बासमती चावल और डेयरी प्रोडक्ट्स का निर्यात बढ़ा, गेहूं-फल समेत इन एग्री प्रोडक्ट्स की घटी मांग
अप्रैल में बासमती चावल और डेयरी प्रोडक्ट्स का एक्सपोर्ट काफी अच्छा रहा है। जहां एक ओर बासमती चावल के एक्सपोर्ट में 14 फीसदी की वृद्धि हुई है। वहीं, डेयरी प्रोडक्ट्स का एक्सपोर्ट 15 फीसदी तक बढ़ा है।
चालू वित्त वर्ष में बासमती चावल के निर्यात की अच्छी शुरुआत हुई है। अप्रैल महीने में बासमती चावल के निर्यात में 14 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। इसके अलावा कई अन्य खाद्य पदार्थों के निर्यात में भी वद्धी हुई है। कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) के अनुसार, अप्रैल महीने में चावल, डेयरी प्रोडक्ट्स, प्रॉसेस्ड फलों और जूस का निर्यात बढ़ा है। वहीं, ताजे फल-सब्जियां, गेहूं, दालें और पोल्ट्री प्रोडक्ट्स के निर्यात में गिरावट दर्ज की गई है।
15 फीसदी बढ़ा डेयरी एक्सपोर्ट
एपीडा से मिले आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल महीने में डेयरी प्रोडक्ट्स का एक्सपोर्ट सबसे बेहतर रहा है। जिसमें 15 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। अप्रैल में कुल एक्सपोर्ट 14,407 टन रहा। जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह 12,372 टन था। इसके बाद सबसे अच्छा एक्सपोर्ट बासमती चावल का रहा, जिसमें लगभग 14 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। अप्रैल में कुल एक्सपोर्ट 4.99 लाख टन रहा। जबकि पिछले साल यह 4.25 लाख टन था। सऊदी अरब और इराक जैसे प्रमुख खरीदारों से मांग बढ़ने के चलते अप्रैल महीने में अच्छी खरीद हुई।
सऊदी ने खरीदा सबसे ज्यादा बासमती
एपीडा के आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल में सऊदी अरब बासमती का सबसे बड़ा खरीदार रहा। जिसमें 1.45 लाख टन से अधिक की खरीद की, जिसका मूल्य 177.24 मिलियन डॉलर से अधिक था। उसके बाद इराक ने 1.37 लाख टन की खरीद की, जिसका मूल्य 141.60 मिलियन डॉलर था। वहीं, संयुक्त अरब अमीरात ने 130.43 मिलियन डॉलर मूल्य पर 0.99 लाख टन चावल खरीदा। जबकि, अमेरिका ने 124 मिलियन डॉलर मूल्य पर 0.58 लाख टन चावल की खरीदा की।
प्रॉसेस्ड फलों और जूस का निर्यात बढ़ा
एपीडा के अनुसार इस वित्तीय वर्ष में अप्रैल तक ग्रॉस एग्री प्रोडक्ट एक्सपोर्ट में अप्रैल के दौरान 6.39 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई और यह एक साल पहले के 2.245 अरब डॉलर के मुकाबले घटकर 2.101 अरब डॉलर हो गया। ग्वार गम का निर्यात 43 प्रतिशत बढ़कर 50 मिलियन डॉलर रहा, जबकि प्रॉसेस्ड फलों और जूस का निर्यात 12 प्रतिशत बढ़कर 73 मिलियन डॉलर रहा।
गेहूं, ताजे फल-सब्जियों का निर्यात गिरा
निर्यात पर प्रतिबंध के कारण गैर बासमती चावल का निर्यात 21 प्रतिशत घटकर 418 मिलियन डॉलर रह गया। इसी तरह निर्यात पर अंकुश के कारण गेहूं के शिपमेंट में 75 प्रतिशत की गिरावट आई है। कुल मिलाकर अनाज का शिपमेंट एक साल पहले के 1.064 अरब डॉलर के मुकाबले 8.44 प्रतिशत कम होकर 974 मिलियन डॉलर रहा। जिन कृषि उत्पादों के निर्यात में गिरावट दर्ज की गई उनमें फूलों की खेती के प्रोडक्ट, ताजे फल, ताजी सब्जियां, दालें और भैंस का मांस और पोल्ट्री प्रोडक्ट शामिल हैं।