एग्री सप्लाई चेन स्टार्ट-अप ओनाटो ने जुटाई 22 लाख डॉलर की फंडिंग
एग्री सप्लाई चेन स्टार्ट अप ओनाटो ने वर्टेक्स वेंचर्स और ओमनिवोर की अगुवाई में सीड राउंड में 22 लाख डॉलर की फंडिंग जुटाई है। ओनाटो इस फंडिंग के उपयोग के लिए टैलेंट एक्वायर और अपने कार्य क्षेत्र को बढ़ाने लिए की योजना बनाई है
एग्री सप्लाई चेन स्टार्ट-अप ओनाटो ने वर्टेक्स वेंचर्स और ओमनिवोर की अगुवाई में सीड राउंड में 22 लाख डॉलर की फंडिंग जुटाई है। ओनाटो इस फंडिंग के उपयोग के लिए टैलेंट एक्वायर और अपने कार्य क्षेत्र को बढ़ाने लिए की योजना बनाई है
ओनाटो ताजा उत्पादों के लिए बिजनेस टू बिजनेस डेटा संचालित प्लेटफार्म है। सीड की घोषणा करते हुए कंपननी ने कहा है कि इस राउण्ड की अगुवाई वर्टेक्स वेंचर्स साउथ इस्ट एशिया इंडिया ने ओमनीवीर की साझेदारी में की है। ओनाटो भारत के फल सब्जी बिजनेस के लिए 100 अरब डॉलर का टेक्नालॉजी प्लेट फार्म तैयार कर रहा है।
ओनाटो कंपनी की स्थापना फरवरी, 2021 में वेदांत कटियार और आशीष जिंदल ने की थी। वेदांत एफएमएस दिल्ली के पूर्व छात्र और एग्रीटेक स्टार्टअप गोबास्को के सह-संस्थापक थे। इसके बाद उन्होंने ओनाटो को लॉन्च करने से पहले विभिन्न एग्रीटेक बिजनेस मॉडल का पता लगाया। आशीष ने आईआईटी दिल्ली से ग्रेजुएशन के बाद अमेजन, स्विगी और एस्ट्राक जैसी कंपनियों में नौ साल से अधिक समय तक कार्य किया।
वेदांत कटियार ने अपनी भविष्य की योजनाओं के बारे में,चर्चा करते हुए बताया कि भारत की 60 फीसदी से अधिक आबादी कृषि पर निर्भर है और फिर भी एग्री सप्लाई चेन तकनीक की पहुंच काफी कम है। इसके बारे में निर्णय लेना ज्यादातर स्वविवेक से प्रेरित होता है जिससे कीमतों और खर्च में बहुत अधिक अस्थिरता होती है। वेदांत का कहना है कि उचित मूल्य के लिए पारदर्शिता लाने और प्रौद्योगिकी के माध्यम से पूर्ति करने के लिए एग्री सप्लाई चेन और निर्णय लेने को सुव्यवस्थित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जाएगी।
आशीष जिंदल ने कहा कि हमारा मानना है कि ऑन-ग्राउंड डेटा की शक्ति का उपयोग करके हम मौजूदा एग्री सप्लाई चेन में एक क्रांतिकारी बदलाव ला सकते हैं, जिसके परिणामस्वरूप किसान से लेकर अंतिम उपभोक्ता तक सभी प्रतिभागियों के लिए बेहतर वैल्यू गेन होगा।
वर्टेक्स वेंचर्स दक्षिण पूर्व एशिया और भारत की कार्यकारी निदेशक कनिका मेयर ने कहा, "भारत की अधिकांश ताजा उत्पादों की आपूर्ति व्यवस्था छोटी मात्रा, मनमाने मूल्य निर्धारण और जटिल क्रेडिट प्रबंधन के कारण अक्षम आपूर्ति श्रृंखलाओं के माध्यम से चलती है। ओनाटो का लक्ष्य इन बाधाओं को दूर करना है।