दिसंबर में एथेनॉल मिश्रण 18% के पार पहुंचा, पेट्रोलियम आयात पर घटेगी निर्भरता
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का कहना है कि भारत अगले दो महीनों में 20 प्रतिशत एथेनॉल मिश्रण का अपना लक्ष्य हासिल कर लेगा।
पेट्रोल में 20 फीसदी एथेनॉल मिश्रण के लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में सरकार को कामयाबी मिलती दिख रही है। चालू एथेनॉल आपूर्ति वर्ष (2024-25) के दौरान दिसंबर में एथेनॉल मिश्रण 18.2 प्रतिशत तक पहुंच गया जो अब तक का सर्वाधिक है। नवंबर से शुरू हुए एथेनॉल आपूर्ति वर्ष में दिसंबर तक कुल एथेनॉल मिश्रण 16.4 प्रतिशत रहा है।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का कहना है कि भारत अगले दो महीनों में 20 प्रतिशत एथेनॉल मिश्रण का अपना लक्ष्य हासिल कर लेगा। गडकरी ने एक कार्यक्रम में बोलते हुए कहा कि टाटा मोटर्स, महिंद्रा, मारुति सुजुकी और हुंडई मोटर्स ने 100 प्रतिशत बायो-एथेनॉल पर चलने वाले वाहनों का निर्माण शुरू कर दिया है। गडकरी ने कहा कि देश में प्रदूषण एक गंभीर समस्या है। 20 फीसदी एथेनॉल मिश्रण से वायु प्रदूषण को कम करने में मदद मिलेगी।
पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय (एमओपीएनजी) के अनुसार, दिसंबर 2024 में एथेनॉल मिश्रण कार्यक्रम (ईबीपी) के तहत मिश्रित एथेनॉल की मात्रा 76.6 करोड़ लीटर थी, जो नवंबर से दिसंबर के दौरान कुल 140.8 करोड़ लीटर थी। पेट्रोल में मिश्रण के लिए एथेनॉल की आपूर्ति वर्ष 2021-22 में 433.6 करोड़ लीटर थी जो वर्ष 2023-24 में बढ़कर 707.4 करोड़ लीटर तक पहुंच गई। इससे एथेनॉल मिश्रण 14.6 फीसदी हो गया था। चालू एथेनॉल आपूर्ति वर्ष 2024-25 में अब तक कुल 930 करोड़ लीटर एथेनॉल आपूर्ति के लिए आवंटन हो चुका है।
केंद्र सरकार ने एथेनॉल वर्ष 2025-26 तक 20 फीसदी एथेनॉल मिश्रण का लक्ष्य रखा है। इस लक्ष्य को हालसि करने के लिए लगभग 1,016 करोड़ लीटर एथेनॉल की आवश्यकता होगी। अन्य उपयोगों को ध्यान में रखते हुए कुल 1,350 करोड़ लीटर एथेनॉल उत्पादन की जरूरत है।
पेट्रोल में एथेनॉल मिश्रण की शुरुआत वर्ष 2001 में एक पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू हुई थी। तब से ग्रीन ईंधन के तौर पर एथेनॉल के इस्तेमाल को बढ़ाने और पेट्रोलियम आयात पर निर्भरता कम करने में उल्लेखनीय सफलता मिली है। पेट्रोल में 10 प्रतिशत एथेनॉल मिश्रण का लक्ष्य भारत ने निर्धारित समय से पहले ही जून 2022 में हासिल कर लिया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2023 में 20 प्रतिशत इथेनॉल-मिश्रित पेट्रोल लॉन्च किया था। पहले चरण में 15 शहरों को शामिल किया गया था। गन्ने के साथ-साथ टूटे चावल और मक्का से भी एथेनॉल उत्पादन किया जा रहा है।