों से प्रतिदिन 4 लाख लीटर दूध की खरीदी की जा रही है।
इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य पूरा हो गया है, इसलिए 9 जनवरी, 2025 को नागपुर में रजिस्टर्ड ऑफिस के साथ महिला स्वामित्व वाले दुग्ध उत्पादक संगठन (एमपीओ) '‘मराठवरहाड दुग्ध उत्पादक संगठन’ की स्थापना की गई है। ऐसे किसान स्वामित्व वाले संगठनों को बढ़ावा देने वाली एनडीडीबी की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी एनडीडीबी डेयरी सर्विसेज (एनडीएस) को मराठवरहाड एमपीओ को टेक्निकल सहायता देने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। वहीं मदर डेयरी मराठवरहाड एमपीओ द्वारा खरीदे गए दूध को मार्केट उपलब्ध कराती रहेगी।
महिला-स्वामित्व और महिलाओं के नेतृत्व वाले मराठवरहाड एमपीओ ने संगठित दुग्ध खरीदी नेटवर्क के अंतर्गत विदर्भ और मराठवाड़ा के 6000 गांवों तक विस्तार और 1.85 लाख महिला सदस्यों को पंजीकृत करने का लक्ष्य रखा है।
मराठवरहाड एमपीओ की योजना सभी गांवों में स्वचालित निष्पक्ष एवं पारदर्शी दूध संग्रहण प्रणाली स्थापित करने की भी है। इसका उद्देश्य सभी महिला सदस्यों के बैंक खाते में नियमित और समय से सीधा भुगतान है।
नागपुर मुख्यालय वाला यह एमपीओ अपने ऑपरेशन वाले क्षेत्र में दुग्ध उत्पादकता बढ़ाने के लिए गुणवत्तापूर्ण पशु खाद्य पदार्थ व चारे का उत्पादन और आपूर्ति सहित टेक्निकल इनपुट सेवाएं किसानों को उपलब्ध कराएगा। इसके अलावा एमपीओ की पूरी वैल्यू चेन से जुड़े उत्पादक निदेशकों, सदस्यों और दूसरे हितधारकों के अनवरत क्षमता निर्माण पर भी ध्यान दिया जाएगा। साथ ही कचरे के प्रबंधन, जल संरक्षण और स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्रों में भी पहलों का आयोजन किया जाएगा।