राकेश टिकैत ने कहा, अभय चौटाला जैसे नेता का संसद पहुंचना अच्छा
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने हरियाणा के कुरुक्षेत्र से इंडियन नेशनल लोकदल के उम्मीदवार अभय सिंह चौटाला के समर्थन में महत्वपूर्ण बयान दिया है।
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने हरियाणा के कुरुक्षेत्र से इंडियन नेशनल लोकदल के उम्मीदवार अभय सिंह चौटाला के समर्थन में महत्वपूर्ण बयान दिया है। मीडिया से बात करते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि अभय चौटाला ने किसान आंदोलन के दौरान किसानों के समर्थन में विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था। अब हरियाणा के किसान अभय चौटाला को समर्थन देने की बात कह रहे हैं। अगर किसान चाहें तो उन्हें अभय चौटाला का साथ देना चाहिए।
राकेश टिकैत का कहना है कि किसान आंदोलन के समर्थन में विधायकी छोड़ने वाले अभय चौटाला जैसे नेताओं को संसद में पहुंचाना चाहिए। इस तरह के नेता जब संसद में जाएंगे तो किसानों और गरीबों की बात करेंगे। इस तरह के नेताओं को मुकाबले में आना चाहिए। राकेश टिकैत ने कहा कि उनके पास कुरुक्षेत्र के बहुत से लोग और फोन आ आ रहे हैं जो अभय चौटाला को समर्थन देने की बात कर रहे हैं।
कुरुक्षेत्र में अभय चौटाला का मुकाबला भाजपा उम्मीदवार नवीन जिंदल और आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार सुशील गुप्ता से है। आप के पास कांग्रेस का साथ है। वहीं, किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने अभय चौटाला को समर्थन देने का ऐलान किया है। बीकेयू (चढ़ूनी) के नेता और कार्यकर्ता अभय चौटाला के लिए प्रचार कर रहे हैं। गुरनाम सिंह चढ़ूनी कुरुक्षेत्र के शाहबाद के रहने वाले हैं और कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट पर उनका प्रभाव है।
किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी के समर्थन के बाद अभय चौटाला के पक्ष में राकेश टिकैत ने बयान दिया है। इससे अभय चौटाला को किसानों को अपने पक्ष में लामबंद करने में मदद मिल सकती है।
गौरतलब है कि 2020-21 के किसान आंदोलन के दौरान अभय चौटाला ने किसानों के समर्थन में विधायकी से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद ऐलानाबाद में विधानसभा उप चुनाव में अभय चौटाला ने किसान यूनियनों के समर्थन से जीत हासिल की थी। इस बार लोकसभा चुनाव में भी अभय चौटाला किसानों के बूते कामयाबी हासिल करने का प्रयास कर रहे हैं।
कुरुक्षेत्र से 2019 में भाजपा के नायब सिंह सैनी सांसद चुने गये थे जो फिलहाल मुख्यमंत्री हैं। नवीन जिंदल 2004 और 2009 में कांग्रेस के टिकट पर कुरुक्षेत्र से लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं। 1998 और 1999 में इंडियन नेशनल लोकदल की कैलाशो देवी कुरुक्षेत्र से सांसद बनी थीं। वे कुछ दिनों पहले भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुई हैं।