राजस्थान के कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने कृषि बजट को लेकर गहलोत सरकार की सराहना की
राजस्थान में भाजपा सरकार बनने के बाद कांग्रेस राज की योजनाओं और फैसलों के भविष्य पर सवाल उठने लगे हैं। लेकिन कृषि एवं बागवानी मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने अलग से कृषि बजट पेश करने के गहलोत सरकार के फैसले की सराहना करते हुए कहा कि यह परंपरा जारी रहनी चाहिए।
राजस्थान में भाजपा सरकार बनने के बाद कांग्रेस राज की योजनाओं और फैसलों के भविष्य पर सवाल उठने लगे हैं। लेकिन कृषि एवं बागवानी मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने अलग से कृषि बजट पेश करने के गहलोत सरकार के फैसले की सराहना करते हुए कहा कि यह परंपरा ठीक है। प्रदेश में एक बड़ा तबका है, जो खेती से जुड़ा है। अलग से कृषि बजट पेश करने से उन्हें ज्यादा फायदा मिल सकता है।
विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि कृषि बजट अलग से पेश करने को वह अच्छी पहल मानते हैं। हालांकि योजना का लाभ आम किसान तक नहीं पहुंच सका था। हम प्रयास करेंगे कि अलग से कृषि बजट पेश किया जा सके और किसानों तक इसका लाभ पहुंचे।
डॉ. किरोड़ी लाल मीणा का कहना है कि कल्याणकारी योजनाओं को बंद करना उचित नहीं है। पिछली सरकार ने किसानों के कल्याण के लिए जो भी योजनाएं चलाई थीं, उन्हें आगे भी जारी रखने के प्रयास किए जाएंगे। लेकिन इन योजनाओं का धरातल पर कितना असर हुआ है, इसकी समीक्षा की जाएगी। उन्होंने अफसरों को 100 दिन की कार्ययोजना तय समय पर पूरा करने के निर्देश दिए हैं।
किसानों की आय दोगुना करने पर जोर
राजस्थान के कृषि मंत्री ने अधिकारियों को किसानों की आय दोगुनी करने के लिए कृषि के क्षेत्र में नवाचार अपनाने के निर्देश दिए। डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि संकल्प पत्र में तैयार की गई 100 दिवसीय कार्य योजनाओं में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत 1,000 करोड़ की फसल क्षति का आकलन कर राहत राशि का वितरण, राज्य में 500 कस्टम हायरिंग सेंटर की स्थापना, पीएम कुसुम योजना के तहत मौजूद ट्यूब वैलों का सौर ऊर्जा द्वारा संचालन सुनिश्चित करने के लिए 5 हजार सोलर पम्प स्थापित किए जाएंगे। इसके अलावा 27 हजार हैक्टेयर क्षेत्रफल में ड्रिप एवं मिनि स्प्रिकंलर व 54 हजार हैक्टेयर क्षेत्रफल में स्प्रिकंलर लगाये जाएंगे।
मिलेट्स उत्पादन को बढ़ावा देने की जरूरत
डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने मिलेट्स उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए मिलेट्स के उत्पादन व विपणन पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि किसानों की समस्याओं को सुनने व समझने के लिए जल्द ही किसान यूनियनों की मिटिंग बुलाई जायेगी। बैठक में कृषि एवं उद्यानिकी विभाग के सचिव डॉ. पृथ्वी, कृषि विभाग के आयुक्त कन्हैया लाल स्वामी, उद्यानिकी विभाग के आयुक्त लक्ष्मण सिंह कुड़ी, संयुक्त शासन सचिव, कैलाश नारायण मीणा एवं राजस्थान राज्य बीज निगम के एमडी जसवंत सिंह सहित विभाग के आला अधिकारी मौजूद रहे।