भारतीय बाजार में चिली के अखरोट लांच
चिली नट के उत्पादक और निर्यातक संघ ने चिली के विदेश मंत्रालय की संस्था प्रोचिले के सहयोग से भारतीय बाजार में चिली में उत्पादित अखरोट लॉन्च किया है। चिली के अखरोट आने वाले महीनों में त्यौहारों के अवसर पर भारत के बाजारों में उपलब्ध होंगे। भारत में चिली के राजदूत जुआन अंगुलो ने भारत में चिली अखरोट के व्यापार के लिए नई दिल्ली में अपने आवास पर 1 अक्तूबर को आयोजित एक समारोह में इसके लिए मार्केटिंग अभियान की शुरुआत की
नई दिल्ली
चिली नट के उत्पादक और निर्यातक संघ ने चिली के विदेश मंत्रालय की संस्था एडिग वैल्यू एण्ड डाइवर्सिफिकेशन टू द कंट्री कल्चर प्रोडक्ट एण्ड सर्विस (प्रोचिले) के सहयोग से भारतीय बाजार में चिली में उत्पादित अखरोट लॉन्च किया है। चिली के अखरोट आने वाले महीनों में त्यौहारों के अवसर पर भारत के बाजारों में उपलब्ध होंगे। भारत में चिली के राजदूत जुआन अंगुलो ने भारत में चिली अखरोट के व्यापार के लिए नई दिल्ली में अपने आवास पर 1 अक्तूबर को आयोजित एक समारोह में इसके लिए प्रचार अभियान की शुरुआत की।
प्रोचिले चिली के विदेश मंत्रालय के साथ काम करने वाला वहां का एक एक निकाय है। इसका मिशन अपने देश के उत्पादों और सेवाओं के निर्यात को बढ़ावा देना, विदेशी निवेश के प्रसार और पर्यटन को बढ़ावा देने के अलावा मुख्य रूप से खाद्य, सेवाओं और उद्योगों को बढ़ावा देना है।
इस अवसर पर चिली के राजदूत ने कहा कि चिली और भारत रणनीतिक साझेदार हैं और दोनों देश मिलकर द्विपक्षीय व्यापार बढ़ाने के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने इस बात की जानकारी दी कि चिली दुनिया के दक्षिणी गोलार्द्ध मे स्थित होने के कारण भारतीय उत्पादन अवधि के लिए पूरी तरह से पूरक है। जब अन्य देशों में उत्पाद की आपूर्ति अनुपलब्ध होती है तो काउंटर सीजन में भारतीय उपभोक्ता ताजा चिली उत्पादों की खरीदारी कर उपयोग कर सकते हैं । चिली के अखरोट को हल्के रंग, ताजगी और इसकी उच्च उपज के लिए पूरी दुनिया में सबसे अच्छा माना जाता है।
इस मौके पर मीडिया से बात करते हुए चिलीनट के चेयरमैन एडमंडो वाल्डेरामा ने कहा कि चिली दक्षिणी गोलार्ध में अखरोट का सबसे बड़ा निर्यातक देश है और दुनिया में अखरोट का दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक है । चिली के अखरोट 70 से अधिक देशों में निर्यात किए जा रहे हैं और अब भारत हमारे सबसे तेजी से उभरते हुआ बाजारों में से एक है।
प्रोचिले की व्यापार आयुक्त मार्सेला ज़ुनिगा एलेग्रिया ने इस अवसर पर जानकारी दी कि चिली में अद्वितीय प्राकृतिक स्थितियां हैं जिसके कारण वहां बहुत उच्च गुणवत्ता वाले अखरोट की पैदावार होती हैं जो दुनिया भर में प्रसिद्ध हैं। चिली के पूर्व में एंडीज, पश्चिम में प्रशांत महासागर, उत्तर में अटाकामा रेगिस्तान और दक्षिण में अंटार्कटिका चिली में प्राकृतिक अवरोध पैदा करके वहां के बगीचों को किसी भी प्रकार के नुकसान होने से बचाते हैं। मुझे यकीन है कि भारतीय उपभोक्ताओं को इन अखरोटों का स्वाद पसंद आएगा, जो पहले ही दुनिया भर में काफी पसंद किए जाते है।
इसके भारत में कंट्री मार्केटिंग प्रतिनिधि सुमित सरन ने कहा कि हम भारत में चिली अखरोट की अपार संभावनाएं देखते हैं। यहां उच्च गुणवत्ता वाले अखरोट की मांग लगातार बढ़ रही है। चिली की एक महत्वपूर्ण भूमिका होगी क्योंकि चिली में अखरोट का उत्पादन भारतीय अखरोटों के लिए 100 फीसदी काउंटर मौसमी है। उन्होंने कहा कि चिली के अखरोट की फसल मई-जुलाई महीने के दौरान होती है। हमारा अखरोट भारत में अगस्त के बाद उपलब्ध होगा जो यहां के पड़ने वाले महत्वपूर्ण उत्सव और त्यौहारों के सीजन में उपल्बध रहेंगे। सरन ने कहा कि इसके लिए हमने व्यापक व्यापार और मीडिया रणनीति तैयार की है। यह अखरोट खुदरा विक्रेताओं और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म दोनों पर उपलब्ध होंगे।