करनाल के राम सिंह को सर्वश्रेष्ठ डेयरी किसान का पुरस्कार, राष्ट्रीय गोपाल रत्न अवार्ड की घोषणा, 26 नवंबर को दिया जाएगा अवार्ड
पशुपालन एवं डेयरी क्षेत्र के सबसे बड़े पुरस्कारों में से एक राष्ट्रीय गोपाल रत्न अवार्ड की घोषणा कर दी गई है। हरियाणा के करनाल के किसान राम सिंह को सर्वश्रेष्ठ डेयरी किसान के रूप में चुना गया है। जबकि सर्वश्रेष्ठ डेयरी सहकारी/दूध उत्पादक कंपनी/डेयरी किसान उत्पादक संगठन के रूप में केरल के वायनाड स्थित पुलपल्ली क्षीरोलपादका सहकारण संगम डी लिमिटेड को चुना गया है। वहीं सर्वश्रेष्ठ कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन (एआईटी) का पुरस्कार बिहार के अररिया के सुमन कुमार साह को दिया जाएगा।
पशुपालन एवं डेयरी क्षेत्र के सबसे बड़े पुरस्कारों में से एक राष्ट्रीय गोपाल रत्न अवार्ड की घोषणा कर दी गई है। हरियाणा के करनाल के किसान राम सिंह को सर्वश्रेष्ठ डेयरी किसान के रूप में चुना गया है। जबकि सर्वश्रेष्ठ डेयरी सहकारी/दूध उत्पादक कंपनी/डेयरी किसान उत्पादक संगठन के रूप में केरल के वायनाड स्थित पुलपल्ली क्षीरोलपादका सहकारण संगम डी लिमिटेड को चुना गया है। वहीं सर्वश्रेष्ठ कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन (एआईटी) का पुरस्कार बिहार के अररिया के सुमन कुमार साह को दिया जाएगा।
26 नवंबर को राष्ट्रीय दुग्ध दिवस के मौके पर केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री परशोत्तम रूपाला गुवाहाटी के वेटनरी कॉलेज ग्राउंड में विजेताओं को राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार प्रदान करेंगे। पुरस्कार समारोह में असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्वसरमा और मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी राज्य मंत्री डॉ. संजीव कुमार बालियान भी मौजूद रहेंगे।
केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के एक बयान के मुताबिक, केंद्रीय पशुपालन और डेयरी विभाग दिया जाने वाला यह पुरस्कार पशुधन और डेयरी क्षेत्र के सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कारों में से एक है। इसका मकसद स्वदेशी पशुओं को पालने वाले किसानों, एआई तकनीशियनों और डेयरी सहकारी समितियों, दूध उत्पादक कंपनियों और डेयरी किसान उत्पादक संगठनों जैसे सभी व्यक्तियों को पहचानना और प्रोत्साहित करना है। यह पुरस्कार तीन श्रेणियों में दिया जाता है। पहला, स्वदेशी मवेशी/भैंस नस्ल का पालन करने वाले सर्वश्रेष्ठ डेयरी किसान। दूसरा, सर्वश्रेष्ठ डेयरी सहकारी/दूध उत्पादक कंपनी/डेयरी किसान उत्पादक संगठन और तीसरा, सर्वश्रेष्ठ कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन (एआईटी)।
प्रत्येक श्रेणी में प्रथम पुरस्कार के लिए 5 लाख रुपये, दूसरे स्थान के लिए 3 लाख रुपये दिए जाते हैं। पहली दो श्रेणियों यानी सर्वश्रेष्ठ डेयरी किसान और सर्वश्रेष्ठ डीसीएस/एफपीओ/एमपीसी में तीसरी रैंक के लिए योग्यता प्रमाण-पत्र और एक स्मृति चिन्ह के साथ 2 लाख रुपये दिए जाते हैं। सर्वश्रेष्ठ कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन (एआईटी) श्रेणी के मामले में तीसरी रैंक के विजेता को केवल योग्यता प्रमाण-पत्र और एक स्मृति चिन्ह दिया जाता है।
स्वदेशी मवेशी/भैंस नस्ल का पालन करने वाले सर्वश्रेष्ठ डेयरी किसान की श्रेणी में दूसरा पुरस्कार गुजरात के सूरत के निलेश मगनभाई अहीर ने जीता है। तीसरे नंबर पर संयुक्त रूप से गुजरात के वलसाड के ब्रिंदा सिद्धार्थ साह और महाराष्ट्र के नासिक के राहुल मनोहर खैरनार हैं। सर्वश्रेष्ठ डेयरी सहकारी/दूध उत्पादक कंपनी/डेयरी किसान उत्पादक संगठन श्रेणी में द्वितीय पुरस्कार कर्नाटक के मांड्या स्थित टीएम होसूर मिल्क प्रोड्यूसर्स कोऑपरेटिव सोसायटी लिमिटेड और तीसरा पुरस्कार तमिलनाडु के डिंडीगुल स्थित नाथमकोविलपट्टी दुग्ध उत्पादक सहकारी समिति ने जीता है।
इसी तरह, सर्वश्रेष्ठ कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन (एआईटी) श्रेणी में दूसरा पुरस्कार ओडिशा के अनुगुल के अनिल कुमार प्रधान और तीसरा पुरस्कार आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम के मुद्दपु प्रसादराव को दिया जाएगा।