पंजाब: भाजपा उम्मीदवार परनीत कौर के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन में किसान की मौत
शनिवार को पटियाला लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार परनीत कौर के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन करते समय एक किसान की मौत हो गई। यह प्रदर्शन राजपुरा के पास गांव सेहरा में हो रहा था।
पंजाब में भाजपा उम्मीदवारों को किसानों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। शनिवार को पटियाला लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार और पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की पत्नी परनीत कौर के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन करते समय एक किसान की मौत हो गई। यह प्रदर्शन राजपुरा के पास गांव सेहरा में हो रहा था। इस दौरान धक्का-मुक्की हुई और किसान सुरिंदर पाल सिंह (45) जमीन पर गिर पड़े। उन्हें तुरंत राजपुरा सिविल अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। सुरिंदर पाल राजपुरा के गांव आकड़ी के रहने वाले थे।
किसान नेता तेजवीर सिंह ने कहा कि घटना के समय पुलिस मौके पर थी। उन्होंने ट्वीट किया, "पंजाब के पटियाला में बीजेपी MP कैंडीडेट परनीत कौर के इशारे पर आम आदमी पार्टी की पुलिस की धक्का शाही में किसान सुरिंदर सिंह की मौत हो गई।" किसान मजदूर संघर्ष समिति के नेता सरवन सिंह पंधेर ने इसे हत्या करार देते हुए सख्त कार्रवाई की मांग की है। पंधेर ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) और किसान-मजदूर संघर्ष मोर्चा के किसान नेताओं को बुला लिया है।
उधर, परनीत कौर का कहना है कि किसान को धक्का नहीं मारा गया, बल्कि वह खुद ही गिर गए। घटना से जुड़ा एक वीडियो भी जारी किया गया। परनीत कौर गांव सेहरा में चुनाव प्रचार के लिए पहुंची थीं। इसकी जानकारी मिलते ही वहां काफी संख्या में किसान और खेत मजदूर पहुंच गए और उनके काफिले को घेर कर नारेबाजी शुरू कर दी। इस दौरान हुई धक्का-मुक्की में किसान सुरिंदर पाल सिंह बेहोश होकर जमीन पर गिर गए।
मृतक किसान की पत्नी चरणजीत कौर और बेटे रेशम सिंह ने प्रेस को बताया कि जिस तरह की बयानबाजी बीजेपी नेता हरविंदर सिंह कर रहे हैं, उसने तनावपूर्ण माहौल पैदा कर दिया, जिसके चलते किसान सुरिंदर पाल सिंह की मौत हो गई। परिवार ने उन्हें न्याय दिलाने और बीजेपी नेता हरविंदर सिंह हरपालपुर के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की है। परिजनों का कहना है कि सुरिंदर पाल सिंह बीजेपी नेताओं से उनकी जायज मांगों के बारे में सवाल करने गए थे। परिवार ने कहा कि जब तक उन्हें न्याय नहीं मिलेगा, शव का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा।
किसान संगठनों ने मृतक किसान के परिवार का कर्ज माफ करने, मुआवजा दिए जाने और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की है। किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि दुख की इस घड़ी में सभी संगठन परिवार के साथ खड़े हैं और किसान सुरिंदर पाल सिंह के जज्बे को सलाम करते हैं। इस मौके पर सुरजीत सिंह फूल, सुखजीत सिंह हरदोझंडे, दिलबाग सिंह हरिगढ़, मंजीत सिंह घुमना, जंग सिंह भतेरी, बलविंदर सिंह, हरप्रीत सिंह, सतनाम सिंह बाहरू, मलकीत सिंह, दिलबाग सिंह गिल मौजूद रहे।