कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा से लेकर अजय मिश्र टेनी तक हारे मोदी सरकार के कई मंत्री
लोकसभा चुनाव में मोदी सरकार के कई मंत्री हार के कगार पर है। इनमें केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, राजीव चंद्रशेखर, अजय मिश्रा टेनी, संजीव बालियान, कैलाश चौधरी और अर्जुन मुंडा शामिल हैं जो हार चुके है या पीछे चल रहे हैं।
लोकसभा चुनाव में मोदी सरकार के कई मंत्री हार के कगार पर है। इनमें केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, राजीव चंद्रशेखर, अजय मिश्रा टेनी, संजीव बालियान, कैलाश चौधरी और अर्जुन मुंडा शामिल हैं जो हार चुके है या पीछे चल रहे हैं। अब तक के चुनाव परिणाम और रुझानों में भाजपा अकेले अपने दम पर बहुमत के आंकड़े से दूर है हालांकि, एनडीए गठबंधन को बहुमत प्राप्त होता दिख रहा है।
2019 में राहुल गांधी को हराकर अमेठी लोकसभा सीट पर जीत हासिल करने वाली केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी कांग्रेस उम्मीदवार किशोरी लाल शर्मा से करीब 1.65 लाख से अधिक मतों से हार गई हैं।
यूपी की खीरी सीट से केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी को सपा उम्मीदवार उत्कर्ष शर्मा से करीब 34 हजार वोटों से हार का सामना करना पड़ा। किसान आंदोलन के दौरान लखीमपुर खीरी में आंदोलनकारी किसानों पर गाड़ी चढ़ाने के आरोप में गिरफ्तार हुए आशीष मिश्र के पिता अजय मिश्र टेनी इस घटना के बाद विवादों में रहे। उनसे इस्तीफा ना लेने और भाजपा द्वारा दोबारा उन्हें टिकट देने की किसान संगठनों ने खूब आलोचना की थी। 2019 में खीरी सीट से अजय मिश्र टेनी दो लाख वोटों के अंतर से जीते थे। लेकिन इस बार किसानों की नाराजगी उन पर भारी पड़ गई।
यूपी में एक बड़ा उलटफेर मुजफ्फरनगर सीट पर हुआ जहां से केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान सपा के उम्मीदवार हरेंद्र बालियान से करीब 26 हजार वोटों से हार गये। पश्चिमी यूपी में राष्ट्रीय लोकदल से गठबंधन के बाद भाजपा की राह काफी आसान मानी जा रही थी। लेकिन रालोद से गठबंधन के बावजूद पश्चिमी यूपी की कई सीटों पर भाजपा को उम्मीद के अनुसार कामयाबी नहीं मिली है।
केंद्र सरकार में कृषि और जनजातीय मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा झारखंड के खूंटी लोकसभा क्षेत्र में कांग्रेस उम्मीदवार कालीचरण मुंडा से 1.49 लाख से अधिक मतों से पीछे चल रहे हैं। केरल की तिरुवनंतपुरम लोकसभा सीट पर केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर कांग्रेस के तीन बार के सांसद शशि थरूर से 16 हजार से अधिक मतों से हार गये हैं।
कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी राजस्थान की बाड़मेर सीट पर तीसरे स्थान पर पहुंच गये हैं। इस चर्चित सीट पर कांग्रेस के उम्मेदा राम बेनीवाल एक लाख 18 वोटों से जीते। जबकि निर्दलीय उम्मीदवार रवींद्र सिंह भाटी दूसरे स्थान रहे। कैलाश चौधरी करीब चार लाख वोटों से पिछड़ते हुए तीसरे स्थान पर रहे हैं। किसान आंदोलन के प्रभाव वाले हरियाणा, पंजाब, यूपी और राजस्थान में भाजपा को कई सीटों पर नुकसान उठाना पड़ा है।
यूपी की चंदौली लोकसभा सीट पर केंद्रीय मंत्री महेंद्रनाथ पांडेय को हार का सामना करना पड़ा है। सपा के वीरेंद्र सिंह ने महेंद्रनाथ पांडेय को लगभग 21 हजार वोटों से हराया। यह सीट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकसभा क्षेत्र वाराणसी से सटी हुई है। मोदी मंत्रिमंडल में राज्य मंत्री निरंजन ज्योति ने यूपी की फतेहपुर लोकसभा सीट से करीब 33 हजार वोटों से पीछे हैं। वहां समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार नरेशचंद्र उत्तम पटेल आगे चल रहे हैं। बिहार की आरा लोकसभा सीट पर मोदी सरकार में मंत्री आरके सिंह हार के कगार पर हैं। उनके प्रतिद्वंदी भाकपा (माले-लिबरेशन) के सुदामा प्रसाद करीब 60 हजार वोटों से आगे हैं।