हरियाणा चुनाव में 61.32 % मतदान, पिछली बार से 7% घटा, कई जगह भाजपा-कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में झड़प

हरियाणा में विधानसभा की 90 सीटों पर शाम 6 बजे मतदान खत्म हो गया। चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार राज्य में 61.32 फीसदी वोटिंग हुई। सबसे ज्यादा वोटिंग यमुनानगर जिले में 67.93 फीसदी, जबकि सबसे कम वोटिंग 49.97 फीसदी गुरुग्राम में हुई

हरियाणा चुनाव में 61.32 % मतदान, पिछली बार से 7% घटा, कई जगह भाजपा-कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में झड़प

हरियाणा में विधानसभा की 90 सीटों पर शाम 6 बजे मतदान खत्म हो गया। चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार राज्य में 61.32 फीसदी वोटिंग हुई। सबसे ज्यादा वोटिंग यमुनानगर जिले में 67.93 फीसदी, जबकि सबसे कम वोटिंग 49.97 फीसदी गुरुग्राम में हुई। इसके अलावा, अंबाला में 62.26 फीसदी, भिवानी में 63.06 फीसदी, चरखी दादरी में 58.10 फीसदी, फरीदाबाद में 51.28 फीसदी, फतेहाबाद में 67.05 फीसदी, हिसार में 64.16 फीसदी, झज्जर में 60.52 फीसदी, जींद में 66.02 फीसदी, कैथल में 62.53 फीसदी, करनाल में 60.42 फीसदी, कुरुक्षेत्र में 65.55 फीसदी, महेंद्रगढ़ में 65.76 फीसदी, मेवात में 68.28 फीसदी, पलवल में 67.69 फीसदी, पंचकुला में 54.71 फीसदी, पानीपत में 60.52 फीसदी, रेवाड़ी में 60.91 फीसदी, रोहतक में 60.56 फीसदी, सिरसा में 65.37 फीसदी, सोनीपत में 56.69 फीसदी और यमुनानगर में 67.93 फीसदी वोटिंग हुई है। इन आंकड़ों में देर शाम तक बदलाव हो सकता है। चुनाव के नतीजे 8 अक्टूबर को आएंगे। 

वोटिंग के दौरान कई मतदान केंद्रों से हंगामे की खबरें भी आईं। नूंह में वोटिंग के दौरान 3 जगह बवाल हुआ, जहां कांग्रेस, इनेलो-बसपा और निर्दलीय उम्मीदवारों के समर्थकों के बीच पथराव हुआ। इस पथराव में 2 लोग घायल हो गए। जींद के जुलाना से कांग्रेस उम्मीदवार विनेश फोगाट पर भाजपा प्रत्याशी ने बूथ कैप्चरिंग का आरोप लगाया, जिसे फोगाट ने गलत बताया और कहा कि जुलाना में ईमानदारी से मतदान हुआ है। पंचकूला में भाजपा और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में झड़प हुई। फतेहाबाद में मतदान केंद्र पर हंगामा हुआ। सोनीपत में कवरिंग एजेंट बदलने पर विवाद हुआ, जिसमें 2 लोग घायल हो गए।

मतदान के बाद परिवार के साथ मनु भाकर।

हिसार में पूर्व वित्त मंत्री और नारनौंद से भाजपा उम्मीदवार कैप्टन अभिमन्यु और कांग्रेस उम्मीदवार जस्सी पेटवाड़ के समर्थक भिड़ गए, दोनों पक्षों के बीच लात-घूंसे चले और एक-दूसरे पर फर्जी वोटिंग का आरोप लगाया गया। महेंद्रगढ़ जिले के नांगल चौधरी के धोखेरा गांव में भी मतदान के दौरान कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ताओं में झगड़ा हुआ। रोहतक के महम से हरियाणा जनसेवक पार्टी के उम्मीदवार बलराज कुंडू ने कांग्रेस उम्मीदवार बलराम दांगी के पिता पर हमले का आरोप लगाया, जिससे उनके कपड़े फट गए।

इसके अलावा, यमुनानगर में फर्जी वोट डालने के मामले में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया, जिसके बाद पुलिस ने 2 लोगों को हिरासत में लिया। पानीपत में वोटिंग के दौरान हिंसा हुई, जहां इसराना विधानसभा के गांव नोहरा में वोटिंग को लेकर दो पक्षों में झगड़ा हो गया और एक युवक को चाकू मारा गया। करनाल के इंद्री में 4-5 युवकों के साथ मारपीट हुई, उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस को वोट न देने के लिए उन्हें पीटा गया। 

हरियाणा विधानसभा की 90 सीटों के लिए कुल 1031 उम्मीदवार मैदान में हैं। इनमें 101 महिलाएं और 464 निर्दलीय हैं। 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में यहां 68.2 फीसदी मतदान हुआ था। उस समय फतेहाबाद, कैथल, जगाधरी और हथिन में 70 फीसदी से अधिक वोट पड़े थे जबकि गुरुग्राम, बडखल और तैगांव सबसे कम मतदान वाले क्षेत्र थे। यहां 50 फीसदी से कुछ अधिक वोट डाले गए थे।

इस चुनाव में राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, और दीपेंद्र हुड्डा ने जोरदार प्रचार किया, जबकि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने राजनीतिक समीकरण बनाने की कोशिश की। इससे कांग्रेस को बहुत मदद मिली है। हालांकि, पार्टी में गुटबाजी और कुमारी सैलजा की नाराजगी का मुद्दा चुनाव भर चर्चा में रहा। चुनाव प्रचार के आखिरी दिन कुमारी सैलजा की सोनिया गांधी से मुलाकात ने हलचल मचा दी। उधर, कांग्रेस ने अशोक तंवर को पार्टी में शामिल कर डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश की।

वहीं, भाजपा का चुनाव अभियान सीएम नायब सिंह सैनी और पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व पर केंद्रित रहा। पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर चुनाव प्रचार में सक्रिय रूप से नजर नहीं आए, जबकि पिछले साढ़े नौ साल से हरियाणा सरकार की कमान उन्हीं के पास थी। इस चुनाव में पीएम मोदी ने भी ज्यादा रैलियां नहीं कीं, और पिछले दो दिनों में हरियाणा में उनकी कोई रैली नहीं हुई। हालांकि, गुरुवार को उन्होंने ट्वीट कर कांग्रेस पर निशाना साधा। 

हरियाणा चुनाव में इनेलो-बसपा और जेजेपी-आसपा गठबंधन समेत कई निर्दलीय उम्मीदवार भी हैं। इनेलो और जेजेपी अपनी राजनीतिक जमीन बचाने की कोशिश कर रही हैं। इनेलो बसपा के साथ मिलकर कुछ सीटों पर प्रतिस्पर्धा कर रही है, जबकि जेजेपी को किसान आंदोलन में भाजपा के साथ रहने पर सवालों का सामना करना पड़ रहा है। दुष्यंत चौटाला खुद उचाना कलां में अपनी सीट पर कड़े मुकाबले में हैं। कुछ सीटों को छोड़कर, मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच माना जा रहा है।

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