पंजाब में किसानों ने आप के मंत्रियों और विधायकों के घरों का घेराव किया
शंभू और खनौरी बॉर्डर पर पुलिस कार्रवाई और किसान नेताओं की गिरफ्तारी के विरोध में आंदोलकारी किसानों ने सोमवार को पंजाब में आप के मंत्रियों और विधायकों के घरों का घेराव किया।

पंजाब में किसान संगठनों ने अब आम आदमी पार्टी और पंजाब सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। शंभू और खनौरी बॉर्डर पर पुलिस कार्रवाई और किसान नेताओं की गिरफ्तारी के विरोध में आंदोलकारी किसानों ने सोमवार को पंजाब में आप के मंत्रियों और विधायकों के घरों का घेराव किया।
गौरतलब है कि 19 मार्च को जब किसान नेता चंडीगढ़ में केंद्रीय मंत्रियों के साथ वार्ता कर लौट रहे थे, तब पंजाब पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था और शंभू व खनौरी बॉर्डर पर बड़ी कार्रवाई करते हुए धरनास्थलों को खाली करा लिया था। हालांकि, 19 मार्च को गिरफ्तार हुए सभी किसान नेताओं को रिहा कर दिया गया है लेकिन खनौरी और शंभू बॉर्डर पर 13 महीनों से चला आ रहा धरना हटा दिया गया। पंजाब पुलिस की इस कार्रवाई को लेकर किसान यूनियनों में काफी रोष है।
सोमवार को पंजाब के विभिन्न हिस्सों में हुए प्रदर्शनों के दौरान किसानों ने मंत्रियों और विधायकों के घरों के बाहर नारेबाजी की और धरना दिया। इस दौरान किसानों ने मोगा जिले के धर्मकोट से विधायक देविन्दरजीत सिंह लाडी ढोस पर किसानों पर हमला करवाने और किसानों से बदसलूकी का आरोप लगाया।
किसान नेताओं का आरोप है कि पंजाब की आप सरकार उनकी मांगों के प्रति गंभीर नहीं है और केंद्र सरकार के साथ मिलकर उनके आंदोलन को दबाने की कोशिश कर रही है। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि सरकार की ओर से एमएसपी की कानूनी गारंटी की मांग पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। उन्होंने सरकार पर किसानों को धोखा देने का भी आरोप लगाया।
सीएम मान ने क्या कहा
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा है कि वह किसानों के विरोध-प्रदर्शन के अधिकार का पूरी तरह से समर्थन करते हैं। अपने हक के लिए लड़ना हर किसी का लोकतांत्रिक अधिकार है। हम किसानों के साथ प्यार से पेश आए हैं। अब तक उन पर कोई लाठी या पानी की बौछार का इस्तेमाल नहीं किया गया है। किसानों का आंदोलन केंद्र सरकार के खिलाफ है। लेकिन बॉर्डर बंद होने से राज्य को आर्थिक नुकसान हो रहा था, इसको देखते हुए शंभू और खनौरी बॉर्डर खाली कराया गया।