दूसरे चरण में यूपी में 54.85 फीसदी मतदान, पहले चरण से भी कम वोटिंग
उत्तर प्रदेश में दूसरे चरण में पहले चरण से करीब 5 फीसदी कम मतदान हुआ। भीषण गर्मी के अलावा हिंदी बेल्ट में मतदाताओं के उत्साह में भी कमी है। मथुरा और गाजियाबाद में वोटिंग का आंकड़ा 50 फीसदी से कम रहा।
लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में 12 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश की 88 सीटों के लिए शुक्रवार को मतदान हुआ। त्रिपुरा में सर्वाधिक 79.66 फीसदी मतदान हुआ जबकि सबसे कम 54.85 फीसदी वोटिंग उत्तर प्रदेश में हुई। भीषण गर्मी के बीच हिंदी बेल्ट में मतदान को लेकर उत्साह नजर नहीं आया। यूपी में पहले चरण में 60.59 फीसदी मतदान हुआ था। राज्य में कम मतदान के सियासी नफे-नुकसान का आकलन किया जा रहा है।
कुछ राज्यों में ईवीएम में गड़बड़ी और फर्जी मतदान की शिकायतें मिलीं। वहीं, कर्नाटक में दो गुटों की झड़प में एक ईवीएम तोड़ दी गई। राजस्थान में भी कुछ छिटपुट घटनाएं हुईं और वोटिंग में गड़बड़ी के आरोप लगे। मोटे तौर पर मतदान शांतिपूर्ण रहा। छत्तीसगढ़ के 46 गांवों के मतदाताओं ने पहली बार मतदान किया। जबकि जम्मू-कश्मीर में 72 फीसदी से ऊपर मतदान हुआ।
पूर्वी भारत में बंपर मतदान
सबसे अधिक मतदान प्रतिशत त्रिपुरा में दर्ज किया गया, जहां 79.46 प्रतिशत मतदान हुआ। इसके बाद मणिपुर में 77.32 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि उत्तर प्रदेश में 54.85 प्रतिशत और बिहार में 55.08 प्रतिशत मतदान हुआ। असम में 77.35 फीसदी, छत्तीसगढ़ में 75.16 फीसदी, कर्नाटक में 68.47 फीसदी, केरल में 70.21 फीसदी, मध्य प्रदेश में 58.26 फीसदी, महाराष्ट्र में 59.63 फीसदी, राजस्थान में 64.07 फीसदी और प. बंगाल में 73.78 फीसदी मतदान हुआ। पूर्वी और दक्षिणी भारत के मुकाबले हिंदी बेल्ट में कम मतदान चुनाव परिणामों पर भी असर दिखा सकता है।
यूपी में नहीं दिखा वोटर का उत्साह
बढ़ती गर्मी और मतदाताओं के उत्साह में कमी का असर दूसरे चरण में यूपी की आठ लोकसभा सीटों पर हुए मतदान पर दिखा। अमरोहा, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, बुलंदशहर, अलीगढ़ और मथुरा सीटों पर औसतन 54.83 फीसदी मतदान हुआ। यह पहले चरण की तुलना में करीब 5.76 फीसदी कम है। 2019 के लोकसभा चुनाव में इन सीटों पर करीब 63 फीसदी मतदान हुआ था।
19 अप्रैल को पहले चरण में प्रदेश में यूपी की आठ सीटों पर 60.59 फीसदी मतदान हुआ था। दूसरे चरण में पश्चिमी यूपी की अमरोहा सीट पर सबसे ज्यादा 64.02 फीसदी वोटिंग हुई जबकि मथुरा में सबसे कम 49.29 फीसदी और गाजियाबाद में 49.65 फीसदी वोट पड़े। मेरठ में 58.70 फीसदी और बागपत में 55.93 फीसदी मतदान हुआ। वहीं, बुलंदशहर में 55.79, गौतम बुद्ध नगर में 53.21 फीसदी और अलीगढ़ में 56.62 फीसदी वोटिंग हुई।
दूसरे चरण में औसतन 63.50 फीसदी मतदान
चुनाव आयोग ने कहा कि मतदान काफी हद तक शांतिपूर्ण रहा। रात 8 बजे सभी 88 सीटों पर मतदान का औसत आंकड़ा 63.50 प्रतिशत था। चुनाव आयोग ने कहा कि जब सभी मतदान केंद्रों से रिपोर्ट प्राप्त हो जाएगी तो इसके बढ़ने की संभावना है।
लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में केरल की सभी 20 सीटों, कर्नाटक की 28 में से 14 सीटों, राजस्थान की 13 सीटों, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश की 8-8 सीटों, मध्य प्रदेश की 6 सीटों, असम और बिहार की 5-5 सीटों, 3-3 सीटों पर मतदान हुआ। इस चरण में कांग्रेस नेता राहुल गांधी, शशि थरूर, केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर और अभिनेता से नेता बने अरुण गोविल, भाजपा की हेमा मालिनी और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला मैदान में है।
बाड़मेर में 73 फीसदी मतदान
राजस्थान की दूसरे चरण की 13 सीटों पर 64.07 फीसदी मतदान हुआ। राज्य में सबसे ज्यादा 73.68 फीसदी वोटिंग राजस्थान की चर्चित बाड़मेर सीट पर हुआ। बांसवाड़ा में 72.24 फीसदी, कोटा में 70.82 फीसदी और चित्तौड़गढ़ में 67.83 फीसदी वोटिंग हुई। जबकि सबसे कम 56 फीसदी मतदान टोंक सवाई माधोपुर में हुआ। बाड़मेर सीट पर वोटिंग में गड़बड़ी, मतदाताओं को डराने धमकाने और पुलिस प्रशासन पर पक्षपात के आरोप भी लगे।