प्रमुख केंद्रीय मंत्रियों में बदलाव नहीं, शिवराज को कृषि व ग्रामीण विकास, नड्डा स्वास्थ्य मंत्री
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार बनने के बाद मंत्रियों के बीच मंत्रालयों का बंटवारा हो गया है। चार बड़े मंत्रालय यानी गृह, रक्षा, वित्त और विदेश में कोई बदलाव नहीं किया गया है। राजनाथ सिंह को रक्षा मंत्री, अमित शाह को गृह मंत्री, निर्मला सीतारमण को वित्त मंत्री और एस जयशंकर को विदेश मंत्री बनाया गया है। सहकारिता मंत्रालय भी अमित शाह के पास ही रहेगा। नितिन गडकरी को लगातार तीसरी बार सड़क परिवहन मंत्रालय सौंपा गया है। रक्षा, विदेश, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे अहम मंत्रालय भाजपा ने अपने पास रखे हैं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार बनने के बाद मंत्रियों के बीच मंत्रालयों का बंटवारा हो गया है। चार बड़े मंत्रालय यानी गृह, रक्षा, वित्त और विदेश में कोई बदलाव नहीं किया गया है। राजनाथ सिंह को रक्षा मंत्री, अमित शाह को गृह मंत्री, निर्मला सीतारमण को वित्त मंत्री और एस जयशंकर को विदेश मंत्री बनाया गया है। सहकारिता मंत्रालय भी अमित शाह के पास ही रहेगा। नितिन गडकरी को लगातार तीसरी बार सड़क परिवहन मंत्रालय सौंपा गया है। रक्षा, विदेश, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे अहम मंत्रालय भाजपा ने अपने पास रखे हैं। अधिकांश मंत्रियों को पुराने विभागों के साथ रिपीट किया है।
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को कृषि और ग्रामीण विकास मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है। जबकि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा स्वास्थ्य मंत्री बनाए गए हैं। उन्हें रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय का जिम्मा भी दिया है। जेडीयू के नेता राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह को पंचायती राज तथा मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्री बनाया है। प्रल्हाद जोशी को उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण तथा नवीन एवं नवीकरणीय मंत्रालय मिले हैं। अन्नपूर्णा देवी नई महिला एवं बाल विकास मंत्री हैं।
एलजेपी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान को खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री बनाया गया है। हरियाणा के पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर आवास, शहरी मामले और ऊर्जा दो अहम मंत्रालय संभालेंगे। पीयूष गोयल के पास उद्योग और वाणिज्य मंत्रालय रहेगा जबकि धर्मेंद्र प्रधान शिक्षा मंत्री बने रहेंगे। भूपेंद्र यादव को इस बार भी पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री बनाया गया है। डॉ. मनसुख मंडाविया खेल और श्रम मंत्रालय संभालेंगे।
पिछली सरकार में रेल मंत्रालय संभालने वाले अश्विनी वैष्णव को रेल और सूचना व प्रसारण मंत्रालय के साथ इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय का जिम्मा भी दिया गया है। हरदीप सिंह पुरी के पास पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री का जिम्मा बरकरार रहेगा। किरेन रिजिजू को संसदीय कार्य और अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय दिए हैं, जबकि सर्बानंद सोनोवाल के पास शिपिंग मंत्रालय रहेगा।
राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) राव इंद्रजीत सिंह को सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के अलावा योजना और संस्कृति मंत्रालय का जिम्मा दिया गया है। राष्ट्रीय लोकदल के नेता जयंत चौधरी को कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय का राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और शिक्षा मंत्रालय में राज्य मंत्री बनाया गया है। अर्जुनराम मेघवाल कानून और संसदीय मामलों के राज्यमंत्री बने रहेंगे। डॉ. जितेंद्र सिंह को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष विज्ञान मंत्रालय के साथ-साथ पीएमओ में राज्यमंत्री बनाया गया है।
भाजपा ने ज्यादातर अहम मंत्रालय अपने पास रखे हैं और मंत्रियों के दायित्व में बड़ा फेरबदल नहीं किया है। भाजपा के सहयोगियों में से जनता दल (सेक्युलर) के एचडी कुमारस्वामी को भारी उद्योग और इस्पात मंत्रालय मिला है। जीतन राम मांझी (एचएएम-सेक्युलर) को सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय मिला है, जबकि टीडीपी के राममोहन नायडू को नागरिक उड्डयन मंत्री बनाया गया है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया को संचार और पूर्वोत्तर विकास मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है। गुजरात के भाजपा नेता सीआर पाटिल को जल शक्ति मंत्रालय मिला है, जबकि राजस्थान के गजेंद्र सिंह शेखावत संस्कृति और पर्यटन मंत्री होंगे। जुएल ओराम जनजातीय मामलों के मंत्री बने हैं। गिरिराज सिंह को कपड़ा मंत्रालय मिला है।