हरियाणा में किसानों के खातों में 300 करोड़ रुपये का बोनस जारी, आढ़तियों का कमीशन बढ़ा

हरियाणा सरकार ने खरीफ-2024 के दौरान प्रतिकूल मौसम के कारण कृषि एवं बागवानी फसलों पर 2000 रुपये प्रति एकड़ बोनस देने का ऐलान किया था।

हरियाणा में किसानों के खातों में 300 करोड़ रुपये का बोनस जारी, आढ़तियों का कमीशन बढ़ा

गुरु नानक देव जी के 555वें प्रकाश पर्व पर हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने प्रदेश के 2 लाख 62 हजार किसानों के बैंक खातों में 300 करोड़ रुपये की बोनस राशि जारी की। 

चंडीगढ़ में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने खरीफ-2024 के दौरान प्रतिकूल मौसम के कारण कृषि एवं बागवानी फसलों पर 2000 रुपये प्रति एकड़ बोनस देने का फैसला किया था। पहली किस्त के रूप में 16 अगस्त, 2024 को 496 करोड़ रुपये की बोनस राशि 5 लाख 80 हजार किसानों के खाते में डीबीटी के माध्यम से हस्तांतरित की गई थी। आज दूसरी किस्त के रूप में 300 करोड़ रुपये की राशि जारी की गई है। शेष तीसरी किस्त भी जल्द जारी कर दी जाएगी। 

मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर जिन किसानों ने अपना पंजीकरण करवाया हुआ है, उन सभी किसानों को यह बोनस राशि दी जाएगी। कुल 1380 करोड़ रुपये की राशि किसानों को दी जानी है। अभी तक दो किस्तों में भुगतान किया जा चुका है। सीएम सैनी ने बताया कि तीसरी किस्त के रूप में शेष 4 लाख 94 हजार किसानों की बोनस राशि 580 करोड़ रुपये भी अगले 10 से 15 दिनों में डीबीटी के माध्यम से उनके बैंक खाते में वितरित कर दी जाएगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि फसल खरीद में आढ़तियों की महत्वपूर्ण भूमिका को देखते हुए राज्य सरकार ने उनके हितों का भी ध्यान रखा है। सरकार ने आढ़तिया कमीशन 46 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 55 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया है।  

वाट्सएप से मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरण

मुख्यमंत्री ने किसानों को व्हाट्सएप के माध्यम से मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरण की शुरुआत भी की। प्रदेश के 40 लाख किसानों को मोबाइल पर व्हाट्सएप के माध्यम से मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरित किए जाएंगे। जैसे ही मिट्टी के नमूने के परीक्षण के परिणाम पोर्टल पर ऑनलाइन हो जाएंगे, मृदा स्वास्थ्य कार्ड किसानों के व्हाट्सएप नंबर पर पहुंच जाएगा।

सीएम सैनी ने कहा कि प्रदेश में हर 3 वर्ष के बाद मिट्टी की जांच कर किसानों को अपने खेतों में बीज की मात्रा, आवश्यक उर्वरकों का उपयोग जैसी जानकारियां दी जाती हैं, जिससे किसान अधिक पैदावार प्राप्त कर सकते हैं। मृदा स्वास्थ्य कार्ड के माध्यम से किसान अपनी आवश्यकता के अनुसार खाद डालने के लिये प्रोत्साहित होंगे। साथ ही, समय पर वितरण से किसानों के बीच मृदा स्वास्थ्य कार्ड का उपयोग बढ़ेगा।

हरियाणा राज्य में मिट्टी परीक्षण का एक विस्तृत नेटवर्क है। 20-25 किलोमीटर की परिधि में मृदा परीक्षण प्रयोगशाला की उपलब्धता है। राज्य में 106 मृदा परीक्षण प्रयोगशालाएं हैं, जहां मिट्टी के नमूनों का परीक्षण किया जा रहा है। ये सभी मृदा परीक्षण प्रयोगशालाएं नवीनतम उपकरणों से लैस हैं। विभाग ने इस कार्य के लिए अपना पोर्टल विकसित किया है, जहां मृदा स्वास्थ्य कार्ड के रूप में फसलों में उर्वरक डालने के लिए परामर्श तैयार किया जाता है। 

 



 

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