इफको नहीं बढ़ाएगी कांप्लेक्स उर्वरकों के दाम
दुनिया की सबसे बड़ी उर्वरक उत्पादक सहकारी संस्था, इफको ने अपने डीएपी, एनपीके और एनपीएस उर्वरकों के एमआरपी में 31 मार्च 2021 तक कोई भी वृद्धि नहीं करने की घोषणा की है ।
दुनिया की सबसे बड़ी उर्वरक उत्पादक सहकारी संस्था, इफको ने अपने डीएपी, एनपीके और एनपीएस उर्वरकों के एमआरपी में 31 मार्च 2021 तक कोई भी वृद्धि नहीं करने की घोषणा की है । इफको के इस पूरे माह मौजूदा कीमतों पर ही इन उर्वरों की खरीद कर सकेंगे।
इफको द्वारा जारी सूचना में कहा गया है कि डीएपी की कीमत 1200 रुपये, एनपीके 10:26:26 की कीमत 1175 रुपये है। एनपीके 12:32:16 की कीमत 1185 रुपये और पीपीएस 20: 20: 0 :1 3 कीमत 925 रुपये प्रति बोरी है। इफको हमेशा किसानों की सेवा करने और किसानों की कृषि उत्पादन लागत कम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। पिछले रबी सीजन में भी इफको ने कांप्लेक्स उर्वरकों की कीमत नहीं बढ़ाई थी। यह कदम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने की योजना के अनुरूप है। हालांकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे माल की लागत में भारी बढ़ोतरी हुई है, लेकिन किसानों के हित के लिए इफको की प्रतिबद्धता बरकरार है ।
इफको के पास भारत में 5 उर्वरक संयंत्र है । उर्वरक क्षेत्र में इफको देश की सबसे बड़ी और प्रमुख संस्था है। इफको ने सामान्य बीमा, ग्रामीण दूरसंचार, ग्रामीण खुदरा, कृषि रसायन, खाद्य प्रसंस्करण और ऑर्गेनिक्स में निवेश करके अपने व्यवसाय में विविधता प्राप्त की है। पिछले 54 वर्षों में, इफको इस कारण से भारतीय किसानों को विश्व स्तर के भू-पोषक तत्व और कृषि-सेवाएँ प्रदान करता रहा है और उन्हें सशक्त बनाने में इफको की महत्वपूर्ण भूमिका है।
इफको भारत में उत्पादित फॉस्फेटिक के लगभग 32.1 फीसदी और नाइट्रोजन उर्वरकों के 21.3 फीसदी का योगदान देता है। वर्ल्ड कोआपरेटिव मानिटर रिपोर्ट द्वारा दुनिया में शीर्ष 300 सहकारी समितियों में से (जीडीपी पर प्रति व्यक्ति आधार पर कारोबार) में प्रथम स्थान पर रहा। इफको ने फॉर्चून 500 भारत कंपनियों की सूची 2020 में 57 वां स्थान प्राप्त किया है।