प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर उठाया सवाल, “अंबानी-अडानी से कितना माल उठाया”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने चुनाव में अंबानी-अडानी का मुद्दा उठाना बंद कर दिया है। वे कांग्रेस से पूछना चाहते हैं कि बोरे और टेंपो में भर-भरकर कितना कालाधन पहुंचा है।
लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान कांग्रेस पर हमला बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने अंबानी-अडानी का मुद्दा उठाना बंद कर दिया है। वे कांग्रेस से पूछना चाहते हैं कि अंबानी-अडानी से कितना माल उठाया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने तेलंगाना के वेमुलावाड़ा में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले पांच साल से कांग्रेस के शहजादे एक ही माला जपते थे, पांच उद्योगपति, अडानी-अंबानी... लेकिन जब से चुनाव घोषित हुए है कांग्रेस ने अंबानी-अडानी का मुद्दा उठाना बंद कर दिया। पीएम मोदी ने सवाल उठाते हुए कहा कि कांग्रेस के शहजादे बताए इस चुनाव में अंबानी-अडानी से कितना माल उठाया है। काले धन के कितने बोरे भरकर रुपये लिए हैं? क्या टेंपो भर-भरकर नोट कांग्रेस के लिए पहुंची है? क्या सौदा हुआ है? आपने रातोंरात अंबानी-अडानी को गाली देना बंद कर दिया। जरूर दाल में कुछ काला है। मतलब, कोई ना कोई चोरी का माल टेंपो भर-भरकर के आपके पास पहुंचा है। इसका जवाब देना पड़ेगा देश को।
प्रधानमंत्री मोदी के आरोपों पर पलटवार करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोशल मीडिया पर लिखा कि वक्त बदल रहा है। दोस्त दोस्त ना रहा…! तीन चरणों के चुनाव पूरे हो जाने के बाद आज प्रधानमंत्री जी अपने मित्रों पर ही हमलावर हो गए हैं। इससे पता चल रहा है कि मोदी जी की कुर्सी डगमगा रही है। यही परिणाम के असली रुझान है।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि हार का अनुमान हो चुका है। प्रधानमंत्री अब अपनी परछाई से भी डर रहे हैं। है। राहुल गांधी ने 3 अप्रैल से अब तक अपने भाषणों में 103 बार अडानी और 30 से अधिक बार अंबानी का जिक्र किया है। आज भारत में 21 अरबपतियों के पास इतना धन है जितना कि 70 करोड़ भारतीयों के पास है। यह प्रधानमंत्री के नीयत और नीति का ही परिणाम है। इस 21 में "हमारे दो" की बहुत ही अहम भूमिका है। चार जून को इंडिया गठबंधन के सत्ता में आने के बाद मोदानी घोटाले की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति अवश्य गठित होगी।
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी कांग्रेस पर लोगों की संपत्ति बांटकर अपने वोट बैंक को देने, आरक्षण में सेंधमारी और मंगलसूत्र छीनने के आरोप भी लगा चुके हैं।