एफसीआई खुले बाजार में 20 लाख टन गेहूं और बेचेगा, पैदावार घटने की आशंका में सरकार ने उठाया अतिरिक्त कदम
देश के कई हिस्सों, खासकर गेहूं उत्पादक प्रमुख राज्यों में औसत तापमान सामान्य से 2-3 डिग्री सेल्सियस अधिक रहने की वजह से चालू रबी सीजन 2022-23 में गेहूं की पैदावार घटने की आशंका जताई जाने लगी है। इसे देखते हुए सरकार को आशंका है कि पिछले रबी सीजन 2021-22 की तरह इस बार भी फरवरी-मार्च में ज्यादा गर्मी की वजह से पैदावार घट न जाए और घरेलू कीमतें फिर से बढ़ने न लगे, शायद इसलिए सरकार ने यह अतिरिक्त कदम उठाया है।
गेहूं और आटा की कीमतों को नियंत्रण में रखने के लिए केंद्र सरकार ने ई-नीलामी के जरिये 20 लाख टन गेहूं और बेचने का फैसला किया है। पिछले महीने ही सरकार ने खुले बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के जरिये केंद्रीय पूल से 30 लाख टन गेहूं बेचने का फैसला किया था। इसमें से 25 लाख टन गेहूं की बिक्री ई-नीलामी के जरिये थोक खरीदारों को भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) द्वारा की जा रही है।
दरअसल, देश के कई हिस्सों, खासकर गेहूं उत्पादक प्रमुख राज्यों में औसत तापमान सामान्य से 2-3 डिग्री सेल्सियस अधिक रहने की वजह से चालू रबी सीजन 2022-23 में गेहूं की पैदावार घटने की आशंका जताई जाने लगी है। इसे देखते हुए सरकार को आशंका है कि पिछले रबी सीजन 2021-22 की तरह इस बार भी फरवरी-मार्च में ज्यादा गर्मी की वजह से पैदावार घट न जाए और घरेलू कीमतें फिर से बढ़ने न लगे, शायद इसलिए सरकार ने यह अतिरिक्त कदम उठाया है। मंत्रियों के समूह द्वारा यह फैसला लिया गया है। इस तरह अब कुल 50 लाख टन गेहूं की बिक्री खुले बाजार में की जाएगी।
सरकार की ओर से मंगलवार को जारी एक बयान में कहा गया है कि एफसीआई 20 लाख टन अतिरिक्त गेहूं की खुली बिक्री और करेगा। आटा मिलों, व्यापारियों, गेहूं उत्पाद निर्माताओं जैसे थोक खरीदारों को ई-नीलामी के जरिये यह बिक्री की जाएगी। बयान में कहा गया है कि खुली बिक्री के लिए आरक्षित मूल्य में कटौती और 20 लाख टन अतिरिक्त गेहूं की बिक्री जैसे उपायों से बाजार में गेहूं और गेहूं उत्पादों की कीमतें घटाने में मदद मिलेगी जिससे उपभोक्ताओं को फायदा होगा।
पिछली दो नीलामी में एफसीआई की ओर से 13.05 लाख टन गेहूं की बिक्री आटा मिलों, बड़े व्यापारियों और गेहूं उत्पाद निर्माताओं जैसे थोक खरीदारों को की जा चुकी है। तीसरी नीलामी 22 फरवरी को होगी जिसमें एफसीआई 11.72 लाख टन गेहूं बिक्री की पेशकश करेगा। इससे पहले सरकार ने शुक्रवार को एफसीआई द्वारा नीलाम की जा रही गेहूं के आरक्षित मूल्य में कटौती करने की घोषणा की थी। ओएमएसएस के तहत थोक खरीदारों के लिए उचित एवं औसत क्वालिटी के गेहूं की कीमत 2,350 रुपये से घटाकर 2,150 रुपये प्रति क्विंटल कर दी गई थी। वहीं कमतर गुणवत्ता (अंडर रिलैक्स्ड स्पेसिफिकेशन- यूआरएस) वाले गेहूं का दाम 2,125 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है। यह दरें 31 मार्च, 2023 तक के लिए लागू रहेंगी। इससे आने वाले दिनों में गेहूं और आटा और सस्ता होने की उम्मीद बढ़ गई है।