ग्राम उन्नति ने पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा को अध्यक्ष नियुक्त किया
सुनील अरोड़ा ने दो प्रमुख मंत्रालयों - सूचना और प्रसारण मंत्रालय और कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय के सचिव के रूप में कार्य किया है। अरोड़ा राजस्थान सरकार में अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) के तौर पर सेवाएं दे चुके हैं
एग्रीकल्चरल वैल्यू चेन सर्विसेज स्टार्टअप ग्राम उन्नति ने पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा को अपने निदेशक मंडल का नया गैर-कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया है। अरोड़ा एक सेवानिवृत्त भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी हैं। उनके पास 36 साल से अधिक का नेतृत्व का अनुभव है।
सुनील अरोड़ा ने दो प्रमुख मंत्रालयों - सूचना और प्रसारण मंत्रालय और कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय के सचिव के रूप में कार्य किया है। अरोड़ा राजस्थान सरकार में अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) के तौर पर सेवाएं दे चुके हैं। इसके अलावा वे राजस्थान राज्य उद्योग नीति के लिए प्रमुख प्रस्तावक होने के साथ-साथ वेबार्मर माइनिंग एंड, महिंद्रा सेज और राजस्थान राज्य खनन और खनिज लिमिटेड जैसी कॉर्पोरेट संस्थाओं के बोर्ड में शामिल रहे हैं।
अरोड़ा ने इंडियन एयरलाइंस के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक के तौर पर सेवाएं देते हुए कई प्रशासनिक और नीतिगत सुधार कर उसे पुनर्जीवित किया। सालों तक नुकसान में रहने के बाद उनकी अगुआई में विमानन सेवा लाभ में जाने लगी। उन्होंने साल 2000-2002 तक नागरिक विमानन मंत्रालय में संयुक्त सचिव के तौर पर भी काम किया,
ग्राम उन्नति के सीईओ और संस्थापक अनीश जैन ने कहा, हम सुनील अरोड़ा के साथ जुड़कर खुश हैं। उनके मार्गदर्शन और निर्देशन में काम करना सम्मान की बात है। उनका समृद्ध अनुभव, अंतर्दृष्टि और मार्गदर्शन किसानों के लिए बाजार से संबंधित समाधानों को और बेहतर बनाने और उनकी आय को स्थायी रूप से बढ़ाने के लिए गांव के उत्थान में मदद करेगा।
ग्राम उन्नति में फोर लीफ क्लॉवर एग्रो प्राइवेट लिमिटेड ग्राम उन्नति डीपीआईआईटी से मान्यता प्राप्त कृषि- तकनीक स्टार्ट-अप है, जो सलाहकार सेवाएं, कम कीमत पर उच्च महत्व वाली सूचनाओं तक पहुंच, छोटे किसानों की बाजारों तक पहुंच के साथ-साथ संस्थागत खरीददारों को अनुकूलित उत्पादन और कृषि उपज का शुरू से अंत तक गुणवत्ता नियंत्रण प्रदान करती है। कंपनी को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, खड़गपुर से स्नातक अनीश जैन ने 2013 में स्थापित किया था। उन्होंने महसूस किया कि एकीकृत प्लेटफॉर्म की कमी के कारण किसान और खरीददार अक्सर फंस जाते हैं। कंपनी के पास एक अनुभवी सलाहकारों का पूल है जिसमें मौसमी फसलों के पेशेवर, पूर्व सिविल सेवा अधिकारी और उद्योगों से संबंधित इकाइयों के प्रतिनिधि शामिल हैं। ग्राम उन्नति 30 जिला स्तरीय केंद्रों के नेटवर्क के माध्यम से संचालित होता है और पूरे देश में फैला हुआ है, जिससे कृषि प्रसंस्करणकर्ताओं को गुणवत्ता वाले अनाज, तिलहन, दालें, फल और सब्जियां किसानों से सीधे मिलने में मदद मिलती है।
ग्राम उन्नति ने इन सालों में सात राज्यों में लगभग दो लाख किसानों का नेटवर्कस्थापित किया और कंपनी की कछ बड़े नामों समेत 20 से ज्यादा बड़े संस्थागत खरीददारों के साथ मजबूत साझेदारी है।