बांग्लादेश और भारत के बीच होता है 14 अरब डॉलर का कारोबार, हसीना सरकार के हटने और हिंसा का होगा प्रतिकूल असर

भारत और  बांग्लादेश के बीच सालाना 14 अरब डॉलर का कारोबार होता है। भारत और बांग्लादेश के व्यापारिक संबंध हमेशा मजबूत रहे हैं। बांग्लादेश भारत से चावल, गेहूं चीनी, आलू और प्याज समेत तमाम कृषि उत्पादों का आयात करता है। पिछले कुछ वर्षों में दोनों देशों के बीच व्यापार और आर्थिक संबंध लगातार बढ़े हैं। साल 2006-2027 के दौरान, दोनों देशों के बीच दो अरब डॉलर का कारोबार होता था जो 2023-24 में सात गुना बढ़कर 14 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक हो गया है

बांग्लादेश और भारत के बीच होता है 14 अरब डॉलर का कारोबार,  हसीना सरकार के हटने और हिंसा का होगा प्रतिकूल असर

बांग्लादेश में छात्रों के आंदोलन के बाद भड़की हिंसा और उसके चलते देश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के अपना देश छोड़ने के चलते पैदा स्थिति का आर्थिक गतिविधियों पर प्रतिकूल असर पड़ना तय है। हालांकि बांग्लादेश के सेना प्रमुख ने अंतरिम सरकार का गठन किये जाने की घोषणा की है लेकिन देश में व्याप्त हिंसा, आगजनी, सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाये जाने की  घटनाओं ने देश में अस्थिरता और अराजकता की स्थिति पैदा कर दी है।

सरकारी नौकरियों और शैक्षिक संस्थानों में आरक्षण के मुद्दे पर हुआ छात्रों का आंदोलन देश की सरकार को गिराने तक पहुंच जाएगा पिछले कुछ दिनों तक इसका अंदाजा लगाना मुश्किल लग रहा था। वहां पैदा हुई स्थिति के चलते भारत के लिए कई तरह की मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं और इसमें कारोबारी गतिविधियां का एक अहम पक्ष हैं क्योंकि बांग्लादेश भारत का एक बड़ा कारोबारी साझीदार है और भारत से कृषि उत्पादों का बड़ा निर्यात बांग्लादेश को होता है।

दोनों देशों के बीच होता है 14 अरब डॉलर का कारोबार

भारत और  बांग्लादेश के बीच सालाना 14 अरब डॉलर का कारोबार होता है। भारत और बांग्लादेश के व्यापारिक संबंध हमेशा मजबूत रहे हैं। बांग्लादेश भारत से चावल, गेहूं चीनी, आलू और प्याज समेत तमाम कृषि उत्पादों का आयात करता है। पिछले कुछ वर्षों में दोनों देशों के बीच व्यापार और आर्थिक संबंध लगातार बढ़े हैं। साल 2006-2027 के दौरान, दोनों देशों के बीच दो अरब डॉलर का कारोबार होता था जो 2023-24 में सात गुना बढ़कर 14 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक हो गया है।

ताजा घटनाक्रम के बाद से दोनों देशों के बॉर्डर पर चौकसी बढ़ा दी गई है, जिससे व्यापारिक गतिविधियां बाधित हो गई हैं। सीमा पर ट्रकों की लंबी कतारें लगी हुई हैं, जो स्थिति के सामान्य होने का इंतजार कर रही हैं।

ठप्प पड़ सकता है रेडीमेड गारमेंट का व्यापार 

बांग्लादेश दुनिया के सबसे बड़े गारमेंट निर्माताओं में से एक है। बांग्लादेश हर साल रेडीमेड कपड़ों के निर्यात से लगभग 46 अरब डॉलर का कारोबार करता है। वहां पैदा हुए मौजूदा हालात से रेडीमेड गारमेंट का व्यापार ठप्प पड़ सकता है। देश में चल रहे तनाव के चलते बांग्लादेशी निर्माताओं द्वारा बुक किए गए ऑर्डरों के शिपमेंट में अब देरी हो सकती है।   

हालांकि, इस ताजा संकट ने बांग्लादेश के आर्थिक और सामाजिक ताने-बाने को गहरा धक्का पहुंचाया है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर जल्द ही स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो इसका असर बांग्लादेश की दीर्घकालिक स्थिरता पर भी पड़ सकता है और भारत-बांग्लादेश के व्यापार संबंधों पर भी इसका नकारात्मक प्रभाव देखने को मिल सकता है।

बांग्लादेश में दो महीने से चल रहे आरक्षण विरोधी छात्र आंदोलन के बाद प्रधानमंत्री शेख हसीना ने सोमवार, 5 अगस्त को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। हिंसक माहौल के कारण शेख हसीना को देश छोड़कर भागना पड़ा और वे सेना के विमान से रवाना हुईं। वहीं, बांग्लादेश के सेना प्रमुख ने घोषणा की है कि वह एक अंतरिम सरकार बनाएंगे और देश को संभालेंगे। 

Subscribe here to get interesting stuff and updates!