विश्व बाजार में जून में अनाज के दाम घटे, लेकिन वनस्पति तेल, चीनी और डेयरी प्रोडक्ट महंगे हुए

जून में विश्व खाद्य वस्तुओं की कीमतों के लिए बेंचमार्क अपरिवर्तित रहा। संयुक्त राष्ट्र के खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ) के अनुसार वनस्पति तेलों, चीनी और डेयरी उत्पादों के अंतरराष्ट्रीय बाजार में तो दाम बढ़े, लेकिन उसकी भरपाई अनाज की कीमतों में आई कमी से हो गई।

विश्व बाजार में जून में अनाज के दाम घटे, लेकिन वनस्पति तेल, चीनी और डेयरी प्रोडक्ट महंगे हुए

जून में विश्व खाद्य वस्तुओं की कीमतों के लिए बेंचमार्क अपरिवर्तित रहा। संयुक्त राष्ट्र के खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ) के अनुसार वनस्पति तेलों, चीनी और डेयरी उत्पादों के अंतरराष्ट्रीय बाजार में तो दाम बढ़े, लेकिन उसकी भरपाई अनाज की कीमतों में आई कमी से हो गई।
एफएओ खाद्य मूल्य सूचकांक जून में औसतन 120.6 अंक पर रहा। यह मई के संशोधित आंकड़े के समान है। हालांकि सूचकांक पिछले वर्ष जून महीने की तुलना में 2.1 प्रतिशत कम है। यह मार्च 2022 के शिखर से 24.8 प्रतिशत नीचे है।
अनाज और वनस्पति तेलः अलग-अलग जिंसों का देखें तो एफएओ अनाज मूल्य सूचकांक में मई की तुलना में जून में 3.0 प्रतिशत की गिरावट आई। मोटे अनाज, गेहूं और चावल सबके दाम पिछले महीने कम हुए। इसका प्रमुख कारण बड़े निर्यातक देशों में बेहतर उत्पादन की संभावना है। इसके विपरीत, एफएओ वनस्पति तेल मूल्य सूचकांक मई की तुलना में 3.1 प्रतिशत बढ़ा। इसकी वजह पाम तेल की वैश्विक आयात मांग और अमेरिका में जैव ईंधन के लिए सोया और सूरजमुखी तेलों की मांग बढ़ना है।
चीनीः एफएओ चीनी मूल्य सूचकांक में लगातार तीन महीने गिरावट के बाद इसमें वृद्धि हुई है। इसमें मई की तुलना में 1.9 प्रतिशत की वृद्धि हुई। इसका मुख्य कारण ब्राजील और भारत में उत्पादन पर प्रतिकूल मौसम की आशंका है।
डेयरीः एफएओ डेयरी मूल्य सूचकांक में 1.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई। बटर के अंतरराष्ट्रीय भाव 24 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गए। खुदरा बिक्री में वृद्धि, पश्चिमी यूरोप में मौसमी रूप से दूध की डिलीवरी में गिरावट और ओशिनिया में कम इन्वेंटरी के चलते दाम बढ़े हैं।

वैश्विक अनाज उत्पादन इस वर्ष उच्चतम स्तर पर पहुंचने की उम्मीद
एफएओ ने 2024 में वैश्विक अनाज उत्पादन के लिए अपने पूर्वानुमान को भी अपडेट किया है। उसका नया अनुमान 285.4 करोड़ टन है जो एक नया रिकॉर्ड होगा। एफएओ ने अर्जेंटीना और ब्राजील के साथ-साथ तुर्किये और यूक्रेन में मक्का की फसल बेहतर होने का अनुमान लगाया है। हालांकि इंडोनेशिया, पाकिस्तान और कई दक्षिणी अफ्रीकी देशों में उत्पादन घटने के आसार हैं।
एशिया, विशेष रूप से पाकिस्तान में बेहतर संभावनाओं के आधार पर गेहूं उत्पादन का अनुमान बढ़ाया गया है। सीजन की शुरुआत में रूस के प्रमुख गेहूं उत्पादक क्षेत्रों में खराब मौसम के कारण उत्पादन में जो गिरावट की आशंका है, पाकिस्तान में बढ़ा उत्पादन उसकी भरपाई कर देगा। वैश्विक चावल उत्पादन रिकॉर्ड 53.51 करोड़ टन तक पहुंचने का अनुमान है। 
वर्ष 2024-25 में विश्व अनाज का कुल उपयोग 285.6 करोड़ टन तक बढ़ने का अनुमान है। यह पिछले वर्ष की तुलना में 0.5 प्रतिशत अधिक होगा। ज्यादा वृद्धि चावल और मोटे अनाज की होगी। 2025 में विश्व अनाज स्टॉक में 1.3 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान है। अनाज में अंतरराष्ट्रीय व्यापार के लिए एफएओ का अनुमान 48.1 करोड़ टन का है, जो पिछले अनुमान के बराबर है। हालांकि 2023-24 के सीजन से यह तीन प्रतिशत कम है।

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