इफको निदेशक मंडल ने दिलीप संघाणी को 17वां अध्यक्ष चुना
विश्व की नंबर एक और सबसे बड़ी सहकारी समिति इफको ने 19 जनवरी को अध्यक्ष पद के लिए आयोजित चुनाव में दिलीप संघाणी को सर्व सम्मति 17 वां अध्यक्ष चुन लिया। इफको के निवर्तमान अध्यक्ष बलविंदर सिंह नकई का 11 अक्टूबर 2021 को निधन हो जाने के कारण यह चुनाव आयोजित किया गया
विश्व की नंबर एक और सबसे बड़ी सहकारी समिति इंडियन फारमर्स फर्टिलाइजर कोऑपरेटिव लिमिटेड (इफको) ने 19 जनवरी को अध्यक्ष पद के लिए आयोजित चुनाव में दिलीप संघाणी को सर्व सम्मति 17 वां अध्यक्ष चुन लिया। इफको के निवर्तमान अध्यक्ष बलविंदर सिंह नकई का 11 अक्टूबर 2021 को निधन हो जाने के कारण यह चुनाव आयोजित किया गया। इफको के सर्वोच्च शासी निकाय निदेशक मंडल ने 19 जनवरी को दिलीप संघाणी को अध्यक्ष निर्वाचित किया। वह इससे पहले इफको के उपाध्यक्ष थे।
अध्यक्ष चुने जाने के बाद दिलीप संघाणी ने कहा कि इफको किसानों औऱ सहकारिता के लिए समर्पित है। प्रधानमंत्री के सहकार से समृद्धि की ओर स्लोगन के आधार पर हम किसानों के हित में लगातार काम कर रहे हैं।
इस अवसर पर इफको के प्रंबनध निदेशक डॉ. उदय शंकर अवस्थी ने कहा कि हम आत्मनिर्भर भारत और आत्मनिर्भर कृषि के जरिए किसानों की आय दोगुनी करने के प्रधानमंत्री जी के सपने को साकार करने की दिशा में कार्य करते रहेंगे ।
दिलीप संघाणी गुजरात के वरिष्ठ सहकारी बंधु हैं। वह वर्ष 2017 से गुजरात स्टेट कोऑपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन लिमिटेड (गुजकोमासोल) के अध्यक्ष हैं। गुजरात सरकार में कृषि, सहकारिता, पशुपालन, मत्स्य पालन, गौ-पालन, जेल, उत्पाद विधि व न्याय, विधायी व संसदीय मामलों के वे मंत्री भी रह चुके हैं । वह लोकसभा में चार बार अमरेली संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं । वर्ष 2019 में वे इफको के उपाध्यक्ष चुने गए। वर्ष 2021 में वह ऐतिहासिक दौर आया जब दिलीप संघाणी को भारतीय सहकारी समितियों के शीर्ष निकाय भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ का अध्यक्ष चुना गया ।
इफको अपने स्थापना काल से ही भारतीय किसानों के कल्याण के लिए तत्पर रहा है। 1970 के दशक में हरित क्रांति हो या 2000 के दशक में ग्रामीण मोबाइल संचार से लेकर डिजिटल माध्यम से आधुनिक तकनीक और सेवाएं प्रदान करके किसानों का विश्वास जीतना हो, इफको ने दशकों से किसानों के लिए सेवारत रहते हुए यह साख हासिल की है । इफको, नैनो तकनीक आधारित उर्वरक नैनो तरल यूरिया को सफलतापूर्वक लाने वाली विश्व की सबसे पहली उर्वरक उत्पादक कंपनी है । इफको नेतृत्व नवोन्मेष को बढ़ावा देने के मामले में अहम भूमिका निभाता रहा है ।