नेपाल के रास्ते भारत में चाइनीज लहसुन की तस्करी, कई राज्यों में अवैध आपूर्ति का विरोध

व्यापारी सवाल उठा रहे हैं कि तस्करी के जरिए चाइनीज लहसुन भारत कैसे आ रहा है। जबकि पिछले कई साल से भारत में चाइनीज लहसुन पर प्रतिबंध लगा हुआ है।

नेपाल के रास्ते भारत में चाइनीज लहसुन की तस्करी, कई राज्यों में अवैध आपूर्ति का विरोध

भारत में नेपाल के रास्ते चाइनीज लहसुन की तस्करी हो रही है। हाल ही में उत्तर प्रदेश के महराजगंज में भारत-नेपाल सीमा पर कस्टम विभाग ने चाइनीज लहसुन की एक बड़ी खेप पकड़ी है। जांच में पता चला कि चीन के लहसुन को भारत में खपाने के लिए लाया जा रहा था। जब्त किए गये लहसुन का लैब टेस्ट कराया गया तो सैंपल फेल हो गये और लहसुन में फंगस पाया गया। विशेषज्ञों का कहना है कि यह लहसुन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है और इसके सेवन से गंभीर बीमारियां होने का खतरा है। लेकिन जानकारी के अभाव और सस्ता होने की वजह से लोग चाइनीज लहसुन खरीद लेते हैं।

इस साल भारत में लहसुन उत्पादक क्षेत्रों में बारिश और बाढ़ के चलते लहसुन की पैदावार कम हुई। हाल के वर्षों में देश में लहसुन उत्पादन घटा है। इसलिए लहसुन के दाम अधिक हैं। इसका फायदा उठाकर भारत में चाइनीज लहसुन को डंप किया जा रहा है। भारत-नेपाल सीमा पर आवाजाही आसान होने से चाइनीज लहसुन की भारत में तस्करी हो रही है और यह देश की मंडियों में पहुंच रहा है।  

भारतीय लहसुन का दाम जहां लगभग 300-400 रुपये किलो तक है वहीं, चाइनीज लहसुन 100-150 रुपये किलो बिकता है। पिछले एक महीने के दौरान नेपाल सीमा पर लगभग 16 टन चाइनीज लहसुन पकड़ा जा चुका है। जब्त किए गये लहसुन की इतनी बड़ी मात्रा को नष्ट करना भी कस्टम विभाग के लिए चुनौती बन गया है। क्योंकि इससे पूरे क्षेत्र में भयंकर दुर्गंध फैल जाती है। महराजगंज में कस्टम विभाग ने जब्त किए लहसुन को जमीन में दबा दिया था। लेकिन अधिकारियों के जाते ही लोगों ने मिट्टी खोदकर जमीन से लहसुन निकालना शुरू कर दिया।     

चाइनीज लहसुन को लेकर मध्य प्रदेश, राजस्थान और गुजरात की मंडियों में काफी विरोध हो रहा है। मध्य प्रदेश के व्यापारियों ने विरोध दर्ज करते हुए मंडियों में एक दिन नीलामी बंद रखी। व्यापारी सवाल उठा रहे हैं कि तस्करी के जरिए चाइनीज लहसुन भारत कैसे आ रहा है। जबकि पिछले कई साल से भारत में चाइनीज लहसुन पर प्रतिबंध लगा हुआ है। फेडरेशन ऑफ राजस्थान ट्रेड एंड इंडस्ट्रीज के सुरेश अग्रवाल कहते हैं, "सरकार को ध्यान देना चाहिए कि उसने जो बैन लगाया था उसके बाद भी चाइनीज लहसुन भारत की मंडियों में कैसे पहुंच रहा है।"

गुजरात में भी प्रतिबंधित चाइनीज लहसुन की अवैध आपूर्ति का विरोध हो रहा है। सौराष्ट्र के राजको, गोंडल और जामनगर की मंडियों में व्यापारियों ने चाइनीज लहसुन को लेकर विरोध-प्रदर्शन किया। लहसुन उत्पादक किसानों ने आरोप लगाया है कि जैसे ही लहसुन की मांग बढ़ी तो चाइनीज लहसुन लाने का प्रयास किया जा रहा है। किसानों और व्यापारियों ने सरकार ने प्रतिबंधित चीनी लहसुन के बाजार में आने पर कानूनी कार्रवाई की मांग की है। चीनी लहसुन इसी तरह देश में आता रहा तो किसानों के लहसुन के दाम नीचे गिर जाएंगे। 

 

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