खुदरा महंगाई दो महीने बाद घटी, खाद्य पदार्थों के दाम में कमी से सितंबर में 5.02% पर पहुंची
खाद्य पदार्थों की कीमतों में गिरावट के चलते सितंबर में खुदरा महंगाई की दर घटकर तीन महीने के निचले स्तर 5.02 फीसदी पर आ गई है। दो महीने बाद महंगाई की दर रिजर्व बैंक के अनुकूल स्तर 6 फीसदी से नीचे आई है।
खाद्य पदार्थों की कीमतों में गिरावट के चलते सितंबर में खुदरा महंगाई की दर घटकर तीन महीने के निचले स्तर 5.02 फीसदी पर आ गई है। दो महीने बाद महंगाई की दर रिजर्व बैंक के अनुकूल स्तर 6 फीसदी से नीचे आई है।
उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) पर आधारित महंगाई दी दर अगस्त में 6.83 फीसदी थी, जबकि सितंबर 2022 में 7.41 फीसदी थी। इससे पहले इसका निचला स्तर इस साल जून में था जब महंगाई घटकर 4.87 फीसदी पर पहुंच गई थी।
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, सितंबर में खाद्य पदार्थों की महंगाई दर अगस्त के 9.94 फीसदी से घटकर 6.56 फीसदी पर आ गई। रिजर्व बैंक अपनी द्विमासिक मौद्रिक नीति तय करते समय मुख्य रूप से खुदरा महंगाई को ध्यान में रखता है।
इस बीच, एनएसओ ने औद्योगिक उत्पादन का आंकड़ा भी जारी किया है। एनएसओ के आंकड़ों के मुताबिक, अगस्त में औद्योगिक उत्पादन दर बढ़कर 10.3 फीसदी पर पहुंच गया। अगस्त 2022 में औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) में करखाना उत्पादन 0.7 फीसदी पर सिमट गया था। एनएसओ) द्वारा जारी आंकड़ों से पता चला है कि अगस्त 2023 में विनिर्माण क्षेत्र का उत्पादन 9.3 फीसदी बढ़ गया।
इस दौरान खनन उत्पादन 12.3 फीसदी बढ़ा है, जबकि बिजली उत्पादन में 15.3 फीसदी की वृद्धि हुई है। अप्रैल-अगस्त 2023 में आईआईपी की वृद्धि दर 6.1 फीसदी रही है, जबकि 2022 की समान अवधि में यह 7.7 फीसदी थी।