अप्रैल में खाद्य तेल आयात 27 फीसदी बढा, तिलहन उत्पादकों के लिए चुनौती
भारत ने अप्रैल 2024 में 13.04 लाख टन खाद्य तेलों का आयात किया, जो पिछले साल के मुकाबले 27.67 प्रतिशत अधिक है। मार्च 2024 में भारत का खाद्य तेल आयात 11.49 लीटर था।
खाद्य तेलों के मामले में आत्मनिर्भरता हासिल करने के दावों के बावजूद देश में विदेशी खाद्य तेलों का आयात बढ़ता जा रहा है। भारत ने अप्रैल 2024 में 13.04 लाख टन खाद्य तेलों का आयात किया, जो पिछले साल के मुकाबले 27.67 प्रतिशत अधिक है। मार्च 2024 में भारत का खाद्य तेल आयात 11.49 लाख टन था। इस दौरान सोयाबीन तेल का आयात 2.62 लाख टन से बढ़कर 3.85 लाख टन हो गया है।
अप्रैल में पाम ऑयल का आयात सालाना आधार पर 34.11 प्रतिशत बढ़कर 6.84 लाख टन तक पहुंच गया है। भारत ने तेल वर्ष 2023-24 के पहले छह महीनों के दौरान 42.13 लाख टन पाम तेल (आरबीडी पामोलीन और सीपीओ सहित) का आयात किया, जबकि पिछले तेल वर्ष की इसी अवधि में यह 49.09 लाख टन था।
भारत ने तेल वर्ष 2023-24 (नवंबर-अक्टूबर) के पहले छह महीनों में 70.69 लाख टन खाद्य तेलों का आयात किया, जो एक साल पहले इसी अवधि में 80.02 लाख टन के मुकाबले 11.65 प्रतिशत कम है। तेल वर्ष 2023-24 के पहले छह महीनों के दौरान भारत का वनस्पति तेलों (खाद्य और अखाद्य तेलों सहित) का कुल आयात 71.48 लाख टन रहा, जो 2022-23 की इसी अवधि में 81.10 लाख टन के मुकाबले 11.86 प्रतिशत कम है। .
खाद्य तेल उद्योग के संगठन सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसईए) के अनुसार, अप्रैल में भारत के कुल 13.04 लाख टन खाद्य तेल आयात में पाम तेल की हिस्सेदारी 52 प्रतिशत थी। जबकि सूरजमुखी और सोयाबीन ऑयल का आयात 6.20 लाख टन रहा है। गैर-खाद्य तेलों सहित, कुल वनस्पति तेलों का आयात अप्रैल में 26 प्रतिशत बढ़कर 13.18 लाख टन हो गया।
एसईए ने कहा कि वैश्विक कीमतों में गिरावट की वजह से आरबीडी पामोलीन और कच्चे पाम तेल (सीपीओ) का अधिक आयात हुआ। इनमें पिछले महीने लगभग 100 डॉलर प्रति टन की गिरावट आई। जबकि वैश्विक स्तर पर सोयाबीन तेल की कीमतें 40 डॉलर प्रति टन गिर गईं। सूरजमुखी तेल की कीमत पिछले महीने में 15 डॉलर प्रति टन कम हुईं।
भारत दुनिया का सबसे बड़ा खाद्य तेल आयातक है। इंडोनेशिया और मलेशिया आरबीडी पामोलीन और कच्चे पाम तेल (सीपीओ) के प्रमुख निर्यातक हैं, जबकि सोयाबीन तेल अर्जेंटीना, ब्राजील से और सूरजमुखी तेल रूस, रोमानिया और यूक्रेन से आयात किया जाता है।
एसईए के कार्यकारी निदेशक बीवी मेहता ने कहा कि अप्रैल में कीमतों में गिरावट के रुझान ने खाद्य तेलों के अधिक आयात को प्रोत्साहित किया। आरबीडी पामोलीन और कच्चे पाम तेल (सीपीओ) की अंतरराष्ट्रीय कीमत में लगभग 100 डॉलर प्रति टन की गिरावट आई है। उन्होंने कहा कि पिछले एक महीने में सोयाबीन तेल भी 40 डॉलर प्रति टन और सूरजमुखी तेल सिर्फ 15 डॉलर प्रति टन कम हुआ है।
सूरजमुखी तेल के आयात में वृद्धि
नवंबर-अप्रैल 2023-24 के दौरान भारत में कच्चे सूरजमुखी तेल का आयात बढ़कर 15.87 लाख टन हो गया, जो 2022-23 की इसी अवधि में 13.67 लाख टन था।
तेल वर्ष 2023-24 के नवंबर-अप्रैल के दौरान, रूस ने भारत को 6.26 लाख टन कच्चे सूरजमुखी तेल का निर्यात किया, इसके बाद रोमानिया ने 5.21 लाख टन, अर्जेंटीना ने 1.76 लाख टन और यूक्रेन ने 1.69 लाख टन का निर्यात किया।