समुन्नति बना ग्लोबल् जीएपी का सदस्य, फसलों के वैश्विक मानक को अपनाने में मिलेगी मदद
अनाजों, दालों और तिलहन जैसी प्रमुख फसलों के लिए विकासशील मानकों में सहयोग करने के लिए यह समझौता हुआ है। ग्लोबल्ग एपी खाद्य सुरक्षा और गुणवत्ता आधारित कृषि उत्पादों के लिए वैश्विक मानकों को स्थापित करने वाली अग्रणी संस्था है। ग्लोबल्ग ए.पी. प्रोटोकॉल का इस्तेमाल कृषि उत्पादों के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार को सक्षम बनाने के लिए बेंचमार्क के रूप में किया जाता है।
देश के प्रमुख कृषि उद्यमों में से एक समुन्नति एग्रो सॉल्यूशंस प्रा. लिमिटेड जर्मनी स्थित ग्लोबल्ग एपी (GLOBALG.A.P) का सदस्य बना है। अनाजों, दालों और तिलहन जैसी प्रमुख फसलों के लिए विकासशील मानकों में सहयोग करने के लिए यह समझौता हुआ है। ग्लोबल्ग एपी खाद्य सुरक्षा और गुणवत्ता आधारित कृषि उत्पादों के लिए वैश्विक मानकों को स्थापित करने वाली अग्रणी संस्था है। ग्लोबल्ग ए.पी. प्रोटोकॉल का इस्तेमाल कृषि उत्पादों के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार को सक्षम बनाने के लिए बेंचमार्क के रूप में किया जाता है। अंतर्राष्ट्रीय व्यापार करने वाली कई बड़ी कंपनियां इसका इस्तेमाल करती हैं।
समुन्नति के संस्थापक और सीईओ अनिल कुमार एसजी ने कहा, “इस समझौते को हम स्थायी कृषि पद्धतियों को बढ़ावा देने के लिए प्रमुख फसलों पर ध्यान केंद्रित करने वाले महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखते हैं। आपसी तालमेल का लाभ उठाकर घरेलू उपभोक्ताओं और निर्यात बाजारों दोनों के लिए सुरक्षित, पौष्टिक और अच्छी गुणवत्ता वाले भोजन का पर्याप्त उत्पादन सुनिश्चित करने के हम इच्छुक हैं। ग्लोबल्ग एपी प्रोटोकॉल अपनाने से हमारा घरेलू उत्पादन वैश्विक मानकों का पालन कर सकता है। इससे नए वैश्विक बाजारों तक भारत की पहुंच बढ़ेगी। ये प्रोटोकॉल उत्पादकता बढ़ाने और सस्टेनेबिलिटी में इफिसिएंसी की मदद से संसाधनों का बेहतर उपयोग करने में मदद करते हैं। इसके जरिये एफपीओ (किसान उत्पादक संगठन) निश्चित रूप से अपने सदस्यों को मानकों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करने में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। यह किसान समूहों को निर्यात सहित लाभकारी बाजारों का पता लगाने में मदद करेगा। समुन्नति छोटे किसानों को केंद्र में रखते हुए इन सभी अवसरों का पता लगाएगी।”
समुन्नति की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि एसोसिएट कम्युनिटी मेंबर के रूप में ग्लोबल्ग एपी नेटवर्क में शामिल होकर समुन्नति अनाजों, दालों और तिलहन जैसी प्रमुख फसलों के लिए मानकों के विकास का समर्थन करने को इच्छुक है। खाद्य और पोषण सुरक्षा सुनिश्चित करने और वैश्विक मानकों का पालन करने के एक विश्वसनीय उत्पादक के रूप में अंतर्राष्ट्रीय कृषि व्यापार में अपने कद को और बढ़ाने के लिए ये फसलें भारत के लिए सामरिक महत्व की हैं। बयान के मुताबकि, ग्लोबल्ग एपी विकासशील मानकों में अपनी वैश्विक विशेषज्ञता का इस्तेमाल भारत में करेगा जो किसानों, खासकर छोटे किसानों के लिए स्थानीय रूप से अनुकूल हैं।
भारत का सबसे बड़ा कृषि उद्यम समुन्नति एक खुला कृषि नेटवर्क है। इसके केंद्र में छोटे किसानों के साथ अरबों डॉलर की भारतीय कृषि क्षमता का विकास करना है। यह एग्री वैल्यू चेन कंपनियों, संबद्ध किसान समूहों और बड़े इकोसिस्टम को एक साथ लाकर विविध प्रौद्योगिकियों और साझेदारी के माध्यम से उन्हें अधिक कुशल और उत्पादक बनाने का काम करती है। चेन्नई मुख्यालय वाली समुन्नति की मौजूदगी 22 राज्यों में फैली 100 से अधिक एग्री वैल्यू चेन में है। साथ ही देश के 80 लाख से अधिक किसानों के सदस्य आधार के साथ 4600 से ज्यादा किसान समूहों तक इसकी पहुंच है। कंपनी ने अब तक 1.8 अरब डॉलर से अधिक के ग्रॉस ट्रांजेक्श्न वैल्यू संचालित किया है। कंपनी की योजना 2027 तक अपने नेटवर्क के माध्यम से प्रत्येक चार कृषक परिवारों में से एक को अपने साथ जोड़ने की है।