उत्तर पश्चिम भारत में 16 फीसदी कम बारिश, किसान परेशान
उत्तर पश्चिम और उत्तर पूर्व भारत में बारिश न होने से सूखे जैसे हालात बने हुए हैं। 1 जून से 25 जुलाई तक पूर्वोत्तर में 15 फीसदी और उत्तर पश्चिम में 16 फीसदी कम बारिश हुई। वहीं, मध्य और दक्षिण भारत में सामान्य से अधिक बारिश हुई है।
देशभर में मानसून की दस्तक को अब करीब 2 महीने होने को है, लेकिन इसके बाद भी देश कई हिस्सों में बारिश नहीं होने से सूखे जैसे हालात बने हुए हैं। बारिश नहीं होने से खेती-किसानी सबसे ज्याद प्रभावित हो रही है। खासकर उत्तर पश्चिम भारत और उत्तर पूर्व भारत के किसान बारिश नहीं होने से काफी परेशान हैं। देशभर में 1 जून से 25 जुलाई तक भले ही सामान्य से 2 फीसदी अधिक बारिश हो चुकी हो, लेकिन उत्तर और पूर्वोत्तर भारत में अब तक सामान्य से कम बारिश हुई है। जिसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पूर्व और उत्तर पूर्व भारत में 25 जुलाई तक 15 फीसदी कम बारिश हुई है। जबकि, उत्तर पश्चिम भारत में मानसून के बादल 16 फीसदी कम बरसे हैं।
उत्तर पश्चिम भारत की बात करें तो यहां पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 15 फीसदी, हरियाणा-चंडीगढ़ और दिल्ली में 39 फीसदी, पंजाब में 44 फीसदी, हिमाचल प्रदेश में 38 फीसदी, उत्तराखंड में 2 फीसदी, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में 33 फीसदी, पश्चिम राजस्थान में 2 फीसदी और पूर्वी राजस्थान में 3 फीसदी कम बारिश हुई है। कुछ ऐसा ही हाल पूर्व और उत्तर पूर्व भारत का भी है। यहां, अरुणाचल प्रदेश में 11 फीसदी, पश्चिम बंगाल में 68 फीसदी, झारखंड में 46 फीसदी और बिहार में 30 फीसदी कम बारिश हुई है। मध्य और दक्षिण भारत की बात करें तो इन क्षेत्रों में इस वर्ष मानसून काफी अच्छा रहा है। मध्य भारत में 25 जुलाई तक सामान्य से 15 फीसदी और दक्षिण भारत में सामान्य से 25 फीसदी अधिक बारिश हो चुकी है।
देश के कई क्षेत्रों में आज भी किसान खेती-बाढ़ी के लिए बारिश के पानी पर निर्भर हैं। लेकिन, बारिश नहीं होने से उन्हें कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। देश में इस साल मानसून की शुरुआत काफी अच्छी रही। मध्य और दक्षिण भारत में जमकर मानसून के बादल बरसे। लेकिन, उत्तर और पूर्वोत्तर भारत की तरफ आते-आते मानसून की रफ्तार धीमी पड़ गई थी। जिसका प्रभाव अब ज्यादा देखने को मिल रहा है और भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के आंकड़े भी इस बात की तस्दीक कर रहे हैं।
मौसम विभाग की मानें तो बंगाल की खाड़ी से आने वाली हवाओं के कमजोर पड़ने से उत्तर और पूर्वोत्तर भारत में कम बारिश हो रही है। इन क्षेत्रों में अब तक जितनी भी बारिश हुई है वह अरब सागर से आने वाली हवाओं के कारण हुई है। हालांकि, मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले दिनों में बंगाल की खाड़ी फिर सक्रिय होने से अच्छी बारिश होने की संभावना है।
इन राज्यों में होगी बारिश
आईएमडी के डेली बुलेटिन के अनुसार, 27 से 31 जुलाई तक मध्य महाराष्ट्र, कोंकण, गोवा, छत्तीसगढ़, विदर्भ, सौराष्ट्र, कच्छ, मध्य प्रदेश, गुजरात क्षेत्र, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा-चंडीगढ़, पंजाब, राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भारी बारिश होने की संभावना है।