हरियाणा-पंजाब में घटिया कीटनाशकों के खिलाफ छापेमारी, बठिंडा में बड़ी खेप पकड़ी
हरियाणा-पंजाब में अमानक और घटिया कीटनाशकों के बढ़ते व्यापार को रोकने के लिए विशेष अभियान जारी है। सोमवार को मानसा जिले के झंडूके गांव में एक दुकान पर छापेमारी कर कृषि विभाग के अधिकारियों ने 8.82 क्विंटल पाउडर और 29 लीटर तरल कीटनाशक जब्त किए।
हरियाणा-पंजाब में अमानक और घटिया कीटनाशकों का व्यापार धड़ल्ले से चल रहा है। सरकारी अभियान और कार्रवाई के बावजूद, घटिया कीटनाशकों की बिक्री के मामले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। सोमवार को पंजाब के मानसा जिले के झंडूके गांव में कृषि विभाग ने विशेष अभियान के तहत एक बीज की दुकान पर छापेमारी की। जहां 8.82 क्विंटल पाउडर और 29 लीटर तरल कीटनाशक जब्त किए गए, जिनकी कीमत 6 लाख रुपये से अधिक है।
पंजाब के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां ने बताया कि गुणवत्ता नियंत्रण अभियान के तहत यह कार्रवाई की गई है। इसके अलावा, विभिन्न कीटनाशकों के छह नमूने भी लिए गए हैं। कृषि मंत्री ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि घटिया या नकली कीटनाशकों के संबंध में कोई शिकायत मिलने पर प्राथमिकता के आधार पर उचित कार्रवाई सुनिश्चित करें। उन्होंने चेतावनी दी कि किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
बिना लाइसेंस के पंजाब भेजी जा रही खेप जब्त
बठिंडा में भी कृषि विभाग ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए कीटनाशकों की एक बड़ी खेप पकड़ी। यह खेप बिना लाइसेंस के हरियाणा से पंजाब में लाई जा रही थी। विभाग को सूचना मिली थी कि बिना लाइसेंस के कीटनाशकों की एक खेप पंजाब आ रही है, जिस पर तुरंत कार्रवाई करते हुए गाड़ी को जब्त कर लिया गया। अब विभाग इन नकली कीटनाशकों की सप्लाई करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की तैयारी कर रहा है।
पंजाब में घटिया कीटनाशकों के व्यापार को रोकने के लिए कृषि विभाग ने विशेष अभियान चला रखा है। इस अभियान के तहत राज्य में जगह-जगह छापेमारी की जा रही है। हाल ही में पंजाब में दो उर्वरक कंपनियों के लाइसेंस भी रद्द कर दिए गए थे, जो राज्य में घटिया डायमोनियम फॉस्फेट (डीएपी) की आपूर्ति कर रही थीं।
सिरसा में एक्सपायर कीटनाशक बेच रहा था व्यापारी
सोमवार को हरियाणा के सिरसा जिले में किसान यूनियन ने एक दुकान पर छापेमारी कर एक्सपायर कीटनाशकों की खेप पकड़ी। छापेमारी के दौरान पता चला कि एक्सपायर हो चुके कीटनाशकों पर नई लेबल लगाकर उन्हें फिर से बेचा जा रहा था। किसान यूनियन ने इस पर गंभीर चिंता जताते हुए सरकार से ऐसे व्यापारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। यूनियन ने कहा कि इस तरह की गतिविधियों पर रोक लगाई जाए, ताकि किसानों को सुरक्षित और गुणवत्तापूर्ण उत्पाद मिल सकें।
हरियाणा सिरसा दुकानदार कीटनाशक कालाबाजारी करने वाले के ऊपर किसान युनियन की रेड, दो दो साल पुरानी (एक्सपायरी डेट) दवाओं को दो बार सील करके बेच रहे थे।@JPDALALBJP @cmohry pic.twitter.com/bz2ZMDTiON
— ashokdanoda (@ashokdanoda) July 30, 2024