नायब सिंह सैनी बने हरियाणा के मुख्यमंत्री, जेजेपी से गठबंधन टूटा 

हरियाणा भाजपा अध्यक्ष नायब सिंह सैनी ने चंडीगढ़ के राजभवन में हरियाणा के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।

नायब सिंह सैनी बने हरियाणा के मुख्यमंत्री, जेजेपी से गठबंधन टूटा 

हरियाणा की राजनीति में काफी उथल-पुथल मची है। आज सुबह से चल रहे राजनीतिक घटनाक्रम में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की सीएम की कुर्सी से विदाई हो गई। उनकी जगह भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और कुरुक्षेत्र से सांसद नायब सिंह सैनी हरियाणा के नए मुख्यमंत्री बने। उन्होंने चंडीगढ़ के राजभवन में हरियाणा के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इस अवसर पर हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर भी इस दौरान मौजूद रहे।

मंगलवार को चंडीगढ़ में हुई भाजपा विधायक दल की बैठक में पार्टी के ओबीसी नेता नायब सिंह सैनी को सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुना गया। इसी के साथ हरियाणा में पांच साल पुराना भाजपा-जेजेपी गठबंधन टूट गया है। 

भाजपा विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद नायब सैनी ने हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया था। नायब सैनी को मुख्यमंत्री बनाकर भाजपा ने ओबीसी कार्ड खेलते हुए गैर-जाट मतदाताओं को लामबंद करने का प्रयास किया है।

नायब सैनी के हरियाणा का सीएम बनने के एलान के बाद पूर्व सीएम मनोहर लाल के लोकसभा चुनाव लड़ने की चर्चाएं तेज हो गई हैं। मुख्यमंत्री पद से खट्टर की विदाई को हरियाणा-पंजाब में जारी किसान आंदोलन से जोड़कर भी देखा जा रहा है। आंदोलनकारी किसानों के खिलाफ दमनकारी कार्रवाईयों को लेकर खट्टर सरकार की काफी आलोचना हो रही थी।

विपक्षी दल कांग्रेस ने भाजपा-जेजेपी गठबंधन टूटने को विपक्षी वोटों में सेंधमारी की साजिश करार दिया है। नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि यह गठबंधन स्वार्थ के लिए तोड़ा गया है।खट्टर सरकार की नौ साल की नाकामयाबी को छिपाने के लिए गठबंधन तोड़ने का नाटक किया जा रहा है।     

भाजपा ने मुख्यमंत्री बदलकर और जेजेपी से गठबंधन तोड़कर सियासी समीकरण साधने की कोशिश की है। कांग्रेस, इनेलो और जेजेपी अलग-अलग चुनाव लड़ते हैं, तो जाट वोटों का विभाजन हो सकता है। जबकि गैर-जाट मतदाताओं को साधने के लिए भाजपा ने ओबीसी नेता नायब सैनी को मुख्यमंत्री बनाया है। 

 

 

 

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