नीति आयोग का पुनर्गठन; उपाध्यक्ष व पूर्णकालिक सदस्यों में बदलाव नहीं, सहयोगी दलों के मंत्री शामिल
अर्थशास्त्री सुमन के. बेरी नीति आयोग के उपाध्यक्ष तथा वैज्ञानिक वीके सारस्वत, कृषि अर्थशास्त्री प्रोफेसर रमेश चंद, बाल रोग विशेषज्ञ वीके पॉल और अर्थशास्त्री अरविंद विरमानी पूर्णकालिक सदस्य बने रहेंगे।
केंद्र सरकार ने मंगलवार को नीति आयोग का पुनर्गठन कर दिया। अर्थशास्त्री सुमन के. बेरी नीति आयोग के उपाध्यक्ष तथा वैज्ञानिक वी के सारस्वत, कृषि अर्थशास्त्री प्रोफेसर रमेश चंद, बाल रोग विशेषज्ञ वीके पॉल और अर्थशास्त्री अरविंद विरमानी पूर्णकालिक सदस्य बने रहेंगे। नीति आयोग में भाजपा और सहयोगियों दलों सहित 15 केंद्रीय मंत्री पदेन या विशेष आमंत्रित सदस्य होंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नीति आयोग के पुनर्गठन को मंजूरी दे दी है।
एक आधिकारिक अधिसूचना के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नीति आयोग के अध्यक्ष बने रहेंगे। चार पदेन सदस्य केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह (रक्षा), अमित शाह (गृह), शिवराज सिंह चौहान (कृषि) और निर्मला सीतारमण (वित्त) होंगे।
पुनर्गठित नीति आयोग में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (सड़क परिवहन और राजमार्ग), जगत प्रकाश नड्डा (स्वास्थ्य), एचडी कुमारस्वामी (भारी उद्योग और इस्पात), जीतन राम मांझी (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम) तथा राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह (मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी) विशेष आमंत्रित सदस्य होंगे। अन्य विशेष आमंत्रित सदस्यों में केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र कुमार (सामाजिक न्याय और अधिकारिता), किंजरापु राममोहन नायडू (नागरिक उड्डयन), जुएल ओराम (जनजातीय मामले), अन्नपूर्णा देवी (महिला और बाल विकास), चिराग पासवान (खाद्य प्रसंस्करण उद्योग) और राव इंद्रजीत सिंह (सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन) शामिल हैं।
कुमारस्वामी एनडीए सहयोगी जेडीएस, मांझी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा, राजीव रंजन सिंह जेडीयू, राममोहन नायडू टीडीपी और चिराग पासवान लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) से हैं। नीति आयोग का गठन 2015 में मोदी सरकार ने 65 साल पुराने योजना आयोग की जगह किया था। सरकार ने मंत्रिपरिषद में बदलाव के बाद नीति आयोग का पुनर्गठन किया है।