प्रो. सुरिंदर गुप्ता बने शेर-ए-कश्मीर कृषि विश्वविद्यालय के कार्यवाहक कुलपति
प्रो. सुरिंदर गुप्ता को जम्मू के शेर-ए-कश्मीर कृषि विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (एसकेयूएएसटी) का कार्यवाहक कुलपति नियुक्त किया गया है। उन्होंने अपना पदभार ग्रहण कर लिया है। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल सचिवालय की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि नए कुलपति के कार्यभार ग्रहण करने तक वह कुलपति कार्यालय के नियमित कार्य देखेंगे।
प्रो. सुरिंदर गुप्ता को जम्मू के शेर-ए-कश्मीर कृषि विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (एसकेयूएएसटी) का कार्यवाहक कुलपति नियुक्त किया गया है। उन्होंने अपना पदभार ग्रहण कर लिया है। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल सचिवालय की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि नए कुलपति के कार्यभार ग्रहण करने तक वह कुलपति कार्यालय के नियमित कार्य देखेंगे।
कार्यभार ग्रहण करने के बाद प्रो. गुप्ता ने विश्वविद्यालय की प्रगति के लिए कार्य करने का संकल्प लिया। उन्होंने कहा कि तकनीकी प्रगति के युग में शेर-ए-कश्मीर कृषि विश्विद्यालय की प्रमुख भूमिका है। उन्होंने आशा जताई कि वह अपने छात्रों, किसानों, वैज्ञानिकों और हितधारकों को प्रगतिशील बनाने में सक्षम होंगे।
पदभार ग्रहण करने के बाद उन्होंने जैविक खेती अनुसंधान केंद्र और हनी बी यूनिट का दौरा किया और केंद्रीय रिजर्व पुलिस के अधिकारियों को कार्प बीज भी वितरित किए। प्रो. गुप्ता ने विश्वविद्यालय में चल रहे विभिन्न शिक्षण, अनुसंधान और विस्तार गतिविधियों का जायजा लिया और विश्वविद्यालय को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए सभी कर्मचारियों का सहयोग मांगा। उन्होंने कहा कि वे किसानों और वैज्ञानिकों के बीच की खाई को पाटने को उच्च प्राथमिकता देंगे। उन्होंने कृषि और संबद्ध क्षेत्रों के सतत विकास के लिए सक्षम मानव संसाधन बनाने के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए वैज्ञानिकों से टीम भावना के साथ मिलकर काम करने का आग्रह किया।
प्रो. गुप्ता ने 1983 में बिहार वेटनरी कॉलेज, पटना से पशु चिकित्सा विज्ञान में स्नातक की डिग्री हासिल की है। उसके बाद 1987 में राजेंद्र कृषि विश्वविद्यालय, बिहार से पशु चिकित्सा में मास्टर की उपाधि प्राप्त की। 1995 में उन्हें एचएयू, हिसार से पशु चिकित्सा में डॉक्टरेट की उपाधि मिली।
प्रो. गुप्ता इससे पहले यूनिवर्सिटी में डीन एफवीएससी सहित कई प्रमुख प्रशासनिक पदों पर काम कर चुके हैं। उन्होंने कृषि समुदाय की बेहतरी के लिए अपनी नेतृत्व क्षमताओं और प्रतिबद्धता का लगातार प्रदर्शन किया है। स्थानीय कृषि पारिस्थितिकी तंत्र की उनकी गहरी समझ और कृषि उन्नति के प्रति उनके अटूट समर्पण ने विश्विद्यालय के भविष्य को आकार देने, कृषि शिक्षा में प्रगति करने और अत्याधुनिक अनुसंधान का नेतृत्व करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। शेर-ए-कश्मीर कृषि विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ने केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ), 2023 के तहत कृषि विश्वविद्यालयों में पांचवां स्थान हासिल किया है।