तेल वर्ष 2023-24 में वनस्पति तेलों का आयात 3 फीसदी घटकर 162.3 लाख टन रहा
तेल वर्ष 2023-24 में वनस्पति तेलों का आयात 3 फीसदी घटकर 162.3 लाख टन रह गया जो इसके पिछले तेल वर्ष 2022-23 में 167.1 लाख टन रहा था। तेल वर्ष 2023-24 में वनस्पति तेलों का आयात 6.8 लाख टन कम रहा
तेल वर्ष 2023-24 में वनस्पति तेलों का आयात 3 फीसदी घटकर 162.3 लाख टन रहा जो इसके पिछले तेल वर्ष 2022-23 में 167.1 लाख टन रहा था। तेल वर्ष 2023-24 में वनस्पति तेलों का आयात 4.8 लाख टन कम रहा। सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसईए) द्वारा जारी ताजा आंकड़ों से यह जानकारी सामने आई है।
एसईए के अनुसार, तेल वर्ष 2023-24 के दौरान खाद्य तेलों के आयात में 5 लाख टन की कमी आई है। खाद्य तेलों का आयात घटकर 159.6 लाख टन रह गया, जो पिछले तेल वर्ष 2022-23 में 164.7 लाख टन था। तेल वर्ष 2023-24 में कुल 1,31,976 करोड़ रुपये का खाद्य तेल देश में आयात हुआ। खाद्य तेलों में आरबीडी पामोलीन का आयात 19.3 लाख टन रहा, क्रूड पाम ऑयल का आयत 69.70 लाख टन, क्रूड पाम कर्नेल ऑयल का आयात 1.1 लाख टन, सोयाबीन ऑयल का आयात 34.41 लाख टन और सनसीड ऑयल का आयात 35 लाख टन रहा।
केंद्र सरकार ने देश में तिलहन फसलों की गिरती कीमतों के मुद्देनजर सितंबर में खाद्य तेलों के आयात पर सीमा शुल्क में 20 फीसदी की बढ़ोतरी कर दी थी। सरकार ने सीमा शुल्क शून्य से बढ़ाकर 20 फीसदी कर दिया था। इस बढ़ोतरी को सितंबर और अक्टूबर में आयात में कमी की मुख्य वजह माना जा सकता है। वहीं, पिछले दो महीने में घरेलू बाजार में खाद्य तेलों की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है।
केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, पिछले दो महीने में पैक्ड सोयाबीन तेल का औसत खुदरा मुल्य 118.69 रुपये से बढ़कर 141.18 रुपये प्रति लीटर, पैक्ड सूरजमुखी तेल का औसत खुदरा मुल्य 120.33 रुपये से बढ़कर 147.86 रुपये प्रति लीटर और पैक्ड पाम तेल का औसत खुदरा मुल्य 100.19 रुपसे से बढ़कर 128.94 रुपये प्रति लीटर हो गया है।