एनडीडीबी ने लद्दाख मिल्क फेडरेशन के प्रबंधन के लिए एलएएचडीसी और लद्दाख प्रशासन के साथ एमओयू किया
राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) ने केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख औऱ लद्दाख स्वायत्त पहाड़ी विकास परिषद (एलएएचडीसी) के साथ एक त्रिपक्षीय समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए, इस एमओयू के बाद लद्दाख मिल्क फेडरेशन के पूरे संचालन और प्रबंधन एनडीडीबी करेगा इस एमओयू हस्ताक्षर का मुख्य उद्देश्य है कि पांच साल की अवधि में इस क्षेत्र में एक सिस्टमेटिक और सुसंगठित तरीके से डेयरी विकास कार्यक्रम को लागू करना है।
लद्दाख के उपराज्यपाल राधा कृष्ण माथुर और लद्दाख के सांसद जम्यांग त्सेरिंग नामग्याल एलएएचडीसी, लेह के मुख्य कार्यकारी पार्षद ताशी ग्यालसन, रविंदर कुमार सचिव, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग, केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख और एनडीडीबी के अध्यक्ष और कार्यकारी निदेशक मीनेश शाह की उपस्थिति में एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए।
इस अवसर पर एनडीडीबी के अध्यक्ष मीनेश शाह ने एनडीडीबी के निरंतर कार्यो को बताते हुए ग्रामीण परिवारों की आजीविका में के लिए डेयरी क्षेत्र का विकास किया जाना बाकी है और महत्वपूर्ण योगदान देने की जरूरत है। उन्होंने साथ ही कहा कि एनडीडीबी यह सुनिश्चित करेगा कि डेयरी किसानों को निष्पक्ष और पारदर्शी संचालन सुविधा प्रदान करे।
मीनेश शाह ने यह भी आश्वासन दिया कि एनडीडीबी अपनी सहायक कंपनियों के साथ डेयरी के माध्यम से समृद्धि लाने के प्रयास में केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख का पूरा सपोर्ट करेगी । उन्होंने कहा कि पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी आईडीएमसी लेह में दुग्ध प्रसंस्करण संयंत्र के नवीनीकरण और उन्नयन का काम पहले ही पूरा कर चुकी है और इसको जल्द ही चालू किया जाएगा।
लद्दाख के उपराज्यपाल राधा कृष्ण माथुर ने कहा कि एनडीडीबी की कार्य प्राणली से लद्दाख में एक मजबूत दूध खरीद और प्रसंस्करण प्रणाली स्थापित करने में मदद मिलेगी। साथ ही पशु प्रजनन, पोषण और स्वास्थ्य पर ध्यान देने के साथ वैज्ञानिक उत्पादकता वृद्धि गतिविधियों को शुरू करने में भी मदद होगी । यह समझौता ज्ञापन उद्यमियों को डेयरी फार्म स्थापित करने के लिए भी प्रोत्साहित करेगा, जिससे क्षेत्र में डेयरी क्षेत्र का विकास होगा जो ग्रामीण युवाओं के लिए रोजगार और केंद्र शासित प्रदेश में अधिक दूध उत्पादन के लिए एक अवसर प्रदान करेगा।
एलएएचडीसी, लेह के मुख्य कार्यकारी पार्षद ताशी ग्यालसन ने बताया कि लद्दाख में दूध उत्पादन की क्षमता है और एनडीडीबी और लद्दाख प्रशासन के संयुक्त प्रयास निश्चित रूप से किसानों को उनके दूध के लिए बेहतर दाम दिलाने में मदद होगी ।
इस एमओयू के तहत एनडीडीबी बिना किसी प्रबंधन शुल्क के अपनी सेवाएं प्रदान करेगा और संघों और इसकी घटक इकाइयों के संचालन के प्रबंधन के लिए प्रमुख प्रबंधकीय पदों पर अपने पेशेवर नियुक्त भी करेगा।