सरकार और किसानों के बीच 14 फरवरी को चंडीगढ़ में बैठक, इलाज कराने पर राजी हुए डल्लेवाल
70 साल के डल्लेवाल 26 नवंबर से अनशन पर हैं। वह कैंसर के मरीज भी हैं। डल्लेवाल इलाज करने पर भले ही राजी हुए हों, लेकिन उन्होंने कहा है कि जब तक सरकार किसानों की मांगे नहीं मानती तब तक वह अनशन खत्म नहीं करेंगे।
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किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल अपना इलाज करने पर राजी हो गए हैं। डल्लेवाल करीब 2 महीने से पंजाब हरियाणा के खनोरी बॉर्डर पर आमरण अनशन पर हैं। शनिवार देर शाम सरकार किसानों के साथ बातचीत पर राजी हुई, उसके बाद ही डल्लेवाल इलाज कराने पर राजी हुए। सरकार और किसान नेताओं के बीच 14 फरवरी को चंडीगढ़ में बैठक होगी। दिल्ली विधानसभा चुनाव की आचार संहिता को ध्यान में रखते हुए यह तारीख तय की गई है।
70 साल के डल्लेवाल 26 नवंबर से अनशन पर हैं। वह कैंसर के मरीज भी हैं। डल्लेवाल इलाज करने पर भले ही राजी हुए हों, लेकिन उन्होंने कहा है कि जब तक सरकार किसानों की मांगे नहीं मानती तब तक वह अनशन खत्म नहीं करेंगे।
केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय में संयुक्त सचिव प्रिय रंजन ने सरकार की तरफ से बैठक की चिट्ठी पढ़कर सुनाई और बैठक का आमंत्रण किसानों को दिया। उन्होंने कहा कि हमारा प्रतिनिधिमंडल केंद्र सरकार की तरफ से प्रस्ताव लेकर आया था और हमें किसान नेताओं के साथ अलग-अलग फोरम पर बैठक करने की हिदायत दी गई है। इस बैठक में प्रियरंजन के अलावा पंजाब सरकार के प्रतिनिधि और किसान नेता शामिल थे। पहली बार शाम 7:00 बैठक सकारात्मक होने के संकेत मिले। डल्लेवाल के इलाज करने पर राजी होने की घोषणा रात 10:00 बजे के बाद की गई।
डल्लेवाल ने 4 जनवरी को खनौरी में ही किसान महापंचायत को संबोधित किया था। उस दिन वहां ठंड बहुत थी। उसके बाद से उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई। उनकी सेहत पर नजर रखने वाले डॉक्टरों ने हिदायत दी थी कि डल्लेवाल के अनशन खत्म करने के बाद भी वह पूरी तरह स्वस्थ शायद ना हो पाएं।