इफको से आयोटेकवर्ल्ड को मिला 500 एग्री ड्रोन का ऑर्डर, दिसंबर तक करेगी आपूर्ति
एग्री ड्रोन निर्माता कंपनी आयोटेकवर्ल्ड एविगेशन प्राइवेट लिमिटेड को फर्टिलाइजर कोऑपरेटिव इफको से 500 ड्रोन का बड़ा ऑर्डर मिला है। इन ड्रोन का इस्तेमाल मुख्य रूप से इफको के नैनो तरल यूरिया और नैनो डीएपी के छिड़काव में किया जाएगा। आयोटेकवर्ल्ड ने सोमवार को इसकी घोषणा की है।
एग्री ड्रोन निर्माता कंपनी आयोटेकवर्ल्ड एविगेशन प्राइवेट लिमिटेड को फर्टिलाइजर कोऑपरेटिव इफको से 500 ड्रोन का बड़ा ऑर्डर मिला है। इन ड्रोन का इस्तेमाल मुख्य रूप से इफको के नैनो तरल यूरिया और नैनो डीएपी के छिड़काव में किया जाएगा। आयोटेकवर्ल्ड ने सोमवार को इसकी घोषणा की है।
इंडियन फार्मर्स फर्टिलाइजर कोऑपरेटिव लिमिटेड (इफको) ने हाल ही में नैनो यूरिया और नैनो डीएपी जैसे अपने उत्पादों के छिड़काव के लिए 2500 ड्रोन खरीदने की घोषणा की थी। इसके जरिये इफको की 5000 ग्रामीण उद्यमी तैयार करने की योजना है जिन्हें ड्रोन से छिड़काव के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा।
इफको से मिले ऑर्डर पर जानकारी देते हुए आयोटेकवर्ल्ड एविगेशन के सह-संस्थापक अनूप उपाध्याय ने कहा कि कृषि-ड्रोन की खरीद के लिए इफको से मिले सबसे बड़े ऑर्डर को प्राप्त करना हमारे लिए सम्मान की बात है। कंपनी इस वर्ष के अंत तक इफको को 500 ड्रोन मुहैया करा देगी। उन्होंने कहा कि आयोटेकवर्ल्ड की स्थापना के समय से ही हमारा प्रयास कृषि क्षेत्र में तकनीकी नवाचार को बढ़ावा देने का रहा है, इसीलिए कंपनी देश में कृषि-ड्रोन की अगुआ रही है।
देश के पहले डीजीसीए टाइप सर्टिफिकेट (टीसी) प्राप्त ड्रोन ‘एग्रीबोट’ की निर्माता कंपनी आयोटेकवर्ल्ड की सह-स्थापना दीपक भारद्वाज और अनूप उपाध्याय ने वर्ष 2017 में की थी। कंपनी के दूसरे सह-संस्थापक दीपक भारद्वाज ने कहा कि ड्रोन बाजार बहुत तेजी से बढ़ रहा है। उर्वरक एवं कीटनाशक दवा कंपनियों सहित विभिन्न कंपनियों के साथ-साथ किसानों व ग्रामीण उद्यमियों से बड़ी मांग आ रही है। हमारे एग्रीबोट (कृषि ड्रोन) को उर्वरकों के लिए विशेष तौर पर डिजाइन और प्रोग्राम किया गया है। इफको से मिला ऑर्डर कृषि ड्रोन क्षेत्र में हमारी विशेषज्ञता और सामर्थ्य का परिचायक है। इफको के अलावा आयोटेकवर्ल्ड ने कृषि रसायन कंपनी सिंजेंटा के साथ भी साझेदारी की है।
अनूप उपाध्याय ने बताया कि वित्त वर्ष 2023-24 में कंपनी का लक्ष्य 3,000 ड्रोन की बिक्री करना है। यह पिछले वर्ष के मुकाबले 5-6 गुना ज्यादा है। इसके आलावा हम निर्यात की संभावनाएं भी तलाश रहे हैं। सरकार द्वारा ड्रोन निर्यात की नीति के उदारीकरण के हालिया निर्णय ने कई संभावनाएं खोल दी हैं और विदेशी बाजार में मांग भी काफी अच्छी है।
कंपनी सार्क, दक्षिण-पूर्व एशिया, लैटिन अमेरिका, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, ब्राजील, ओमान, बांग्लादेश, वियतनाम, फिलीपींस, नेपाल और अफ्रीका जैसे क्षेत्रों में निर्यात की संभावनाएं तलाश रही है। आयोटेक ने कई रिमोट पायलट ट्रेनिंग संगठन भी स्थापित किए हैं जहां ड्रोन उड़ाने के लिए लोगों को प्रशिक्षित किया जाता है। वर्तमान में कंपनी के 12 राज्यों में 30 से अधिक चैनल पार्टनर हैं और कंपनी बड़े पैमाने पर कृषि-उद्यमियों को बढ़ावा दे रही है।