धानुका एग्रीटेक का तीसरी तिमाही में शुद्ध लाभ 8.3% बढ़ा, आय में भी 10.2% का इजाफा
वित्त वर्ष 2022-23 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के वित्तीय नतीजों की घोषणा करते हुए कंपनी ने बताया है कि उसने इस तिमाही में 46.07 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा कमाया है। जबकि आमदनी 10.2 फीसदी बढ़कर 393.37 करोड़ रुपये हो गई है।
एग्री इनपुट कंपनी धानुका एग्रीटेक के शुद्ध मुनाफे में चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 8.3 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। वित्त वर्ष 2022-23 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के वित्तीय नतीजों की घोषणा करते हुए कंपनी की ओर से यह जानकारी दी गई है। गुरुग्राम स्थित मुख्यालय वाली कंपनी ने इस तिमाही में 46.07 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा कमाया है। जबकि आमदनी 10.2 फीसदी बढ़कर 393.37 करोड़ रुपये हो गई है।
वित्तीय नतीजों के मुताबिक, अक्टूबर-दिसंबर 2021 में धानुका का शुद्ध मुनाफा 42.52 करोड़ रुपये रहा था। वहीं आमदनी 356.86 करोड़ रुपये रही थी। धानुका एग्रीटेक के प्रबंध निदेशक एमके धानुका ने वित्तीय नतीजों पर टिप्पणी करते हुए कहा, “इंडस्ट्री की विपरीत परिस्थितियों के बावजूद धानुका की टॉपलाइन में तर्कसंगत वृद्धि हुई है। जलवायु परिस्थितियां कीटनाशकों के इस्तेमाल के लिए अनुकूल नहीं थीं। अक्टूबर में ज्यादा बारिश के कारण कटाई में देरी के साथ-साथ रबी फसल की बुवाई में भी देरी हुई। कीट का प्रकोप बहुत कम था जिससे कीटनाशक की खपत प्रभावित हुई है। समग्र तौर पर कीमतों में गिरावट आ रही थी और कंपनी के पास ज्यादा लागत वाली इन्वेंटरी थी। हम इस ऊंची लागत को ग्राहकों पर डालने में सक्षम नहीं थे। इसलिए कंपनी ने खुद इसे वहन किया जिसकी वजह से नुकसान उठाना पड़ा।”
उन्होंने कहा, “भविष्य उज्ज्वल दिख रहा है क्योंकि रबी फसल में तीन फीसदी की अतिरिक्त बुवाई की गई है। रबी फसल की स्थिति अच्छी है और कमोडिटी की कीमतें भी बढ़ रही हैं। ऐसे में यह उम्मीद की जा रही है कि किसानों को फसलों से बहुत अच्छी आमदनी होगी। इसलिए वे अपनी फसलों को कीटों और बीमारियों से बचाने के लिए अधिक खर्च करने को तैयार होंगे जो कृषि रसायन उद्योग के लिए बेहतर रहेगा।” अगली तिमाही और वित्त वर्ष 2023-24 के लिए धानुका एग्रीटेक के पास उत्पादों की मजबूत पाइपलाइन है। नए उत्पादों पर टिप्पणी करते हुए एमके धानुका ने कहा, “हमें आशा है कि दो नए 9(3) उत्पादों के लिए हमें सीआईबी पंजीकरण मिल जाएगा। वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में पंजीकरण मिलते ही उन्हें भारत में पहली बार लॉन्च किया जाएगा। किसानों के लिए इसे हम दूसरी तिमाही तक लॉन्च करने में सक्षम होंगे। हमें उम्मीद है कि नए उत्पाद कंपनी की टॉपलाइन में वृद्धि लाएंगे।”
अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में कंपनी ने हरियाणा के पलवल में रिसर्च एवं टेक्नोलॉजी सेंटर की शुरुआत की है। यह केंद्र सभी प्रयोगशाला सुविधाओं और 100 किसानों की क्षमता वाले एक प्रशिक्षण हॉल से सुसज्जित है। कंपनी कृषि क्षेत्र में ड्रोन तकनीक, एआई एवं रोबोटिक्स और अन्य नई कृषि तकनीकों को पेश करने के लिए भी प्रतिबद्ध है। वर्तमान में कंपनी के तीन मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स गुजरात, राजस्थान और जम्मू-कश्मीर में स्थित हैं। कंपनी के देश भर में 41 वेयरहाउस हैं और 6,500 डिस्ट्रीब्यूटर एवं 80 हजार डीलरों का विस्तृत नेटवर्क है। धानुका ने अमेरिका, जापान और यूरोप सहित दुनिया की अग्रणी एग्रो-केमिकल कंपनियों के साथ साझेदारियां की हैं जिसके माध्यम से वह भारतीय किसानों को आधुनिक तकनीक उपलब्ध कराती है।