नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बने, शपथ लेने वालों में राजनाथ, अमित शाह और जेपी नड्डा भी शामिल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार ने तीसरी बार शपथ ले ली है। जवाहर लाल नेहरू के बाद मोदी लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने वाले पहले नेता हैं। वे वाराणसी से तीसरी बार सांसद बने हैं। उनके साथ शपथ लेने वालों में 31 कैबिनेट मंत्री और 5 राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) भी शामिल हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार ने तीसरी बार शपथ ले ली है। जवाहर लाल नेहरू के बाद मोदी लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने वाले पहले नेता हैं। वे वाराणसी से तीसरी बार सांसद बने हैं। उनके साथ शपथ लेने वालों में 30 कैबिनेट मंत्री, 5 राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और 36 राज्य मंत्री भी शामिल हैं। कुल 72 मंत्रियों ने शपथ ली जिनमें 27 ओबीसी और पांच अल्पसंख्यक थे।
मोदी के बाद लखनऊ से भाजपा सांसद राजनाथ सिंह ने कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली। पिछली सरकार में वे रक्षा मंत्री थे। तीसरे नंबर पर गुजरात के गांधीनगर से सांसद अमित शाह ने कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली। पिछली सरकार में वे गृहमंत्री और सहकारिता मंत्री थे। उनके बाद नागपुर से सांसद नितिन गडकरी ने शपथ ली। वे पिछली सरकार में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री थे।
पांचवें नंबर पर जगत प्रकाश नड्डा ने कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली। वे 2019 से भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष हैं। वे 2014 की मोदी सरकार में भी मंत्री थे। उनके बाद मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और विदिशा से सांसद शिवराज सिंह चौहान ने शपथ ली। इस चुनाव में उन्होंने 8 लाख से अधिक वोटों के अंतर से जीत दर्ज की। वे चार बार मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं।
उनके बाद निर्मला सीतारमण ने शपथ ली। वे कर्नाटक से राज्यसभा सांसद हैं। पिछली सरकार में वे वित्त मंत्री थीं। वर्ष 2017 स 2019 के दौरान वे रक्षा मंत्री भी थीं। गुजरात से राज्यसभा सांसद एस. जयशंकर ने भी शपथ ली। पिछली सरकार में विदेश मंत्री। वे 1977 बैच के आईएफएस रहे हैं।
उनके बाद हरियाणा की करनाल सीट से सांसद और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने शपथ ली। उनके बाद शपथ लेने वाले थे कर्नाटक के मांड्या से जेडीएस सांसद और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के बेटे एचडी कुमारस्वामी। वे कर्नाटक के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं।
उत्तर मुंबई से सांसद चुने गए पीयूष गोयल ने भी कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली। पिछली सरकार में वे वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री थे। उनके बाद ओडिशा के संबलपुर से सांसद धर्मेंद्र प्रधान ने मंत्री पद की शपत ली। पिछली सरकार में वे पेट्रोलियम मंत्री थे। ओडिशा विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत के बाद माना जा रहा था कि उन्हें राज्य का मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है।
उनके बाद बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी और बिहार के मुंगेर से सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने शपथ ली। ललन सिंह पहली बार केंद्र सरकार में मंत्री बने हैं।
उनके बाद शपथ लेने वालों में असम के पूर्व मुख्यमंत्री और डिब्रूगढ़ से सांसद सर्वानंद सोनोवाल और मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ से सांसद डॉ. वीरेंद्र कुमार शामिल हैं। फिर श्रीकाकुलम से टीडीपी सासंद 36 साल के राममोहन नायडु ने शपथ ली। वे नई मोदी सरकार के सबसे युवा मंत्री हैं।
उनके पश्चात कर्नाटक के धारवाड़ से भाजपा सासंद प्रह्लाद जोशी ने शपथ ली। वे 2004 से लगातार सांसद हैं। पिछली सरकार में वे संसदीय कार्य मंत्री थे। ओडिशा के सुंदरगढ़ से सांसद जुएल उरांव ने भी शपथ ली। वे छह बार के लोकसभा सांसद हैं। पहली मोदी सरकार में वे आदिवासी कल्याण मंत्री थे।
बिहार के बेगूसराय से सांसद और पिछली सरकार में मंत्री रह चुके गिरिराज सिंह को भी इस बार मंत्री बनाया गया है। वे तीसरी बार सांसद बने हैं। ओडिशा से भाजपा के राज्यसभा सांसद अश्विनी वैष्णव दूसरी बार मंत्री बने हैं। पिछली सरकार में वे आईटी और रेल मंत्री थे।
