थोक महंगाई 8 महीने के शिखर पर आई, नवंबर में खाने-पीने के सामानों के दाम में हुई तेज वृद्धि
खाद्य वस्तुओं की कीमतों में तेज वृद्धि की वजह से नवंबर में थोक महंगाई की दर 8 महीने बाद ऋणात्मक से निकलकर शून्य से ऊपर पहुंच गई है। नवंबर में थोक महंगाई में 0.74 फीसदी की तेज बढ़ोतरी हुई है और यह 0.26 फीसदी पर पहुंच गई है। नवंबर 2022 में यह 6.12 फीसदी थी। इससे पहले अक्टूबर 2023 में यह शून्य से नीचे 0.52 फीसदी पर थी।
खाद्य वस्तुओं की कीमतों में तेज वृद्धि की वजह से नवंबर में थोक महंगाई की दर 8 महीने बाद ऋणात्मक से निकलकर शून्य से ऊपर पहुंच गई है। नवंबर में थोक महंगाई में 0.74 फीसदी की तेज बढ़ोतरी हुई है और यह 0.26 फीसदी पर पहुंच गई है। नवंबर 2022 में यह 6.12 फीसदी थी। इससे पहले अक्टूबर 2023 में यह शून्य से नीचे 0.52 फीसदी पर थी। अप्रैल 2023 से ही थोक महंगाई की दर शून्य से नीचे बनी हुई थी। इस साल अप्रैल में थोक महंगाई की दर घटकर -0.92 फीसदी पर पहुंच गई थी।
वाणिज्य मंत्रालय की ओर से गुरुवार को जारी थोक महंगाई के आंकड़ों के मुताबिक, नवंबर में खाद्य महंगाई की थोक दर अक्टूबर के 2.53 फीसदी से बढ़कर 8.18 फीसदी पर पहुंच गई है। इसी तरह, रोजमर्रा के सामानों की थोक महंगाई दर 1.82 फीसदी से बढ़कर 4.76 फीसदी रही है। विनिर्मित उत्पादों की महंगाई दर -1.13% से बढ़कर -0.64 रही है। हालांकि, ईंधन और बिजली की थोक महंगाई दर -2.47 फीसदी से घटकर -4.61 पर पहुंच गई
इससे पहले मंगलवार (12 दिसंबर) को जब खुदरा महंगाई के आंकड़े आए थे तो, खुदरा महंगाई की दर भी तीन महीने के उच्च स्तर पर पहुंच गई थी। नवंबर में खुदरा महंगाई की दर 5.55 फीसदी पर पहुंच गई। आलू, प्याज, सब्जियों, फलों और अन्य खाद्य वस्तुओं की कीमतों में बढ़ोतरी के चलते खुदरा महंगाई बढ़ी है। अक्टूबर में खुदरा महंगाई 4.87 फीसदी रही थी।