टमाटर की बढ़ती कीमतों का असर, जुलाई में शाकाहारी थाली 11 फीसदी मंहगी हुई

जुलाई में वेज थाली की औसत लागत 11 फीसदी बढ़ गई है। जबकि, नॉन वेज थाली 6 फीसदी मंहगी हुई है। क्रिसिल की 'राइस रोटी रेट रिपोर्ट' से यह जानकारी सामने आई है।

टमाटर की बढ़ती कीमतों का असर, जुलाई में शाकाहारी थाली 11 फीसदी मंहगी हुई

टमाटर की कीमतों में लगातार इजाफा हो रहा है, जिसका सीधा असर आम जनता की थाली पर दिखने लगा है। जुलाई 2024 में वेज थाली (शाकाहारी) की लागत 11 फीसदी बढ़कर 32.26 रुपये प्रति थाली हो गई है, जबकि नॉन-वेज थाली की लागत में 6 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। 

क्रिसिल की 'राइस रोटी रेट' रिपोर्ट के अनुसार, जून 2024 में वेज थाली की लागत 29.4 रुपये थी, जो अब बढ़कर 32.26 रुपये हो गई है। पिछले साल इसी समय वेज थाली की लागत 34.1 रुपये थी, जिससे सालाना आधार पर 4 फीसदी की कमी आई है।

टमाटर की बढ़ती कीमतों का असर

वेज थाली की बढ़ती लागत के पीछे टमाटर की कीमतों में हुई जबरदस्त वृद्ध मुख्य कारण ह। जुलाई 2024 में टमाटर के दाम 55 फीसदी बढ़कर 66 रुपये प्रति किलोग्राम हो गए, जबकि जून 2024 में ये 42 रुपये प्रति किलोग्राम थे। कर्नाटक और आंध्र प्रदेश जैसे प्रमुख टमाटर उत्पादक राज्यों में बेमौसम बारिश और वायरस इंफेक्शन के कारण टमाटर की आवक प्रभावित हुई है।

प्याज और आलू के दाम भी बढ़े

रिपोर्ट के मुताबिक, प्याज और आलू की कीमतों में भी जुलाई में क्रमशः 20 फीसदी और 16 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। प्याज की कीमत पर रबी की कम पैदावार का असर पड़ा है, जबकि पंजाब, गुजरात और उत्तर प्रदेश में लेट ब्लाइट के कारण आलू की पैदावार प्रभावित हुई है।   

नॉन-वेज थाली की लगात 6 फीसदी बढ़ी

नॉन-वेज थाली की लगात भी जुलाई में 6 फीसदी बढ़ी है। जून 2024 में लागत 58 रुपये से बढ़कर जुलाई 2024 में 61.4 रुपये हो गई। हालांकि, साल के आधार पर नॉन-वेज थाली की लागत में 9 फीसदी की कमी आई है, क्योंकि ब्रॉयलर की कीमतें स्थिर रही हैं। जबकि सब्जियों (टमाटर-प्याज) की महंगाई ने भी नॉन-वेज थाली की पर भी असर डाला है।

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