मध्य प्रदेश के गुना से पांच बार के सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मंत्री बनाए गए हैं। वे पहले कांग्रेस पार्टी में थे और यूपीए के दोनों कार्यकाल में मंत्री थे। पिछली सरकार में वे उड्डयन मंत्री थे। राजस्थान के अलवर से भाजपा सांसद भूपेंद्र यादव भी मंत्री बनाए हैं। वे दो बार राज्यसभा सांसद भी रह चुके हैं। राजस्थान के ही जोधपुर से सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत ने भी मंत्री पद की शपथ ली। वे पिछली सरकार में जल शक्ति मंत्री थे।
झारखंड के कोडरमा से भाजपा सांसद अन्नपूर्णा देवी दूसरी बार केंद्रीय मंत्री बनाई गई हैं। उनके बाद अरुणाचल पश्चिम से सांसद किरने रिजिजू ने शपथ ली। वे चौथी बार सांसद बने हैं। वे इससे पहले मोदी सरकार के दोनों कार्यकाल में मंत्री रह चुके हैं।
उनके बाद शपथ लेने वालों में राज्यसभा सांसद और पिछली सरकार में शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी, गुजरात के पोरबंदर से सांसद और पिछली सरकार में स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडवीय, तेलंगाना के सिकंदराबाद से सांसद जी. किशन रेड्डी, बिहार के हाजीपुर से लोक जनशक्ति पार्टी (आरवी) के सांसद चिराग पासवान, गुजरात के नवसारी से सांसद और राज्य भाजपा अध्यक्ष सी.आर. पाटिल शामिल हैं।
स्वतंत्र प्रभार वाले पांच राज्य मंत्रियों ने ली शपथ
राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के रूप में शपथ लेने वालों में गुड़गांव से भाजपा सांसद राव इंद्रजीत सिंह, उधमपुर से भाजपा सांसद डॉ. जीतेंद्र सिंह, बीकानेर से भाजपा सांसद अर्जुन राम मेघवाल, महाराष्ट्र की बुलढाना सीट से शिवसेना शिंदे गुट के सांसद प्रतापराव जाधव, आरएलडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और अजीत सिंह के बेटे जयंत चौधरी शामिल रहे।
36 राज्य मंत्रियों ने भी ली शपथ
राज्य मंत्री के रूप में पीलीभीत से भाजपा सांसद जितिन प्रसाद, नॉर्थ गोवा से भाजपा सांसद श्रीपद नाइक, उत्तर प्रदेश के महाराजगंज से सांसद पंकज चौधरी, हरियाणा के फरीदाबाद से सांसद कृष्णपाल गुर्जर, महाराष्ट्र से आरपीआई (ए) के राज्यसभा सांसद रामदास अठवले, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर के बेटे और राज्यसभा सांसद रामनाथ ठाकुर, बिहार के उजियारपुर से सांसद नित्यानंद राय, मिर्जापुर से अपना दल (एस) की सांसद अनुप्रिया पटेल, कर्नाटक से भाजपा सांसद वी. सोमन्ना, गुंटूर से पहली बार टीडीपी सांसद बने चंद्रशेखर पेम्मासानी, आगरा से भाजपा सासंद प्रो. एसपी सिंह बघेल, कर्नाटक के बेंगलुरु उत्तर से भाजपा सांसद शोभा करंदलाजे, उत्तर प्रदेश के गोंडा से सांसद कीर्तिवर्धन सिंह, उत्तर प्रदेश से भाजपा के 2020 से राज्यसभा सांसद बनवारी लाल वर्मा, पश्चिम बंगाल की बनगांव सीट से भाजपा सांसद शांतनु ठाकुर ने पद और गोपनीयता की शपथ ली।
अन्य राज्य मंत्रियों में केरल में भाजपा का खाता खोलने वाले त्रिशूर से सांसद और मलयालम फिल्मों के सुपर स्टार सुरेश गोपी, मध्य प्रदेश से राज्यसभा सांसद डॉ. एल. मुरुगन, उत्तराखंड के अल्मोड़ा से भाजपा अजय टमटा, तेलंगाना के करीमनगर से भाजपा सासंद तथा प्रदेश पार्टी अध्यक्ष बंडी संजय कुमार, उत्तर प्रदेश के बांसगांव से भाजपा सांसद कमलेश पासवान, राजस्थान के अजमेर से भाजपा सांसद भगीरथ चौधरी, बिहार से भाजपा के राज्यसभा सांसद सतीश दुबे, झारखंड के रांची से भाजपा सांसद संजय सेठ, पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के पोते और पंजाब की लुधियाना सीट पर भाजपा के टिकट पर हारने वाले रवनीत सिंह बिट्टू, मध्य प्रदेश के बैतूल से सांसद दुर्गादास उइके, एकनाथ खड्से की बहू और महाराष्ट्र के रावेस से भाजपा सांसद रक्षा खडसे शामिल हैं।
पश्चिम बंगाल की बालूरघाट सीट से भाजपा सासंद सुकांत मजूमदार, मध्य प्रदेश के धार से भाजपा सांसद सावित्री ठाकुर, छत्तीसगढ़ के बिलासपुर से भाजपा सांसद तोखन साहू, बिहार के मुजफ्फरपुर से भाजपा के टिकट पर पहली बार सांसद बने डॉ. राजभूषण चौधरी, आंध्र प्रदेश के नरसापुरम से भाजपा सांसद भूपति राजू श्रीनिवास वर्मा, पूर्वी दिल्ली से भाजपा सांसद हर्ष मल्होत्रा, गुजरात की भावनगर सीट से पहली बार की सांसद (भाजपा) नीमूबेन बाभनिया, महाराष्ट्र के पुणे से पहली बार के सांसद (भाजपा) मुरलीधर मोहोल, केरल भाजपा के महासचिव जॉर्ज कुरियन और असम से भाजपा के राज्यसभा सांसद पबित्र मार्गरेटा ने भी राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली।