भाजपा अपने दम पर बहुमत से दूर, एनडीए 300 के नीचे, यूपी में बड़ा उलटफेर
शुरुआती रुझानों में भाजपा के नेतृत्व वाला एनडीए गठबंधन लगभग 295 सीटों पर आगे है जबकि कांग्रेस का इंडिया गठबंधन करीब 230 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।
देश के 18वीं लोकसभा चुनाव में सात चरणों में मतदान के बाद आज सुबह से नतीजों के लिए मतगणना चल रही है। शुरुआती रुझानों में भाजपा के नेतृत्व वाला एनडीए गठबंधन लगभग 295 सीटों पर आगे है जबकि कांग्रेस का इंडिया गठबंधन करीब 230 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। भाजपा 244 सीटों पर आगे है वहीं कांग्रेस 99 सीटों पर आगे है। समाजवादी पार्टी 34, तृणमूल कांग्रेस 29, डीएमके 22, शिवसेना यूबीटी 9, एनसीपी एसपी 7, सीपीएम 4, आरजेडी 4, जेएमएम 3 और आप 3 सीटों पर आग चल रही है। वहीं, तेलगू देशम 16, जेडीयू 14, शिवसेना 6 और एलजेपी 5 सीटों पर आगे है।
चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने “400 पार” का नारा दिया था। अधिकांश एग्जिट पोल ने भाजपा को 300 से ज्यादा और एनडीए को 350 से ज्यादा सीटों के साथ प्रचंड बहुमत का दावा किया था। लेकिन अभी तक के रुझान काफी अलग तस्वीर पेश करते हैं। लगभग 243 सीटों पर आगे चल रही भाजपा को अकेले अपने दम पर बहुमत का आंकड़ा मिलता नहीं दिख रहा है। हालांकि, एनडीए लगभग 292 सीटों पर बढ़त के साथ बहुमत की ओर बढ़ता दिख रहा है। भाजपा को सबसे बड़ा झटका उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान में लगा है। महाराष्ट्र में भी एनडीए गठबंधन को नुकसान हुआ है जबकि बिहार में भाजपा और उसके सहयोगी दल 40 में से 32 सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं।
सबसे ज्यादा चौकाने वाले रुझान उत्तर प्रदेश से आ रहे हैं। यूपी में भाजपा और विपक्षी गठबंधन के बीच कांटे की टक्कर चल रही है। भाजपा के सबसे मजबूत गढ़ यूपी में समाजवादी पार्टी 34 और कांग्रेस 6 सीटों पर आगे है जबकि भाजपा 36 और राष्ट्रीय लोकदल 2 सीटों पर आगे चल रही है। पिछली बार यूपी में प्रचंड जीत हासिल करने वाली भाजपा को राज्य में बड़ा झटका लगा है। यूपी में समाजवादी पार्टी उम्मीद से काफी बेहतर प्रदर्शन कर रही है।
हिंदी पट्टी में यूपी के अलावा राजस्थान और हरियाणा में भी भाजपा को नुकसान होता दिख रहा है। हालांकि, भाजपा ने ओडिशा में शानदार प्रदर्शन करते हुए 21 में से 19 सीटों पर बढ़त बना ली है। तेलंगाना में भाजपा 17 में से 8 सीटों पर आगे है। केरल में भी भाजपा को दो सीटों पर बढ़त मिली है। हिंदी पट्टी में हुए नुकसान की भाजपा को इन राज्यों से भरपाई हुई है। लेकिन अकेले अपने दम पर बहुमत का आंकड़ा भाजपा की पहुंच से अभी दूर है।
अमेठी और रायबरेली की चर्चित सीटों पर कांग्रेस आगे है। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी अमेठी और पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी सुल्तानपुर में पीछे चल रही हैं। नगीना से आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के उम्मीदवार चंद्रशेखर निर्णायक बढ़त बनाए हुए हैं। अपने प्रतिद्वंद्वियों पर बढ़त हासिल करने वाले प्रमुख नेताओं में वाराणसी में नरेंद्र मोदी, लखनऊ में राजनाथ सिंह, कन्नौज और मैनपुरी में समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव और उनकी पत्नी डिंपल यादव, रायबरेली और अमेठी में कांग्रेस उम्मीदवार राहुल गांधी और किशोरी लाल शर्मा शामिल हैं। भाजपा के अरुण गोविल और हेमा मालिनी भी क्रमशः मेरठ और मथुरा सीटों पर अपने प्रतिद्वंद्वियों से आगे चल रहे हैं। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, अजय मिश्रा टेनी और मेनका गांधी क्रमश: अमेठी, खीरी और सुल्तानपुर सीटों पर पीछे हैं।
पिछली बार राजस्थान में सभी 25 सीटों पर जीत हासिल करने वाली भाजपा 14 सीटों पर आगे है जबकि भारत गठबंधन को 10 सीटों पर बढ़त है। हरियाणा में कांग्रेस और भाजपा 5-5 सीटों पर आगे हैं। महाराष्ट्र में शिवसेना और एनसीपी में टूट के बावजूद एनडीए गठबंधन को नुकसान हुआ है। महाराष्ट्र की 48 में से 28 सीटों पर इंडिया गठबंधन आगे है। जबकि एनडीए गठबंधन केवल 19 सीटों पर आगे चल रहा है।
मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में भाजपा ने अपनी मजबूत पकड़ बरकरार रखी है। एमपी में भाजपा सभी 29 सीटों पर आगे है जबकि छत्तीसगढ़ में 11 में से 10 सीटों पर आगे चल रही है। कांग्रेस छत्तीसगढ़ में मात्र एक सीट पर आगे है। इसी तरह दिल्ली की सभी 7 सीटों पर भाजपा ने अच्छी खासी बढ़त बना ली है।
पंजाब की जनता ने इस बार भाजपा को पूरी तरह नकार दिया है। पंजाब में 7 सीटों पर कांग्रेस, तीन सीटों पर आप, एक सीट पर अकाली दल और दो सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार आगे चल रहे हैं। पंजाब की खडूर साहिब सीट पर निर्दलीय अमृतपाल सिंह डेढ़ लाख से ज्यादा वोटों से जीत की ओर बढ़ रहे हैं जो फिलहाल एनएसए के तहत असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद हैं। पंजाब की फरीदकोट सीट से निर्दलीय सरबजीत सिंह आगे चल रहे हैं जो पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के हत्यारे गार्ड बेअंत सिंह के बेटे हैं।
बिहार में नीतीश कुमार की जेडी(यू) 14 सीटों पर बढ़त के साथ उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन कर रही है, जबकि भाजपा और एलजेपी (रामविलास) क्रमशः 12 और 5 सीटों पर आगे चल रही है। इंडिया गठबंधन बिहार में 8 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है जिनमें आरजेडी 4, कांग्रेस 2 और सीपीआई एमएल 2 सीटों पर आगे है।
ओडिशा में भाजपा शानदार प्रदर्शन कर रही है, जहां 21 में से 19 सीटों पर भाजपा की बढ़त है, जबकि सत्तारूढ़ बीजू जनता दल सिर्फ एक सीट पर आगे है। ओडिशा विधानसभा चुनावों में भी भाजपा आगे है, जहां 146 सीटों में से 76 पर उसकी बढ़त है।
पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस पार्टी ने 29 सीटों पर बढ़त पाकर सारे एग्जिट पोल को नकार दिया। जबकि भाजपा बंगाल में 12 सीटों पर आगे है। कांग्रेस को बंगाल में सिर्फ एक सीट पर बढ़त मिली है।
आंध्र प्रदेश में, जहां एक साथ विधानसभा चुनाव हुए थे, भाजपा की सहयोगी चंद्रबाबू नायडू की तेलगू देशम पार्टी ने शानदार प्रदर्शन किया है। आंध्र की 25 लोकसभा सीटों में से टीडीपी 16 पर आगे है, जबकि भाजपा 3 और जन सेना पार्टी 2 पर आगे है। वाईएसआर कांग्रेस केवल चार सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।
तेलंगाना में भी भाजपा बेहतर प्रदर्शन कर रही है जहां 17 में से 8 सीटों पर भाजपा और 8 पर कांग्रेस आगे है। कर्नाटक की 28 सीटों में से भाजपा 17 सीटों पर और उसकी सहयोगी जेडीएस 2 सीटों पर आगे है जबकि राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस 9 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।