हरियाणा सरकार 7 जिलों में दलहन और तिलहन को बढ़ावा देगी, किसानों को प्रति एकड़ 4000 रुपए की मदद
दक्षिण हरियाणा के जिन 7 जिलों में दलहन और तिलहन की फसलों को बढ़ावा दिया जाएगा उनमें भिवानी, चरखी दादरी, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, झज्जर, हिसार और नूह शामिल हैं
हरियाणा सरकार ने प्रदेश के 7 जिलों में बाजरा की जगह दलहन और तिलहन की फसलों को बढ़ावा देने का फैसला किया है। फसल विविधीकरण योजना के तहत राज्य सरकार इस दिशा में कदम उठा रही है।
दक्षिण हरियाणा के जिन 7 जिलों में दलहन और तिलहन की फसलों को बढ़ावा दिया जाएगा उनमें भिवानी, चरखी दादरी, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, झज्जर, हिसार और नूह शामिल हैं। राज्य सरकार की तरफ से जारी एक बयान के मुताबिक इस योजना के तहत दलहन और तिलहन की खेती प्रदेश में कम से कम एक लाख हेक्टेयर में करने की का लक्ष्य है।
बयान में कृषि एवं परिवार कल्याण विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव सुमिता मिश्रा के हवाले से कहा गया है कि केंद्र सरकार ने दालों और तिलहन के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में बढ़ोतरी की है इससे इनका रकबा बढ़ाने में मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत दालों में मूंग, अरहर और उड़द तथा तिलहन की फसलों में कैस्टर, मूंगफली और तिल की खेती की जा सकती है।
योजना के तहत किसानों को प्रति एकड़ 4000 रुपये की आर्थिक मदद भी दी जाएगी। इसके लिए किसानों को पहले 'मेरी फसल मेरा ब्योरा' पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा। वेरिफिकेशन के बाद रकम उनके बैंक खाते में ट्रांसफर की जाएगी।
सुमिता मिश्रा ने कहा कि फसलों की नई वैरायटी और आधुनिक प्रौद्योगिकी के बारे में किसानों को जानकारी दी जा रही है। बयान में कहा गया है कि दालों की खेती बढ़ाने से मिट्टी की सेहत भी बेहतर होगी और वह अधिक उपजाऊ बनेगी।