भारत की जीडीपी ग्रोथ 4 साल के निचले स्तर पर, फिर कृषि पर दारोमदार
चालू वित्त वर्ष में 6.4 फीसदी की जीडीपी ग्रोथ का अनुमान सरकार के शुरुआती अनुमान 6.5%-7% और भारतीय रिजर्व बैंक के दिसंबर के 6.6% के पूर्वानुमान से कम है।
भारत की आर्थिक विकास दर वित्त वर्ष 2024-25 में चार साल के निचले स्तर 6.4 फीसदी पर आ सकती है। 3.8 फीसदी की ग्रोथ के साथ कृषि क्षेत्र इस साल भी भारतीय अर्थव्यवस्था को बड़ा सहारा दे रहा है। वरना देश की जीडीपी ग्रोथ और भी कम हो सकती थी।
मंगलवार को राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, इस साल 6.4 फीसदी की जीडीपी ग्रोथ रेट कोविड वर्ष (2020-21) के बाद सबसे कम होगी, जब जीडीपी में 5.8 प्रतिशत की निगेटिव ग्रोथ रही थी। जबकि पिछले वर्ष 2023-24 में जीडीपी ग्रोथ 8.2 फीसदी थी।
चालू वित्त वर्ष में 6.4 फीसदी की जीडीपी ग्रोथ का अनुमान सरकार के शुरुआती अनुमान 6.5%-7% और भारतीय रिजर्व बैंक के दिसंबर के 6.6% के पूर्वानुमान से कम है। भारतीय अर्थव्यवस्था की विकास दर में कमी के पीछे मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर के कमजोर प्रदर्शन के अलावा महंगाई, कॉरपोरेट निवेश में कमी और बढ़ते व्यापार घाटे को वजह माना जा रहा है।
एनएसओ के अनुसार, मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की ग्रोथ रेट पिछले वित्त वर्ष में दर्ज 9.9 फीसदी से घटकर 5.3 फीसदी रहने की उम्मीद है। सर्विस सेक्टर में 5.8 फीसदी की वृद्धि का अनुमान है जो पिछले वित्त वर्ष में 6.4 फीसदी थी। इस साल भी भारतीय अर्थव्यवस्था को कृषि क्षेत्र ने बड़ा सहारा दिया है। कृषि एवं संबद्ध क्षेत्र में चालू वित्त वर्ष में 3.8 फीसदी की वृद्धि दर्ज करने का अनुमान है, जो 2023-24 में 1.4 प्रतिशत थी।
वर्ष 2024-25 में नॉमिनल जीडीपी (मौजूदा कीमतों पर जीडीपी) 324.11 लाख करोड़ रुपये के स्तर तक पहुंचने का अनुमान है, जबकि 2023-24 में यह 295.36 लाख करोड़ रुपये होगी, जो 9.7% की वृद्धि दर दर्शाती है। वर्तमान अनुमानों के अनुसार, 2024-25 के दौरान भारतीय अर्थव्यवस्था का आकार 3.8 ट्रिलियन डॉलर है।
एनएसओ के अनुसार, भारत की प्रति व्यक्ति आय (मौजूदा कीमतों पर) 8.7 प्रतिशत बढ़कर 2,00,162 रुपये प्रति वर्ष होने का अनुमान है। पिछले वित्त वर्ष में यह 1,84,205 रुपये थी। अर्थशास्त्रियों ने घरेलू और वैश्विक अनिश्चितताओं के बारे में चिंता व्यक्त की है। जबकि सरकार से बजट में पूंजीगत व्यय को बढ़ावा देने की उम्मीद है।