पूसा दिल्ली में हुआ 'नवोन्मेषी कृषक सम्मेलन' का आयोजन, 40 किसानों को किया गया सम्मानित
पूसा दिल्ली में आज 'नवोन्मेषी कृषक सम्मेलन' का आयोजन हुआ। सम्मेलन के दौरान 7 किसानों को ‘अध्येता किसान’ और 33 किसानों को ‘नवोन्मेषी किसान’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (पूसा) के डॉ. बी.पी. पाल सभागार में आज 6 जून को देशभर के प्रगतिशील किसानों के लिए 'नवोन्मेषी कृषक सम्मेलन' का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य देश के नवोन्मेषी और अध्येता किसानों को सम्मानित करना था। सम्मेलन के दौरान 6 राज्यों के 7 किसानों को ‘अध्येता किसान’ और 22 राज्यों के 33 किसानों को ‘नवोन्मेषी किसान’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसमें 8 राज्यों से 9 महिला किसान और 6 आदिवासी किसान भी शामिल थे। यह बहुआयामी कार्यक्रम संस्थान के निदेशक डॉ ए.के. सिंह और संयुक्त निदेशक (प्रसार) डॉ आर.एन. पड़ारिया के नेतृत्व में आयोजित किया गया।
सम्मेलन में सम्मानित किए गए सभी किसानों ने खेती के विभिन्न मॉडल तैयार कर अपने-अपने क्षेत्रों में समेकित कृषि प्रणाली का विकास किया है। इसमें खाद्यान्न फसलें, बागवानी फसलें आदि शामिल हैं। कई सफल किसानों ने फसल विविधीकरण को अपनाकर अपनी आय में वृद्धि की है। इसके अलावा, हाईटेक कृषि पद्धतियों जैसे संरक्षित खेती, गैर-पारंपरिक ऊर्जा स्रोत, सोलर प्रणालियां, जल-संसाधन के संरक्षण और उपयोग दक्षता बढ़ाने वाली तकनीकों को भी अपनाया गया है। कई किसानों ने आई.पी.एम (इंटीग्रेटेड पेस्ट मैनेजमेंट), उन्नत कृषि मशीनरी और हाइड्रोपोनिक्स जैसी तकनीकों का उपयोग भी किया है।
भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान हर वर्ष लगभग 40 किसानों को सम्मानित करता है। संस्थान में 2008 से 'नवोन्मेषी किसान सम्मान' और 2012 से 'अध्येता किसान सम्मान' की शुरुआत की थी। अब तक देशभर के विभिन्न राज्यों के 400 से अधिक किसानों को इन सम्मानों से नवाजा जा चुका है। इस अवसर पर चार पद्मश्री से सम्मानित किसानों को भी आमंत्रित किया गया था। सम्मेलन में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के उपमहानिदेशक (कृषि प्रसार) डॉ यू.एस. गौतम, पूसा संस्थान के निदेशक डॉ ए.के. सिंह, संस्थान के सभी संयुक्त निदेशक और सभी संभाध्यक्ष एवं कृषि के विद्यार्थियों ने भाग लिया।