पीएम किसान की 14वीं किस्त जारी, प्रधानमंत्री ने सल्फर कोटेड यूरिया को किया लॉन्च
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थान के सीकर में गुरुवार को आयोजित एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 14वीं किस्त जारी कर दी। इसके तहत 8.5 करोड़ से अधिक किसानों के खाते में डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के माध्यम से 17 हजार करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए हैं। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने सल्फर कोटेड यूरिया को भी लॉन्च किया। इसे यूरिया गोल्ड के नाम से जाना जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थान के सीकर में गुरुवार को आयोजित एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 14वीं किस्त जारी कर दी। इसके तहत 8.5 करोड़ से अधिक किसानों के खाते में डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के माध्यम से 17 हजार करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए हैं। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने सल्फर कोटेड यूरिया को भी लॉन्च किया। इसे यूरिया गोल्ड के नाम से जाना जाएगा।
इससे पहले कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले 13वीं किस्त जारी की गई थी। उसके बाद से देश के करोड़ों किसान 14वीं किस्त का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। उनका इंतजार गुरुवार को खत्म हो गया। राजस्थान में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत केंद्र सरकार पात्र किसानों को सालाना 6,000 रुपये की आर्थिक सहायता देती है। यह राशि तीन किस्तों में दी जाती है। प्रत्येक किस्त में 2,000 रुपये दिए जाते हैं।
पीएम किसान योजना की शुरुआत फरवरी 2019 में हुई थी। इस योजना के तहत अब तक किसानों के बैंक खातों में कुल 2.59 लाख रुपये ट्रांसफर किए जा चुके हैं।
प्रधानमंत्री ने सीकर में सल्फर कोटेड यूरिया को भी लॉन्च किया। इसे यूरिया गोल्ड के नाम से जाना जाएगा। यह यूरिया की नई किस्म है जो सल्फर कोटेड होगी। इससे मिट्टी में सल्फर की कमी का समाधान होगा। इससे पहले सरकार नीम कोटेड यूरिया की शुरुआत कर चुकी है। सल्फर कोटेड यूरिया नीम कोटेड यूरिया की तुलना में अधिक किफायती और प्रभावी है। यह पौधों में नाइट्रोजन उपयोग की दक्षता में सुधार करता है और उर्वरक की खपत में कमी लाता है। इसके इस्तेमाल से फसल की गुणवत्ता बढ़ने का भी दावा किया गया है।
इसके अलावा प्रधानमंत्री ने खुदरा खाद दुकानों को प्रधानमंत्री कृषि समृद्धि केंद्र में बदलने की भी शुरुआत की। देश के ऐसे 1.25 लाख रिटेल फर्टिलाइजर स्टोर्स को चरणबद्ध तरीके से पीएम कृषि समृद्धि केंद्र में तब्दील किया जाएगा। इन केंद्रों में किसानों को कृषि इनपुट, फर्टिलाइजर और बीज के अलावा मिट्टी की जांच की भी सुविधा उपलब्ध होगी।